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शरीर में मौजूद 7 चक्रों पर निर्भर करता है आपका स्वास्थ्य, जानें किस चक्र के ब्लॉक होने से क्या समस्या होती है

Physical Symptoms of Chakra Blockage: शरीर में होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं से आप इस बात का पता लगा सकते हैं कि कौन-सा चक्र ब्लॉक है। 
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शरीर में मौजूद 7 चक्रों पर निर्भर करता है आपका स्वास्थ्य, जानें किस चक्र के ब्लॉक होने से क्या समस्या होती है


Physical Symptoms of Chakra Blockage: चक्रों को हमारे शरीर के ऊर्जा बिंदु के रूप में जाना जाता है। हमारे शरीर में कुल 7 चक्र होते हैं, जो शरीर के अलग-अलग हिस्सों को संदर्भित करते हैं, और उनका कंनेक्शन शरीर के केंद्रीय चैनल के साथ जुड़ा है। ऐसा माना जाता है कि इन चक्र का संतुलित रहना हमारे ओवरओल स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है। यह चक्र हमारे शरीर के रीढ़ के आधार से शुरू होकर क्राउन तक चलते हैं। ऐसे में इन चक्रों के बंद होने के कारण व्यक्ति को स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं (Symptoms Of Blocked Chakra) हो सकती है। योग गुरु स्मृति के अनुसार ब्लॉक चक्र आमतौर पर ज्यादा तनाव और अस्वस्व जीवनशैली के कारण होता है। ऐसे में शरीर में नजर आने वाली लगातार नकारात्मक भावनाएं, शारीरिक गतिविधि की कमी, खराब नींद और तनाव ब्लॉक चक्र के कुछ कारण हैं। ऐसे में आइए जानते हैं चक्र ब्लॉक होने के शारीरिक संकेत क्या है? (What Are The Physical Symptoms Of A Blocked Chakra)

चक्र ब्लॉक होने के शारीरिक लक्षण - Physical Symptoms of Chakra Blockage in Hindi 

ओम (Third Eye Chakra) 

यह हमारे शरीर का दूसरा चक्र होता है, जो दोनों आंखों के बीच में स्थित होता है, इसे आज्ञा चक्र भी कहा जाता है। इस चक्र के असंतुलित होने पर आंखों की रोशनी कमजोर हो सकती है, साइनस की समस्या बढ़ सकती है, अनिद्रा, सिरदर्द, कान, नाक गले से जुड़ी समस्याएं होने का जोखिम बढ़ जाता है। 

हाम (Throat Chakra)

हाम यानी विशुद्ध चक्र हमारे गले में स्थित होता है। शरीर में इस चक्र के असंतुलित होने पर व्यक्ति को थायराइड की समस्या हो सकती है। इसके अलावा अगर आपको बार-बार एलर्जी, गर्दन में दर्द और सिरदर्द की समस्या हो रही है तो ये भी हाम चक्र बंद होने के शारीरिक लक्षण हो सकते हैं। 

यम (Heart Chakra)

यम चक्र हमारे दिल के पास होता है, जिसे अनाहत चक्र भी कहा जाता है। इस चक्र में बंद होने पर अधिकतर व्यक्ति को दिल से जुड़ी समस्याएं, अस्थमा, फेफड़ों से जुड़ी बीमारी और कंधे में दर्द होता है। 

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राम (Solar Plexus Chakra) 

राम चक्र (मणिपुर चक्र) हमारे पेट में स्थित होता है, जो पेट से जुड़ी समस्याओं के लिए जिम्मेदार होता है। मणिपुर चक्र असंतुलित होने पर व्यक्ति को अपच, तेजी से वजन बढ़ना, एसिडिटी, मसूड़ों से खून आने की समस्या होती है। 

वम (Sacral Chakra) 

वम या स्वाधिष्ठान चक्र जल तत्व के प्रेरण को बढ़ाता है, जो स्वास्थ्य, और संतुलन की ऊर्जा को एक्टिव करता है। इस चक्र बंद होने के कारण शरीर में यौन समस्याएं, एनीमिया, कम कामेच्छा, बांझपन और जोड़ों में दर्द की समस्या हो सकती है। 

लम (Root Chakra)

लम यानी मूलाधार चक्र शरीर की आधार ऊर्जा को सक्रिय करता है। शरीर में इस चक्र के असंतुलित होने पर व्यक्ति को घबराहट, पाचन से जुड़ी समस्याएं, अनिद्रा और तनाव जैसी समस्याएं हो सकती है। 

शरीर में होने वाली इन समस्याओं को समझकर आप अपने चक्र को संतुलित कर सकते हैं और किसी भी लगातार शारीरिक स्वास्थ्य समस्या के लिए डॉक्टर से सलाह जरूर लें। 

Image Credit- Freepik 

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