एक बड़े वैज्ञानिक शोध में सामने आाया है कि वे लोग, जो हरी सब्जियों या फिर पौधे से उपजी सब्जियों का सेवन करते हैं उनमें टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) का खतरा बेहद कम हो जाता है। शोधकर्ताओं ने तीन लाख से ज्यादा लोगों से प्राप्त आंकड़ों का विश्लेषण किया, जिन्होंने इस प्रकार की डाइट का पालन किया।
जिन लोगों ने इसे धर्म मानकर अपना लिया उनमें इस स्थिति के होने की संभावना बेहद कम हो गई, विशेषकर उन लोगों के मुकाबले, जिन्होंने इसे कभी अपनाया या फिर बीच-बीच में छोड़ दिया।
वे व्यस्क, जिन्होंने ताजे फल और सब्जियों जैसे शुगर, फैट और कम नमक वाले पौधों से उपजी स्वस्थ सब्जियों को चुना, उनमें टाइप 2 डायबिटीज का खतरा सबसे कम था। पूरे अध्ययन के विश्लेषण से जो चीज सामने निकलकर आई वे ये थी कि पौधे से उपजी डाइट लेने वाले अधिक लोग अभी भी पशुओं से प्राप्त भोजन की एक बड़ी मात्रा का सेवन कर रहे हैं।
हालांकि अभी ये स्पष्ट नहीं है कि मांस के सेवन में कमी या फाइबर की अधिक मात्रा के रूप में अन्य कारकों से खतरे में कमी लाई जा सकती है। सब्जियों और पौधों से उपजी सब्जी वाली डाइट से इंसुलिन की संवेदनशीलता और वजन घटाने में सुधार देखा गया है। दोनों ही टाइप 2 डायबिटीज के खतरे को कम कर सकते हैं।
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मैसाचुसेट्स स्थित बोस्टन के हार्वर्ड टी.एच. चैन स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के शोधकर्ताओं ने नौ अध्ययनों का विश्लेषण किया, जिसमें उन्होंने सब्जियों व पौधों से प्राप्त सब्जियों और टाइप 2 डायबिटीज के बीच संबंधों की जांच की।
इस अध्ययन में 307,099 उत्तरदाताओं से प्राप्त आंकड़ें शामिल हैं, जिसमें से 23,544 टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित थे।
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शोधकर्ताओं ने पाया कि वे लोग, जो पौधों से प्राप्त सब्जियों वाला आहार का सेवन कर रहे थे उनमें टाइम 2 डायबिटीज का खतरा 23 फीसदी कम था, उन लोगों के मुकाबले, जो लोग कम हरी सब्जियों का प्रयोग कर रहे थे।
जर्नल ऑफ द अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन इंटरनल मेडिसिन में प्रकाशित निष्कर्षों के मुताबिक, वे लोग जो हरी सब्जियां और पौधों से उपजे फल व सब्जियां खाते हैं उनमें टाइप 2 डायबिटीज का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है।
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