
एक अच्छा रिलेशनशिप वही होता है जिसमें लड़का और लड़की दोनों एक दूसरे का ख्याल रखें और एक दूसरे की जरूरतों को समझें। लेकिन अक्सर ऐसा देखा जाता है कि रिलेशनशिप में लड़के स्वतंत्र रहते हैं और लड़कियों को तमाम तरह की बंदिशो को सामना करना पड़ता है। ऐसा करना वर्तमान समय के लिए तो ठीक होता है लेकिन बाद में यह सब बोझ लगने लगता है जिसके चलते रिश्तों में दरार आती है। आज हम लड़कियों को ऐसी बातें बता रहे हैं जिनके साथ उन्हें कभी समझौता नहीं करना चाहिए। तो आइए जानते हैं क्या हैं वो बातें—
कई लोग मानते हैं कि अगर आपका आपके साथी के साथ किसी बात को लेकर हल्का-फुल्का झगड़ा हो गया है तो उसे किसी भी हाल में लड़कियों को ही सुलझाना चाहिए। लेकिन ऐसा हमेशा ज़रूरी नहीं होता है। कई बार हम झगड़ा सुलझाने के चक्कर में उसे और ज़्यादा उलझा देते हैं और लड़को को यह लगता है कि झगड़ा सुलझाना वाकई में लड़कियों का ही काम है। आप ऐसा तभी करें तब वाकई में आपकी गलती हो।
रिश्ते में ईमानदार होगा जरूरी है, लेकिन इसका मतलब ये भी नहीं है कि हमेशा ही आपको सच बोलना है। क्योंकि ऐसा करना न तो मुमकिन है और न ही इसमें भलाई है। कई चीज़ों को मेनेज करने के लिये आपको कई बार छोटी-मोटी बात छुपानी या झूट बोलनी पड़ती है। इसके अलावा ज़िन्दगी में कई राज़ ऐसे होते हैं जिन्हें राज़ ही रखने में सबकी भलाई होती है।
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आपका एक-दूसरे के साथ कैसा रिश्ता है। ये सवाल ही आपके भविष्य को तय करता है। इसलिए ये जरूर जानने की कोशिश करें कि क्या आप एक बनावटी या नियंत्रित रिश्ते में हैं? इस तरह के रिश्ते ज्यादा दिन तक नहीं चलते हैं, इस तरह के रिश्ते जीवित रखने के लिए। इस तरह के रिश्ते में आपके साथी का व्यवहार अक्सर बदलता रहता है। ऐसे में इस रिश्ते का अंत करना ही सही है।
किसी भी रिलेशनशिप की डिक्शनरी में तुम शब्द बड़ा ही अजीब होता है। ये लोगों को पास भी लाता है और कई बार दूरियों को बढ़ा देता है। कई बार अब हम अपने साथी को कुछ करने के लिए बोलते हैं तो सही शब्द अलग सा हो जाता है। इस शब्द का प्रयोग करने से पहले जरूरी है कि इससे बात की शुरूआत ना हो, जैसे तुम्हे ऐसा करना चाहिए या तुम्हें ये करने की जरूरत है। ये लाइन आपके रिलेशन को खराब कर सकती है। किसी भी रिश्तें में हमेशा अपनी राय देना ही ठीक नहीं होता है। रिश्तों को बढ़ने दें। जरूरत हो तो सलाह की तरह बताएं।
इस बात पर विचार कीजिए कि क्या आपके साथी में कोई ऐसी बात है, जिसे स्वीकार करने में आप असन्तुष्ट महसूस करते हैं? क्या वास्तव में आप चाहते हैं कि उसके लिए वह पूरी तरह से बदल जाये। अगर ऐसा आप सोचते हैं कि आपके साथी को भी उसके लिए आपमें बदलाव लाने के बारे में सोचना उचित होगा। एक और बात जो आप प्रयोग कर सकते हैं, जो कुछ भी आप उसमें बदलना चाहते हैं उसे पूरी तरह से स्वीकार तो करें ही। अगर इसमें सफलता नहीं मिल रही है तो रिश्ते का अंत कर दें।
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