हर तरह की चोट और मोच का उपचार है फिजियोथेरेपी, जानें एक्‍सरपर्ट की ये 6 टिप्‍स

फिजियोथेरेपी चिकित्सा विज्ञान की वो शाखा है जो एक शक्श को उनके चलनेे, उठने और बैठने में सहायता करती है। यह संभव हो पता है मसाज, उष्मा उपचार एवं शारीरिक अभ्यास द्वारा। फिजियोथेरेपी ना केवल एक शक्श को चलने फिरने में मदद करती है बल्कि उसकी शारीरिक क्षमताओं को भी बढाती है
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हर तरह की चोट और मोच का उपचार है फिजियोथेरेपी, जानें एक्‍सरपर्ट की ये 6 टिप्‍स


स्नायुबंधन मोच (Ligaments Sprain), मांसपेशी मोच से लेकर अंग की अव्यवस्था तक, जब खेल में लगी चोटों को ठीक करने की बात आती है तो फिजियोथेरेपी हर तरह के शारीरिक दोष से मुक्ति दिला सकती है। खिलाडी फिजियोथेरेपी को अपनी प्राथमिक चिकित्सा में रखते है। खिलाडी जानते है की फिजियोथेरेपी उनको उनकी चोट से निजाद दिलाने में सहायक है और उन्हें वापिस अपनी अद्वितीय प्रतिभा दिखने में मदद कर सकती है।

 

फिजियोथेरेपी चिकित्सा विज्ञान की वो शाखा है जो एक शक्श को उनके चलनेे, उठने और बैठने में सहायता करती है। यह संभव हो पता है मसाज, उष्मा उपचार एवं शारीरिक अभ्यास द्वारा। फिजियोथेरेपी ना केवल एक शक्श को चलने फिरने में मदद करती है बल्कि उसकी शारीरिक क्षमताओं को भी बढाती है। 

अब आप सोच रहे होंगे कि हम यहां खिलाडि़यों की ही बात क्‍यों कर रहे हैं? दरअसल खिलाडि़यों को इस प्रकार की चोट ज्‍यादा लगती है बाकी लोगों की अपेक्षा। अगर आप कि‍सी खेल से नहीं भी जुड़े हैं और आपको कभी चोट लगती है तो भी फिजियोथेरेपी बेहतर विकल्‍प हो सकती है।

फिजियोथेरेपी विशेषज्ञो को शरीर के सारे अंगो के बारे में भरपूर जानकारी होती है जिनसे वो चोट को बारीकी से पहचान लेते है। उनके कौशल से वह चोट को पहचान कर उस चोट को बेहतर तरीके से ठीक करने में योग्य होते है। स्‍वामी परमानंद प्राकृतिक चिकित्‍सालय योगा एवं अनुसंधान केंद्र के डॉक्‍टर प्रणव उपाध्याय (फ़िज़ियोथेरेपिस्ट) बता रहे है फिजियोथेरेपी के कुछ फायदों के बारे में। 

गरम सेक 

गरम सेक जैसी फिजियोथेरेपी से खिलाड़ी अपना अभ्यास बिना ज्यादा दर्द के जारी रख सकते है । फिजियोथेरेपी से चोट के आसपास की सूजन और दर्द कम हो जाता है और खिलाडी फिरसे अपनी प्रतिभा का बेजोड़ प्रदर्शन करने के लिए तैयार हो जाते है ।

शॉकवेव  

अल्ट्रासाउंड और शॉकवेव जैसे आधुनिक तकनीकों से बिना किसी दर्द से खिलाड़िओ को लगी चोट ठीक की जा सकती है ।

फिजियोथेरेपी अभ्‍यास  

फिजियोथेरेपी में चोट लगी जगह एवं अंग को ताकतवर बनाने के लिए भिन्न-भिन्न प्रकार के अभ्यास दिए हुए है। इन अभ्यासों से खिलाडी अपनी ताकत, संतुलन एवं आसन ठीक कर सकते है । फिजियोथेरेपी की मदद से खिलाडी ठीक होने के साथ खेल में वापिस जाने का आत्मविश्वास वापिस पा लेता है ।

चोट की जगह, गहराई और प्रभाव को ध्यान में रखते हुए व्यक्तिगत फिजियोथेरेपी अभ्यास बनाये जाते है जिससे खिलाडी को लगी चोट का 100% इलाज हो सके और वो भी बिना ज्यादा दर्द के । 

खिलाड़िओ के अंग में लचक होना बहुत जरुरी है पर चोट की वजह से वह लचक काम हो जाती है। खिलाड़िओ को फिजियोथेरेपी वो लचक वापिस लेन में सहायता करती है और उनके प्रदर्शन को बढाती है ।

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हर प्रकार का खेल उसके खिलाड़िओ से शारीरिक क्रिया की मांग करता है और ऐसे में संभव है की खिलाड़िओ को चोट भी लग सकती है । फिजियोथेरेपी के अनेक फायदे एक खिलाडी को वापिस उसकी प्रतिभा दिखाने में सहायता करती है। इससे ना केवल खिलाडी अपना आत्मविश्वास वापिस पता है बल्कि देश का नाम रोशन करने में भी उसे प्रेरणा मिलती है।

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