आयुर्वेदिक उत्पादों की दिग्गज कंपनी 'पतंजलि' ने मंगलवार को एक नई दवा कोरोनिल लॉन्च की है। कंपनी ने दावा किया कि यह आयुर्वेदिक दवा कोरोनोवायरस (COVID-19) का उपचार करने में सक्षम है। योग गुरु, स्वामी रामदेव ने हरिद्वार, उत्तराखंड में पतंजलि के मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में दवा को लॉन्च करते हुए कहा कि यह दवा क्लिीनिकल ट्रायल के बाद लॉन्च की गई है।
पतंजलि के सीईओ आचार्य बालकृष्ण ने इस महीने की शुरुआत में दावा किया था कि वैज्ञानिकों की एक टीम एक औषधीय यौगिक विकसित करने के लिए काम कर रही है जो कोविड-19 का उपचार कर सकती है। उन्होंने परीक्षण में 100 प्रतिशत अनुकूल परिणामों का दावा किया है। हालांकि, आयुष मंत्रालय ने दवा की जांच होनेे तक उसके प्रचार-प्रसार पर रोक लगा दी है।
दो संस्थाओं ने मिलकर किया अनुसंधान
पतंजलि ने कहा है कि कोरोना की दवा पर अनुसंधान पतंजलि अनुसंधान संस्थान (PRI) और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (NIMS), जयपुर की संयुक्त टीम द्वारा किया गया था। उत्पाद का निर्माण पतंजलि की दिव्य फार्मेसी द्वारा किया गया है।
चिकित्सा का शुभारंभ करते हुए, रामदेव ने कहा, "पूरी दुनिया किसी को कोरोनावायरस की एक दवा विकसित करने के लिए इंतजार कर रही है। आज, हमें गर्व है कि हमने कोरोनोवायरस के लिए पहली आयुर्वेदिक दवा विकसित की है। इसे कोरोनिल नाम दिया गया है।"
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100% है रिकवरी रेट
रामदेव ने कहा, "हमने 100 रोगियों पर क्लिीनिकल ट्रायल किया। उनमें से लगभग 65 प्रतिशत मरीजों में तीन दिनों के भीतर ही कोरोना के निगेटिव परिणाम दिखे। जबकि 7 दिनों के भी 100 प्रतिशत मरीज पूरी तरह से कोरोना से मुक्त हो गए।
रामदेव ने दावा किया है कि, यह दवा में 100 प्रतिशत रिकवरी दर और शून्य प्रतिशत मृत्यु दर है। उन्होंने कहा है कि कोविड-19 रोगियों के इलाज के लिए पतंजलि ने इस आयुर्वेदिक दवा को विकसित करने में "सभी वैज्ञानिक नियमों" का पालन किया है। दवा का दूसरा ट्रॉयल जल्दी ही गंभीर मरीजों पर किया जाएगा।
कोरोना के उपचार में तीन आयुर्वेदिक दवाओं का है मिश्रण
स्वामी रामदेव के मुताबिक, कोरोना वायरस के लिए कुल 3 आयुर्वेदिक दवाओं को लॉन्च किया गया है। जिसमें दिव्य कोरोनिल टैबलेट के अलावा श्वासारि बट्टी और अणु तेल शामिल है, जिन्हें एक साथ इस्तेमाल करने के लिए कहा गया है।
आयुष मंत्रालय ने रामदेव की कंपनी से मांगा ब्योरा
स्वामी रामदेव के कोरोना वायरस की दवा लांच करने के बाद आयुष मंत्रालय का भी जवाब सामने आया है। मंत्रालय ने पतंजलि को कोरोना वायरस की दवाई कोरोनिल के प्रचार प्रसार को रोकने का आदेश दिया है। साथ ही मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए कहा है कि दवाई के बारे में उसे कोई जानकारी नहीं है। मंत्रालय ने पतंजलि से कोरोना वायरस की दवा का पूरा ब्योरा मांगा है और जांच प्रक्रिया तक विज्ञापन न देने का आदेश दिया है।
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