किसी फल का जूस तो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद ही होगा। आम धारणा यही है। लेकिन विशेषज्ञों की राय में यह धारणा गलत है। हर चीज के अच्छे और बुरे, दोनों पहलू होते हैं। जूस के बारे में भी यही बात सही है। एक नए अध्ययन से पता चला है कि अगर रोज एक गिलास संतरे का जूस पीते रहा जाए तो डायबिटीज होने का खतरा बढ़ जाता है।
शोधकर्ताओं ने पाया कि जो महिलाएं प्रतिदिन सुबह एक गिलास जूस पीती थीं, उनमें टाइप टू डायबिटीज होने का खतरा जूस नहीं पीने वालों की तुलना में 18 फीसदी ज्यादा था। हालांकि अभी यह नहीं कहा जा सकता कि क्या ऐसा खतरा पुरुषों को भी होता है? दरअसल, इस शोध का नतीजा केवल महिलाओं पर किए गए परीक्षण पर आधारित है। शोध में करीब 70 हजार महिलाओं को शामिल किया गया।
बहरहाल, शोधकर्ताओं ने यह जरूर पाया कि जूस के बदले अगर समूचा फल खाया जाए तो यह स्वास्थ्य के लिए अच्छा है। इससे डायबिटीज का खतरा कम हुआ पाया गया। वजह यह है कि जूस में मौजूद प्राकृतिक शुगर पेट में काफी कम समय में अवशोषित कर लिया जाता है। इस तरह खून में शुगर का स्तर बढ़ जाता है। लेकिन समूचा फल खाने की स्थिति में यह बात लागू नहीं होती। कारण यह कि फल में रेशे की मौजूदगी के चलते शुगर के अवशोषण की प्रक्रिया धीमी हो जाती है।
यानी, साफ कहा जाए तो शोधकर्ता इस निष्कर्ष पर पहंचे कि फलों से रस निकाल कर पीने की तुलना में बेहतर है उन्हें ठोस रूप में ही खाया जाए।