
कोरोनावायरस (coronavirus) को हराने के लिए भारत बस एक कदम दूर है। जी हां, कल से देशभर में कोविड-19 का टीकाकरण (coronavirus vaccination in india) शुरू हो जाएगा। कल यानी 16 जनवरी को इस कोरोनावायरस टीकाकरण अभियान (covid vaccination programme in india) के तहत देशभर में करीब तीन लाख स्वास्थ्य कर्मियों को 2,934 केंद्रों पर टीके लगाए जाएंगे। खास बात ये है कि इस टीकाकरण अभियान की शुरुआत खुद प्रधानमंत्री नेरेंद्र मोदी (PM Modi) करेंगे। खबरों की मानें, तो प्रत्येक टीकाकरण सत्र में अधिकतम 100 लाभार्थी होंगे। इस तरह भारत का ये कोविड-19 टीकाकरण अभियान दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण कार्यक्रम (world's largest covid-19 vaccination drive) होगा।
टीकाकरण से पहले राज्यों को दिए गए हैं खास निर्देश
कोरोनावायरस टीकाकरण से पहले जहां आज सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को केंद्र सरकार ने कुछ खास दिशा निर्देश दिए हैं। ये दिशा निर्देश विशेष तौर पर टीकाकरण अभियान के तरह आने वाली परेशानियों और गड़बड़ियों से बचने के लिए हैं। दरअसल, केंन्द्र सरकार की मानें, तो प्रत्येक वैक्सीनेशन सेंटर पर ज्यादा संख्या में टीकाकरण न किया जाए। इस दिशा निर्देश में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों से कहा है कि ''प्रत्येक स्थल पर ज्यादा संख्या में लोगों का टीकाकरण न करें।'' इसके तरह राज्यों को सलाह दी गई है कि शुरुआती दिनों में वे 10 फीसदी आरक्षित या बर्बाद होने वाले खुराकों और रोजाना प्रत्येक सत्र में औसतन 100 टीकाकरण को ध्यान में रखते हुए टीकाकरण सत्रों का आयोजन करें।
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राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए टीकाकरण से जुड़े दिशा निर्देश
- -राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए टीकाकरण से जुड़े दिशा निर्देश में बताया गया है कि पहली डोज जिस वैक्सीन की लगेगी, दूसरी डोज भी उसी की लगाई जाएगी। यानी कि किसी को कोवैक्सीन (covaxin) की पहली डोज लगी है, तो दूसरी डोज भी इसी की लगेगी। किसी भी तरह के इंटरचेंज की इजाजत नहीं होगी।
- - अगर किसी व्यक्ति को किसी दूसरी बीमारी की वैक्सीन भी लगनी है तो, कोरोना वैक्सीन और अन्य बीमारी की वैक्सीन में 14 दिन का अंतर होना चाहिए।
- - 18 या उससे ऊपर की उम्र के लोगों को ही कोरोना का टीका लगाया जाएगा।
- -अगर किसी व्यक्ति को कोराना हुआ है या उसमें कोरोना के लक्षण हैं तो उस व्यक्ति का टीकाकरण ठीक होने के 4-8 हफ्ते बाद किया जाएगा।
- - ऐसे कोरोना मरीज जिनको मोनोक्लोनल एंटीबॉडीज या प्लाज्मा दिया गया है, उनका भी टीकाकरण ठीक होने के 4-8 हफ्ते बाद ही किया जाएगा।
- - ऐसी महिलाएं जो गर्भवती हैं या जो माताएं बच्चे को स्तनपान करवा रही हैं उन्हें कोरोना के टीके नहीं लेगेंगे।
- -जो व्यक्ति पहले कोरोना संक्रमित हो चुके हैं या जिनका गंभीर बीमारी का इतिहास हो यानी कि वो कार्डियक हो, न्यूरोलॉजिकल हो, पलमोनरी हो या मेटाबॉलिक हो या फिर वो HIV के ही मरीज क्यों न हों, उनको ये वैक्सीन लगाई जा सकती है।
- -मंत्रालय के अनुसार न तो राज्यों और न ही लोगों को इसकी आजादी होगी कि वो Covishield और Covaxin में से मनपंसद वैक्सीन चुन सकें।
यूके से दिल्ली आ रहे लोगों के लिए 31 जनवरी तक बढ़ा क्वारन्टीन रूल्स
केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन की वजह से यूके से भारत आने वाले लोगों के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (SoP) जारी किए थे। जिसके तहत भारत आने वाले लोगों को 14 जनवरी तक क्वारन्टीन रूल्स फॉलो करने थे, पर अब सरकार ने इसे 31 जनवरी तक बढ़ा दिया है। दरअसल, अब दिल्ली सरकार ने ब्रिटेन से दिल्ली आ रहे यात्रियों के लिए अपने पिछले आदेश की अवधि 31 जनवरी तक बढ़ा दी है। अब इस आदेश की मानें, तो ब्रिटेन से भारत आने वाले को दिल्ली एयरपोर्ट पर RT-PCR टेस्ट अनिवार्य रूप से करवाना होगा और इसका खर्चा भी ये यात्री खुद ही देंगे। इसके बाद अगर कोई यात्री पॉजिटिव पाया गया तो उनको एक अलग इंस्टीट्यूशनल आइसोलेशन फैसिलिटी में रखा जाएगा। साथ ही जो यात्री नेगेटिव पाए जाएंगे उनको 7 दिन के लिए इंस्टिट्यूशन क्वारन्टीन किया जाएगा और उसके बाद 7 दिन के लिए उन्हें खुद को होम क्वारन्टीन करना होगा।
गौरतलब है कि भारत में कोरोना संक्रमितों की संख्या 10.5 M हो गई है। हालांकि, भारत में कोरोना संक्रमण का रेट घटा है और इससे ठीक होने वाले लोगों की संख्या बढ़ रही है और अब कोरोनावायरस वैक्सीनेशन के बाद हम मान कर चल सकते हैं, कोरोना को हराने का ये युद्ध अब ज्यादा लंबा नहीं रहा।
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