अस्थमा एक ऐसी समस्या है, जिसमें व्यक्ति को प्रदूषण और धूल-मिट्टी की वजह से सांस लेने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। शोधकर्ताओं ने ग्रैफीन-आधारित सेंसर का निर्माण किया है, जो फेफड़ों में सूजन का पता लगा सकता है। यह अस्थमा को काबू में रखने के लिए पहनने योग्य यंत्र बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
शोधकर्ताओं का मानना है कि यह यंत्र अस्थमा का दौरा पड़ने का पूर्वानुमान और अस्थमा और अन्य श्वसन रोगों के प्रबंधन में सुधार कर सकता है। इसके साथ ही यह इन रोगों के कारण अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति से भी बचाव कर सकता है।
अमेरिका के न्यूजर्सी की रटगर्स यूनिवर्सिटी-न्यू ब्रुंसविक के सहायक प्राध्यापक मेहदी जवांमर्द ने बताया, “हमारा लक्ष्य एक ऐसा उपकरण विकसित करना है, जिसे अस्थमा या किसी अन्य श्वसन रोग से ग्रसित व्यक्ति अपनी गर्दन या कलाई पर पहन सकता है और यह समय-समय पर अस्थमा के दौरे या अन्य समस्याएं शुरू होने का अनुमान लगा सकता है।”
News Source- IANS
Read More Health Related Articles In Hindi