How To Control Drug Addiction: आजकल नशा करना कई लोगों के लिए ट्रेंड बन चुका है। शराब या ड्रग का सेवन करके लोग खुद को कूल फील करते हैं। कई लोग दिमाग शांत करने के लिए नशा करना पसंद करते हैं। यह आदत युवा पीढ़ी में तेजी से बढ़ती देखी जा सकती है। क्योंकि वो सही और गलत में फर्क समझें बगैर की आदत बना लेते हैं। एक बार अगर कोई व्यक्ति नशे का आदि हो जाता है, तो उसके लिए दोबार ठीक होना मुश्किल हो जाता है। इस बात का जीता-जागता उदाहरण हैं गुरदासपुर के पंकज महाजन। जिन्होंने 14 साल की उम्र में ही इस लत को गले लगा लिया था। पंकज महाजन एक सफल मोटिवेशनल स्पीकर हैं और फ्रीडम फ्राम ड्रग के नाम से अवेयरनेस ग्रुप भी चला रहे हैं। पंकज ने खुद को नशे की लत से बाहर निकालने के लिए काफी परिश्रम किया। आज पंकज लाखों लोगों के लिए मिसाल बन चुके हैं। ओनलीमायहेल्थ के साथ हुई खास बातचीत में पंकज ने बताया कि उन्होंने कई बार सुसाइड करने की कोशिश भी की। आइए ओनलीमायहेल्थ की स्पेशल सीरीज मेंटल हेल्थ मेटर्स में जानें पंकज की नशे से बाहर आने की कहानी।
छोटी उम्र में ही लग गई थी नशे की लत
पंकज बताते हैं कि उन्हें बहुत छोटी उम्र से ही नशे की लत लग गई थी। पंकज कहते हैं "मुझे 14 साल की उम्र से ही नशा करने की आदत हो गई थी..... जो धीरे-धीरे मेरी लत बनने लगी। शुरुआत में पंकज हल्के नशे करते थे, लेकिन शौक के साथ उन्होंने ड्रग्स लेना भी शुरू कर दिया था।
नशे की लत ने पंकज को कैसे प्रभावित किया
नशे की लत के कारण पंकज अपने इमोशंस पर भी कंट्रोल खोने लगे थे। कुछ समय बाद उन्होंने अपने कॉलेज के प्यार से शादी की। शादी के बाद भी पंकज की लत बनी रही। पंकज इमोशनल होते हुए बताया " शादी के बाद मेरी नशे की लत और भी ज्यादा बढ़ गई थी.... इसके कारण मेरी पत्नी से मुझसे अलग होने का फैसला कर लिया था। सरकारी नौकरी होने के कारण हमारी बेटी की कस्टडी भी मेरी पत्नी को मिली..... और मैं अकेला रह गया।"
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शारीरिक समस्याएं भी बढ़ने लगी
स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में बताते हुए पंकज बताते हैं कि वो शारीरिक रूप से कमजोर हो चुके थे। इस दौरान उन्हें काला पीलिया भी हो गया था, साथ ही ठीक से खड़ा होना भी उनके लिए मुश्किल हो जाता था। इसके कारण पंकज को 11 दिन तक वेंटिलेटर पर रहना पड़ा था। पंकज बताते हैं कि ड्रग्स के इंजेक्शन लेने के कारण उनका पूरा शरीर सूज चुका था। एक बार उन्होंने सुसाइड करने की कोशिश भी की थी। क्योंकि वो बेटी और पत्नी से दूर होने का गम नहीं झेल पा रहे थे। इसके बाद उन्होंने ड्रग्स छोड़ने की भी ठानी थी।
पंकज से नशे की लत कैसे छोड़ी
नशे की लत से बाहर आने में पंकज को काफी समय लगा। इस दौरान उन्हें बार-बार नशा करने की तलब उठती थी। नशा छोड़ने के लिए पंकज दिनभर अपने कमरे में अकेले पड़े रहते थे। उन्होंने हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो करना शुरू किया। इस आदत से बाहर आने के लिए पंकज साइकोलॉजिस्ट की मदद भी लेते थे। वो दवाईयां भी खाते थे, जिससे उनकी तलब कम होती थी। लेकिन इस आदत से बाहर निकलने में उनके सेल्फ मोटिवेशन ने उनकी मदद की।
आज पंकज खुद को पूरी तरह बदल चुके हैं। नशे की जंग से लड़ने के लिए पंकज ने फ्रीडम फ्राम ड्रग के नाम से अवेयरनेस ग्रुप भी शुरू किया। जहां वो ऐसे ही हजारों लोगों को नशा छोड़ने में मदद करते हैं।
पंकज के उदाहरण से हमने देखा कि कैसे नशे की लत व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य को भी नुकसान कर सकती है। जानें इस लत को कंट्रोल कैसे करना है-
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नशे की लत छुटकारा कैसे पाएं- How To Overcome From Drug Addiction
- सबसे पहले आपको डॉक्टर और एक्सपर्ट से संपर्क करने की जरूरत है। जिससे आपको अपनी लत छोड़ने का सही तरीका मिल सके।
- नशा मुक्ति पर काम करने वाले ग्रुप का हिस्सा बनें। क्योंकि दूसरों के उदाहरण से आपको अपनी लत छोड़ने का मोटिवेशन मिलेगा।
- हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो करें और हेल्दी आदतें अपनाएं। इससे आप एक्टिव रहेंगे और आपको अपनी लत छोड़ने में भी मदद मिलेगी।
- तनाव से दूरी बनाएं और उन लोगों के करीब रहे, जो आपको अच्छा महसूस कराते हैं।
पंकज की कहानी से हमने जाना कि कोई आदत कैसे हमारी लत बन जाती है। इसलिए अपनी लत को समय पर कंट्रोल करना जरूरी है। इस सीरीज में हम ऐसे ही असल जिंदगी की कहानियां आपसे साझा करते हैं। जिससे आपको जिंदगी की हर परिस्थिति में खुद को संभालने में मदद मिल पाए।