
What Is Parkinson's Disease In Hindi: पार्किंसन डिजीज एक बहुत ही कॉमन न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर है। यह आमतौर पर लोगों को 50 की उम्र के बाद प्रभावित करता है, हालांकि 50 से पहले भी यह लोगों को प्रभावित कर सकता है। जब 50 से कम उम्र के लोगों में पार्किंसन की स्थिति देखने को मिलती है, तो इसे यंग ऑनसेट पार्किंसन (Young-Onset Parkinson's, or YOPD) कहते हैं। इसे एक प्रगतिशील रोग कहा जाता है, क्योंकि यह नर्वस सिस्टम और तंत्रिकाओं द्वारा शरीर के कुछ हिस्सों को प्रभावित कर सकता है। इसके लक्षणों की शुरुआत धीरे से होती है। इसके कारण हाथ-पैर कांपने की स्थिति देखने को मिल सकती है। हालांकि इसके शुरुआती चरणों में लक्षण बहुत कम दिखाई देखने को मिलते हैं, या चेहरे पर किसी भी तरह के भाव नहीं दिखते हैं। आपको बोलने में परेशानी और आपकी आवाज नर्म हो सकती है। हालांकि समय के साथ जैसे-जैसे इसकी स्टेज बढ़ती है, पार्किंसंन रोग के लक्षण बिगड़ने लगते हैं।
लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि पार्किंसन बीमारी क्योंं होती है (parkinson rog kyon hota hai)? या किन कारणों (parkinson rog ke karan) से होती है? ओनलीमायहेल्थ (OnlymyHealth) की स्पेशल सीरीज 'बीमारी को समझें' में हम आपको डॉक्टर से बातचीत के आधार पर आसान भाषा में किसी बीमारी और उसके कारण समझाते हैं। भूलने की बीमारी क्यों होती है और इसके कारणों के बारे में अधिक जानकारी के लिए हमने डॉ. प्रियंका सहरावत (MD, DM- Neurology, AIIMS Delhi) से बात की। आइए जानते हैं पार्किंसन के कारण और इससे जुड़ी जरूरी जानकारी।
पार्किंसन रोग क्यों होता है- What Causes Parkinson's Disease In Hindi
अगर पार्किंसन बीमारी के कारणों की बात करें तो आमतौर इसके 60 प्रतिशत मामले इडियोपैथिक होते हैं, यानि जिसका कोई कारण नहीं होता है। बाकी के 40 प्रतिशत मामलों में यह अनुवांशिक यानि जिनके परिवार में किसी को यह समस्या रही है। कुछ टॉक्सिन्स जैसे प्रेस्टिसाइड्स के कारण भी पार्किंसन ट्रिगर हो सकता है। कुछ दवाओं का अधिक सेवन जैसे कि मानसिक रोगों के लिए दी जाने वाली दवाएं भी पार्किंसन का कारण बन सकती हैं।
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पार्किंसन रोग के लक्षण- Symptoms Of Parkinson's Disease In Hindi
इसके लक्षणों की बात करें तो पार्किंसन होने पर व्यक्ति और उसकी मूवमेंट काफी धीमी हो जाती है। वह चलते समय छोटी-छोटे स्टेप्स लेकर और झुकर चलना, स्टीमर्स यानि हाथ-पैर कांपना, चेहरे पर कोई एक्सप्रेशन न होना और पल्कों के झपकने की गति बहुत धीमी हो जाना पार्किंसन के प्रमुख लक्षण हैं।
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पार्किंसन रोग का इलाज क्या है- Parkinson's Disease Treatment In Hindi
डॉ. प्रियंका के अनुसार पार्किंसन रोग का इलाज नहीं किया जा सकता है। हालांकि कुछ दवाएं आपके लक्षणों को कम करने और उनमें सुधार करने में काफी कर सकती हैं। इसके अलावा आपकी स्थिति के अनुसार कभी-कभी, आपके डॉक्टर आपके मस्तिष्क के कुछ क्षेत्रों को रेगुलेशन और लक्षणों में सुधार करने के लिए सर्जरी करने का का सुझाव भी दे सकता है।
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