रीढ़ की हड्डी में चोट हो सकती है खतरनाक, जानें इससे बचाव के उपाय

Prevention Tips For Spinal Cord Injury In Hindi: रीढ़ की हड्डी में चोट लगने पर आपको उठने और बैठने में परेशानी होती है। जानें इससे बचने के उपाय। 

Vikas Arya
Written by: Vikas AryaUpdated at: Feb 24, 2023 16:48 IST
रीढ़ की हड्डी में चोट हो सकती है खतरनाक, जानें इससे बचाव के उपाय

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Prevention Tips For Spinal Cord Injury In Hindi : स्पाइनल कॉर्ड हमारे शरीर में बेहद ही महत्वपूर्ण कार्य करती है। इसकी वजह से ही हम सही तरह से बैठ या खड़े हो पाते हैं। स्पानइल कॉर्ड (रीढ़ की हड्डी) के बीच में से कई नसे दिमाग की ओर जाती हैं जो मस्तिष्क को संदेश पहुंचाने का कार्य करती हैं। रीढ़ की हड्डी सही रहने पर ही आप किसी भी कार्य को बेहतर तरीके से कर पाते हैं। लेकिन कई बार हमारी लापरवाही की वजह से स्पाइन कॉर्ड यानी रीढ़ की हड्डी में चोट लग जाती है। वैसे तो हमें ये बेहद आम बात लगती है लेकिन इसकी वजह कई गंभीर समस्याएं भी शुरू हो सकती हैं। स्पाइनल कॉर्ड में चोट लगने से आपको चलने या घूमने के साथ ही बैठने में भी परेशानी हो सकती है। इस चोट की वजह से गर्दन को हिला पाना भी मुश्किल हो जाता है। रीढ़ की हड्डी में चोट का खतरा महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों को अधिक होता है। इस लेख में हम आपको स्पाइनल कॉर्ड इंजरी से बचाव के कुछ कारणों को विस्तार से बता रहे हैं।  

रीढ़ की हड्डी में चोट लगने पर क्या लक्षण महसूस होते हैं? Symptoms Of Spinal Cord Injury In Hindi  

  • सिर दर्द 
  • चलने में समस्या 
  • हाथ या पैर हिलाने में असमर्थता 
  • पीठ या गर्दन में दर्द, दबाव और अकड़न 
  • बेहोशी की हालत 
  • हाथ पैरों में सुन्नता या झुनझुनी फैलने की भावना 
  • ब्लेडर या आंतों के नियंत्रण में कमी 

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रीढ़ की हड्डी में चोट से कैसे करें बचाव? Prevention Tips For Spinal Cord Injury In Hindi  

गाड़ी चलाते समय सावधानी बरतें 

गाड़ी चलाते समय एक्सीडेंट होने की वजह से रीढ़ की हड्डी में चोट लग सकती है। इसलिए आपको गाड़ी चलाते समय सावधानी बरतनी चाहिए। यदि आप कार चला रहें है तो सीट बेल्ट अवश्य पहनें। वहीं बाइक को ड्राइव करते समय आपको हेलमेट पहनना चाहिए। इससे गिरने पर रीढ़ की हड्डी पर लगने की संभावना कम हो जाती है। 

खेलते समय सावधानी बरतना जरूरी  

रीढ़ की हड्डी में चोट लगने की एक बड़ी वजह खेल के दौरान लगने वाली चोट होती है। खेलते समय आप अपनी शक्ति का भरपूर इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में गिरने की संभावना अधिक होती है। इसलिए आउट डोर के गेम्स को खेलते समय सभी तरह की सावधानी अवश्य बरतें।  

घर में उचित रोशनी रखें  

अक्सर रात के समय या घर में उचित रोशनी न होने की वजह से आपके गिरने की संभावना अधिक होती है। रात को कमरे में नाइट बल्ब जमाकर ही सोएं। इससे आपके रीढ़ की हड्डी में चोट लगने की संभावना कम हो जाती है।  

घर के फ्लोर को सूखा कर रखें  

घरे क फ्लोर पर पानी होने की वजह से अक्सर लोग स्लिप कर जाते हैं। ये भी स्पाइनल इंजरी की एक मुख्य वजह माना जाता है। घर की टाइल्स में पानी गिरते ही वो चिकनी हो जाती है जिस पर पैर पड़ते ही व्यक्ति फिसल जाते हैं। ऐसे में आपको घर के फ्लोर को सूखा रखने के कोशिश करनी चाहिए।  

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सीढ़ियां चढ़ते समय सावधानी बरतें  

कई बार जल्दबाजी में लोग सीढ़ियों से गिर जाते हैं। जिसकी वजह उनकी रीढ़ की हड्डी में चोट लग जाती है। इसके अलावा भी अन्य जगहों पर चोट लगने की संभावना बढ़ जाती है। इस तरह की चोट से बचने के लिए सीढ़ियां चढ़ते समय जल्दबाजी न करें।  

रीढ़ की हड्डी में चोट लगने से आपको कई तरह के लक्षण महसूस हो सकते हैं। यदि आपको इसकी वजह से ज्यादा परेशानी हो रही है तो किसी भी घरेलू उपाय को करने से पहले डॉक्टर से अवश्य संपर्क करें।  

 

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