
गर्मियों का मौसम अपने साथ कई तरह की स्किन से जुड़ी समस्याएं लेकर आता है। बढ़ता हुआ तापमान, चिपचिपाहट, पसीना और धूल-मिट्टी मिलकर स्किन के नेचुरल निखार को छीन लेते हैं। इस मौसम में स्किन पर दाने, रैशेज, फोड़े-फुंसियां और जलन जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं। ऐसे में अधिकतर लोग स्किन की देखभाल के लिए तरह-तरह के केमिकल युक्त स्किन प्रोडक्ट्स का सहारा लेते हैं। इन प्रोडक्ट्स से तुरंत राहत तो मिल सकती है लेकिन लंबे समय में ये स्किन को नुकसान पहुंचा सकते हैं, खासकर अगर स्किन सेंसिटिव हो। आयुर्वेद में ऐसी कई औषधीय जड़ी-बूटियों का उल्लेख किया गया है जो प्राकृतिक रूप से त्वचा को शुद्ध और स्वस्थ रखने में सहायक होती हैं। इन्हीं में से एक है प्रियंगु। इस लेख में रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा (Ayurvedic doctor Shrey Sharma from Ramhans Charitable Hospital) से जानिए, स्किन के लिए प्रियंगु के फायदे और उपयोग के तरीके क्या हैं?
स्किन के लिए प्रियंगु के फायदे - Benefits Of Priyangu For Skin
प्रियंगु एक आयुर्वेदिक औषधीय पौधा है, जिसका उपयोग प्राचीन काल से ही किया जाता रहा है। इसकी विशेषता इसकी शीतवीर्य (ठंडी प्रकृति) होने में है। आयुर्वेदाचार्य डॉ. श्रेय शर्मा के अनुसार, प्रियंगु की तासीर ठंडी होती है, इसलिए यह गर्मियों में त्वचा से जुड़ी परेशानियों में लाभकारी हो सकता है। इसके फूलों और पत्तों में ऐसे प्राकृतिक गुण पाए जाते हैं, जो त्वचा की सूजन को कम करने, फुंसियों को शांत करने और त्वचा को ठंडक देने का कार्य करते हैं।
गर्मियों में शरीर का तापमान बढ़ जाने से स्किन पर पसीना अधिक आता है। इससे रोमछिद्र बंद हो सकते हैं और परिणामस्वरूप दाने, रैशेज, फोड़े-फुंसियां और जलन की समस्या देखने को मिलती है। बाजार में उपलब्ध केमिकल युक्त क्रीम और लोशन से कभी-कभी राहत मिलने की बजाय समस्या और बढ़ जाती है। ऐसे में आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों से उपचार एक सुरक्षित विकल्प बनकर सामने आता है।
1. एंटीसेप्टिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण
प्रियंगु में प्राकृतिक एंटीसेप्टिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी पाए जाते हैं। इसके कारण यह छोटे-मोटे घाव, स्किन इंफेक्शन और जलन में भी लाभ पहुंचा सकता है। डॉ. शर्मा के अनुसार, जिन लोगों की त्वचा बहुत संवेदनशील होती है और केमिकल युक्त प्रोडक्ट्स से उन्हें एलर्जी हो जाती है, उनके लिए प्रियंगु एक बेहतरीन प्राकृतिक विकल्प है। प्रियंगु न केवल स्किन की समस्याओं को दूर करने में सहायक है, बल्कि इसके नियमित उपयोग से स्किन पर नेचुरल चमक आती है और यह ताजगी का अनुभव कराती है।
2. बच्चों की स्किन के लिए लाभकारी
गर्मियों में बच्चों को दाने और घमौरियों की समस्या बहुत सामान्य होती है। डॉ. शर्मा की सलाह है कि बच्चों को प्रियंगु युक्त जल में स्नान करवाना लाभदायक हो सकता है।
प्रियंगु का उपयोग त्वचा पर कैसे करें? - How To Use Priyangu On Skin
डॉ. श्रेय शर्मा बताते हैं कि प्रियंगु के पत्तों और फूलों का पाउडर बनाकर उसका लेप त्वचा पर लगाया जा सकता है। इसे गुलाब जल या ठंडे दूध के साथ मिलाकर त्वचा पर लगाने से तुरंत ठंडक का एहसास होता है। यह उपाय खासतौर पर उन लोगों के लिए उपयोगी है जिन्हें गर्मियों में चेहरे या शरीर पर दाने या फुंसियां हो जाती हैं। इसके अलावा, प्रियंगु के पत्तों को उबालकर उस पानी से स्नान करना भी त्वचा रोगों में लाभ दे सकता है।
निष्कर्ष
गर्मी के मौसम में जब स्किन को ज्यादा देखभाल की जरूरत होती है, उस समय प्रियंगु जैसी आयुर्वेदिक औषधियों का प्रयोग सुरक्षित और असरदार विकल्प है। यह न केवल त्वचा को ठंडक और पोषण देती है, बल्कि इसके नियमित उपयोग से त्वचा भी बेहतर होती है।
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FAQ
प्रियंगु की तासीर क्या है?
प्रियंगु की तासीर आयुर्वेद में शीतवीर्य यानी ठंडी मानी जाती है। इसका अर्थ है कि यह शरीर और त्वचा को ठंडक प्रदान करती है और गर्मी से होने वाली परेशानियों में राहत देती है। गर्मियों के मौसम में जब त्वचा पर फुंसियां, दाने, जलन या रैशेज जैसी समस्याएं होती हैं, तब प्रियंगु का उपयोग लाभकारी हो सकता है।गर्मियों में स्किन की समस्याएं क्यों होती हैं?
गर्मियों में स्किन की समस्याएं ज्यादा तापमान, पसीना, धूल-मिट्टी और ह्यूमिडिटी के कारण होती हैं। इस मौसम में स्किन से पसीना ज्यादा निकलता है, जिससे रोमछिद्र बंद हो सकते हैं और फुंसियां या दाने हो जाते हैं। साथ ही, धूप के सीधे संपर्क में आने से स्किन में जलन, सनबर्न और रैशेज की समस्या भी बढ़ जाती है। गर्मी में बैक्टीरिया और फंगल इंफेक्शन का खतरा भी ज्यादा रहता है, जिससे त्वचा पर खुजली, लालपन और फोड़े-फुंसियां हो सकती हैं।गर्मियों में स्किन केयर कैसे करें?
गर्मियों में स्किन की देखभाल के लिए कुछ जरूरी सावधानियां अपनाना बेहद जरूरी है। सबसे पहले, दिन में कम से कम दो बार चेहरे को माइल्ड फेसवॉश से धोएं ताकि पसीना और धूल-मिट्टी हट सके। बाहर निकलते समय सनस्क्रीन लगाना न भूलें ताकि सूरज की हानिकारक किरणों से स्किन सुरक्षित रहे। हल्के और नेचुरल मॉइश्चराइजर का प्रयोग करें। खूब पानी पिएं ताकि त्वचा हाइड्रेटेड रहे। ताजे फल और हरी सब्जियां खाएं।
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