बार-बार बुखार क्यों आता है? जानें इसके 3 कारण और बचाव के उपाय

Fever Causes in Hindi: अगर आपको बार-बार बुखार होता है, तो इसके पीछे ये 5 कारण जिम्मेदार हो सकते हैं। जानें कैसे करें खुद का बचाव

Anju Rawat
Written by: Anju RawatUpdated at: May 28, 2022 11:00 IST
बार-बार बुखार क्यों आता है? जानें इसके 3 कारण और बचाव के उपाय

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Fever Coming Again And Again in Hindi: आमतौर पर शरीर का औसत तापमान लगभग 98.6 डिग्री फारेनहाइट होता है। लेकिन जब शरीर का तापमान 100.4 डिग्री फारेनहाइट से अधिक होता है, यह स्थिति बुखार की होती है। कई लोगों को बार-बार बुखार हो जाता है, इसे मेडिकल भाषा में आवर्ती बुखार कहा जाता है। यह बुखार एक समयावधि में कई बार होता है। इसका मतलब है कि बुखार आता, जाता रहता है। यह बुखार आमतौर पर बच्चों को परेशान करता है, इसमें बच्चे को एक ही पैटर्न में बुखार हो सकता है। यानी हर महीने में एक बार बुखार आना। बच्चों में बढ़ा हुआ तापमान कुछ दिनों तक रहता है और फिर कुछ समय के लिए चला जाता है।  

बार-बार होने वाले बुखार के लक्षण 

  • 100.4 डिग्री फारेनहाइड से ऊपर तापमान होना
  • ठंड लगना
  • त्वचा का गर्म होना
  • थकान महसूस होना
  • चिढ़चिढ़ापन होना
  • सक्रिय न रहना
  • मूड खराब हना

बार-बार बुखार आने के कारण 

बुखार कई अलग-अलग कारणों से हो सकता है। इन कारणों में शामिल हो सकते हैं: 

  • 1. वायरस
  • 2. बैक्टीरियल इंफेक्शन
  • 3. वैक्सीनेशन

दिन के अलग-अलग समय पर या व्यायाम करने के बाद शरीर का तापमान अधिक हो सकता है। ये आमतौर पर आपके शरीर के सामान्य तापमान से कुछ डिग्री अधिक हो सकता है। 

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इन वजहों से भी हो सकता है बार-बार बुखार

  • ट्यूमर नेक्रोसिस फैक्टर रिसेप्टर एसोसिएटेड पीरियोडिक सिंड्रोम 
  • Hyperimmunoglobulin D syndrome (HIDA), जिसे mevalonate kinase से जुड़े आवधिक बुखार सिंड्रोम भी कहा जाता है।
  • नियोनेटल ऑनसेट मल्टीसिस्टम इंफ्लेमेटरी डिजीज (एनओएमआईडी)
  • मकल-वेल्स सिंड्रोम और फैमिलियल कोल्ड ऑटो इंफ्लेमेटरी सिंड्रोम
  • आवधिक बुखार, एफ्थस-स्टामाटाइटिस, ग्रसनीशोथ, एडेनाइटिस (पीएफएपीए) सिंड्रोम

बार-बार आने वाले बुखार से बचाव कैसे करें

  • खाना खाने से पहले, शौचालय का उपयोग करने के बाद साबुन से हाथ जरूर धोएं। हाथों को अच्छी तरह से धोएं। वायरस से बचाव के लिए हाथों को गर्म पानी से धोएं। 
  • हाथों को साफ करने के लिए हैंड सैनिटाइजर या एंटीबैक्टीरियल वाइप्स का इस्तेमाल करें। 
  • अपनी नाक, मुंह या आंखों को छूने से बचें। इससे वायरस और बैक्टीरिया का आपके शरीर में प्रवेश कर सकता है। 
  • खांसते समय अपना मुंह और छींकते समय अपनी नाक को ढक लें। 

बार-बार होने वाला बुखार और सामान्य बुखार में अंतर

सामान्य बुखार और आवर्तक बुखार के बीच मुख्य अंतर यह है कि यह कितनी बार होता है। अगर आपको बार-बार बुखार आता है, कुछ दिनों तक रहता है और फिर ठीक हो जाता है। फिर कुछ समय बाद जब आप स्वस्थ महसूस करते हैं तो वापस आ जाता है। आवर्तक बुखार होते रहते हैं और समय के साथ वापस आते रहते हैं। एक क्लासिक बुखार भी आमतौर पर एक संक्रमण या वायरस से जुड़ा होता है। बार-बार होने वाले बुखार के साथ, आपके शरीर का तापमान बिना किसी वायरस या जीवाणु संक्रमण के अधिक हो सकता है।

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