कोरोना वायरस का इलाज करने में कारगर हो सकती है इन्‍फ्ल्‍यूएंजा की फेवीपिरवीर दवा, इस्‍तेमाल को मिली मंजूरी

कोरोना वायरस संक्रमण के बीच लगातार रिसर्च जारी है। एक एंटीवायरल ड्रग फेवीपिरवीर का कोरोना मरीजों पर ट्रायल काफी सकारात्‍मक रहा है।

Atul Modi
Written by: Atul ModiUpdated at: Jun 22, 2020 16:59 IST
कोरोना वायरस का इलाज करने में कारगर हो सकती है इन्‍फ्ल्‍यूएंजा की फेवीपिरवीर दवा, इस्‍तेमाल को मिली मंजूरी

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मुंबई की ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स कंपनी ने कोरोना वायरस के मरीजों का उपचार के लिए एंटीवायरल ड्रग फेवीपिरवीर (Antiviral drug Favipiravir) शर्तों के तहत मंजूरी दे दी गई है। भारत में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के मद्देनजर ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने आपातकाल स्थिति में इस दवा के प्रयोग का रास्‍ता साफ कर दिया है। नियम के मुताबिक, फेवीपिरवीर दवा के इस्‍तेमाल के लिए COVIS-19 पेशेंट के परिजनों से मंजूरी लेनी होगी।   

DCGI ने कहा है कि फेवीपिरवीर दवा के कोर्स की अवधि 14 दिन है और इस दवा को पहले एक हजार रोगियों को देने के साथ स्थिति की मॉनिटरिंग की जाएगी। फेवीपिरवीर दवा को हरी झंडी मिलने के बाद निर्माता कंपनी पूरे देश में 10 प्रमुख सरकारी और प्राइवेट हॉस्टिल्‍स से चिन्हित 150 पेशेंट के साथ फेविपिरवीर के स्‍टेज-3 के क्लिीनिकल ट्रायल की योजना बना रहा है।

फेवीपिरवीर क्‍या है- What is Favipiravi in Hindi

फेवीपिरवीर एक एंटी-वायरस दवा है और इसे इन्‍फ्लूएंजा के उपचार के लिए अनुमोदित किया गया है। फवीपिरवीर दवा का इस्‍तेमाल जापान और चीन समेत पूर्वी एशियाई देशों में इन्‍फ्ल्‍यूएंजा के लिए पहले से ही इस्‍तेमाल की जा रही है। मगर हाल ही में, इस दवाई का कोरोना वायरस के पेशेंट पर 18 क्लिीनिकल ट्रायल किए गए हैं, जिनका परिणाम काफी सकारात्‍मक रहा है। हालांकि, अन्‍य परिक्षणों के आंकड़ों की रिपोर्ट का अभी इंतजार किया जा रहा है।

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वायरस के प्रभाव को कम करती है फेवीपिरवीर! 

दरअसल, इस वर्ष फरवरी माह में चीन में कोरोना वायरस के उपचार के लिए फेवीपिरवीर दवा पर अध्‍ययन किए जा रहे थे। इस दौरान रिसर्च में वैज्ञानिकों ने पाया कि फेवीपिरवीर अन्‍य दवाओं की तुलना में वायरस के प्रभाव को तेजी से कम करने में सक्षम है। इस बात को सिद्ध करने के लिए वैज्ञानिकों ने पेशेंट के CT Scan रिपोर्ट भी देखी जिनमें काफी सुधार देखने को मिला। हालांकि कुछ मरीजों में इस दवा का नुकसान भी देखने को मिला।

किफायती दरों पर सरकार उपलब्‍ध कराएगी दवा

वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) के डीजी ने फेवीपिरवीर को एक सुरक्षित दवा बताया है। उन्‍होंने फेवीपिरवीर दवा के ट्रायल को 45 दिनों पूर्ण होने की संभावना जताई है। साथ ही डीजी ने यह भी कहा है कि, अगर दवा का ट्रायल सफल रहा तो जल्द ही सस्‍ते दामों पर फेवीपिरवीर दवा उपलब्ध कराई जाएगी। दरअसल, फेवीपिरवीर काफी पुरानी दवा है जिसका पेटेंट भी एक्सपायर हो चुका है।

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