Parkinson's Disease in Hindi: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, पार्किंसन एक मस्तिष्क से जुड़ा रोग है, जिसकी वजह से पीड़ित व्यक्ति को चलने-फिरने में दिक्कत हो सकती है। साथ ही, अनिद्रा और दर्द जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। जैसे-जैसे समय बढ़ता है, पार्किंसन रोग (PD) खराब होता जाता है। यानी पीड़ित व्यक्ति को ज्यादा परेशानी होने लगती है। पार्किंसन रोग होने पर व्यक्ति को कंपकंपी और बोलने में कठिनाई हो सकती है। इस रोग का कोई इलाज नहीं है। हालांकि, दवाइयों और ट्रीटमेंट के माध्यम से पार्किंसन रोग के लक्षणों को कम किया जा सकता है। पार्किंसन रोग के 5 चरण होते हैं। शुरुआत में इसके लक्षण हल्के होते हैं और व्यक्ति की दिनचर्या प्रभावित नहीं होती है। वहीं, जैसे-जैसे व्यक्ति चरण एक से आगे बढ़ता है, उसकी दिनचर्या बुरी तरह से प्रभावित होने लगती है।
पार्किंसन रोग के 5 चरण क्या है?- What Are The 5 Stages of Parkinsons Disease in Hindi
1. स्टेज 1
Parkinson's फाउंडेशन के अनुसार, पार्किंसन रोग के पहले चरण में व्यक्ति को हल्के लक्षणों का अनुभव होता है। स्टेज एक वाले व्यक्ति की दिनचर्या ज्यादा प्रभावित नहीं होती है। इस चरण में, रोग के लक्षण शरीर के सिर्फ एक तरफ महसूस हो सकते हैं।
- कंपकंपी
- संतुलन बनाने में कठिनाई होना
- चलने में परेशानी होना
- चेहरे के भावों में हल्के बदलाव होना
- शरीर का एक हिस्सा प्रभावित होना
2. स्टेज 2
पार्किंसन रोग के दूसरे स्टेज में व्यक्ति में लक्षण थोड़े बिगड़ने लगते हैं। इस स्टेज में व्यक्ति की गर्दन और धड़ प्रभावित हो सकता है। इसकी वजह से पीड़ित व्यक्ति को चलने में समस्याएं हो सकती हैं। साथ ही, उठने और बैठने की मुद्राएं भी खराब हो सकती हैं।
- शरीर का दोनों हिस्सा प्रभावित होना
- चलने में ज्यादा कठिनाई होना
- संतुलन बनाए रखने में दिक्कत होना
- उठने और बैठने में दिक्कत
- चेहरे के भाव में बदलाव
3. स्टेज 3
पार्किंसन रोग के तीसरे चरण में व्यक्ति को खड़े होने और मुड़ने में दिक्कत हो सकती है। इस स्टेज में पीड़ित व्यक्ति को बैलेंस बनाने में काफी मुश्किल होती है। तीसरी स्टेज में व्यक्ति खड़ने होने के दौरान बार-बार गिर सकता है।
- धीमी गति से चलना
- खाना पकाने और खाने में दिक्कत होना
- नहाने के दौरान दिक्कत महसूस होना
- कपड़े पहनने में मुश्किल होना
- शरीर का संतुलन बनाए रखने में दिक्कत होना

4. स्टेज 4
स्टेज 4 में व्यक्ति को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इस स्टेज में व्यक्ति सभी लक्षणों का अनुभव करने लगता है। उसकी दिनचर्या पूरी तरह से प्रभावित हो जाती है। स्टेज 4 में पीड़ित व्यक्ति को छड़ी या वॉकर के सहारे चलना पड़ सकता है। इसलिए इस स्टेज वाले व्यक्ति को कभी भी अकेले नहीं छोड़ना चाहिए। स्टेज 4 वाले व्यक्ति को घूमने-फिरने में दिक्कत हो सकती है।
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5. स्टेज 5
चरण 5 बेहद खतरनाक स्थिति होती है। इस स्थिति में व्यक्ति का खड़ा होना असंभव हो जाता है। व्यक्ति बिस्तर पर पड़ा रहता है और उसे घूमने-फिरने के लिए व्हीलचेयर की जरूरत पड़ती है।
- कब्ज
- खुशबू का अहसास न होना
- याद्दाश्त कमजोर होना
- वजन कम होना
- रोशनी कम होना
अगर आपको भी पार्किंसन रोग के किसी लक्षण का अनुभव हो रहा है, तो इस स्थिति को बिल्कुल नजरअंदाज न करें। आपको डॉक्टर से कंसल्ट जरूर करना चाहिए।