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दिल की धमनी फटने पर दिखते हैं ये 6 लक्षण, जानें कैसे करें बचाव

Ruptured Artery Symptoms in Hindi: रक्त वाहिकाओं के फटने या रिसाव की स्थिति ज्यादातर मामलों में एथेरोस्केलोरोसिस के कारण होती है, जानें बचाव।
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दिल की धमनी फटने पर दिखते हैं ये 6 लक्षण, जानें कैसे करें बचाव

Ruptured Artery Symptoms in Hindi: खानपान में गड़बड़ी और असंतुलित लाइफस्टाइल की वजह से दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। आज के समय में कम उम्र में हार्ट अटैक और हार्ट फेलियर जैसी समस्याएं कॉमन हो चुकी हैं। चलते-फिरते और जिम में एक्सरसाइज करते समय हार्ट अटैक आने से मौत की खबरें भी आती रहती हैं। हार्ट अटैक आने से मरीज के दिल की धमनियां फट जाती हैं। इस स्थिति को दिल की धमनियों में फ्रैक्चर और अंग्रेजी में  Artery Rupture भी कहते हैं। इस स्थिति की वजह से  मरीज के दिल की धड़कन अनियमित हो जाती है और मौत का खतरा बढ़ जाता है। रक्त वाहिकाओं के फटने या रिसाव की स्थिति ज्यादातर मामलों में एथेरोस्केलोरोसिस के कारण होती है। सही समय पर इसके लक्षणों को पहचानकर इलाज लेने से मरीज गंभीर नुकसान से बच सकता है। हार्ट से जुड़ी बीमारियों से बचने और दिल की धमनियों को नुकसान पहुंचने से बचाने के लिए आइये इस लेख में जानते हैं दिल की धमनियों के फटने के लक्षण क्या होते हैं और इससे बचाव के टिप्स।

दिल की धमनी फटने के लक्षण- Symptoms Of Rupture in Heart Artery in Hindi

दिल की धमनियों के फटने या रक्त वाहिकाओं में लीकेज की समस्या एक ही होती है। इस स्थिति को SCAD भी कहा जाता है। इस स्थिति की वजह से मरीज की मौत का खतरा भी रहता है। खानपान में गड़बड़ी और लाइफस्टाइल से जुड़ी गलतियों की वजह से इस समस्या का खतरा सबसे ज्यादा रहता है। लखनऊ के मशहूर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. के के कपूर कहते हैं, आर्टरी या दिल की धमनियों में रप्चर या फटने की समस्या का खतरा ब्लड फ्लो बढ़ने और हार्ट अटैक आने पर सबसे ज्यादा रहता है। यह स्थिति तब बनती है, जब आपकी धमनियों से ब्लड का रिसाव शुरू होता है। दरअसल, दिल की धमनियां तीन चरण में विभाजित रहती हैं और इनके फटने पर ब्लड लीक होने लगता है। इसकी वजह से मरीज को हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।

Ruptured Artery Symptoms

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धमनियों के फटने का खतरा एथेरोस्केलोरोसिस नामक समस्या से बढ़ता है। इस समस्या में धमनियां सिकुड़ जाती हैं और इसकी वजह से ब्लड फ्लो प्रभावित होता है। इस कारण से मरीज के सीने में दर्द और सांस लेने में दिक्कत होती है। शरीर में मौजूद किसी परेशानी के कारण जब इन धमनियों के लेयर को नुकसान होता है, तो उसकी वजह से ब्लड फ्लो या ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है।

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दिल की धमनियों के फटने से पहले शरीर में ये लक्षण दिखाई देते हैं-

  • सीने या छाती में तेज दर्द
  • दिल की धड़कन अनियमित होना
  • सांस लेने में दिक्कत
  • बहुत ज्यादा पसीना आना
  • जबड़े में दर्द 
  • पसलियों में दर्द होना
  • बहुत ज्यादा थकान
  • मतली और चक्कर आना

बचाव के उपाय- Artery Rupture Prevention in Hindi

धमनियों के फटने से बचाव के लिए आपको खानपान और लाइफस्टाइल में सुधार करने की सलाह दी जाती है। दिल से जुड़ी बीमारियों से बचाव के लिए संतुलित खानपान और हेल्दी लाइफस्टाइल होना बहुत जरूरी है। इस समस्या से बचने के लिए स्मोकिंग से दूरी बनानी चाहिए। इसके अलावा नियमित रूप से हार्ट के लिए फायदेमंद डाइट और एक्सरसाइज का पालन करने से आप हार्ट डिजीज और कोरोनरी आर्टरी डिजीज की चपेट में आने से बच सकते हैं।

(Image Courtesy: Freepik.com)

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