Oil Or Ghee Which Is Better To Cook Food In For A Healthy Liver In Hindi: आज के समय में गलत खानपान और खराब लाइफस्टाइल के कारण ज्यादातर लोग में फैटी लिवर जैसी लिवर के स्वास्थ्य से किसी न किस समस्या से परेशान रहते हैं। इनके अलावा, अनहेल्दी खानपान के कारण हेपेटाइटिस, लिवर सिरोसिस और लिवर कैंसर जैसी लिवर के स्वास्थ्य से जुड़ी गंभीर समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है। लिवर शरीर के अहम अंगों में से एक है, जो शरीर को डिटॉक्स करता है, साथ ही, यह कार्बोहाइड्रेट और फैट्स को मेटाबॉलाइज करता है और जरूरी प्रोटीन और एंजाइम्स का उत्पादन करता है। ऐसे में लिवर से जुड़ी समस्या होने पर लोगों को थकान होने, कमजोरी होने, उल्टी आने, पेट में दर्द होने, यूरिन के रंग में बदलाव होने, आंखों और त्वचा के पीला पड़ने और लोगों को भूख न लगने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में इन समस्याओं से राहत और लिवर को हेल्दी रखने के लिए लोगों को पोषक तत्वों से युक्त हेल्दी फूड्स को डाइट में शामिल करने और नियमित एक्सरसाइज करने जैसी हेल्दी लाइफस्टाइल टिप्स को फॉलो करने की सलाह दी जाती है। ऐसे में अक्सर लोगों के मन में सवाल उठता है कि लिवर की समस्या से पीड़ित लोगों को खाना घी में पकाना चाहिए या तेल में? ऐसे में आइए नोएडा के मेट्रो हॉस्पिटल के मेट्रो इंस्टीट्यूट ऑफ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, हेपेटोलॉजी के अध्यक्ष डॉ. हर्ष कपूर (Dr. Harsh Kapoor, Chairman - Metro Institute of Gastroenterology, Hepatology, Metro Hospital, Noida) से जानें घी या तेल किसमें खाना पकाना सही है?
लिवर के लिए घी - Ghee For Liver Health In Hindi
डॉ. हर्ष के अनुसार, भारतीय घरों में पारंपरिक तौर पर घी का इस्तेमाल किया जाता है। यह एक नेचुरल फैट है, जो एक तरह का सैचुरेटेड फैट है, साथ ही, इसमें ब्यूटीरेट नामक फैटी एसिड होता है, जो आंतों की सूजन को कम करने, लिवर पर अच्छे प्रभाव डालने और पाचन में सुधार करने में सहायक है। आयुर्वेद के अनुसार, घी को शुद्ध और सात्विक भोजन माना जाता है, जो शरीर को एनर्जी और गर्माहट देने में सहायक है। इसके अलावा, घी में अच्छी मात्रा में सॉल्युबल विटामिन-ई, डी, के और ए पाए जाते हैं, जो लिवर के कार्यों को बेहतर बनाने में सहायक है।
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लेकिन ध्यान रहे, फैटी लिवर, मोटापे, हाई कोलेस्ट्रॉल या हार्ट से जुड़ी बीमारियों से पीड़ित लोगों को घी का सेवन सीमित मात्रा में और सावधानी के साथ करना चाहिए। इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से लिवर पर अधिक प्रेशर पड़ता है, जो स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
लिवर के लिए तेल - Oil For Liver Health In Hindi
डॉ. हर्ष के अनुसार, आज के समय में कुकिंग के लिए ज्यादातर तेल का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन हर तरह का तेल लिवर के लिए सही नहीं होता है। ऐसे में लिवर के लिए ऑलिव ऑयल (Olive Oil), सरसों के तेल और कोल्ड-प्रेस्ड नारियल तेल लिवर के लिए स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।
- ऑलिव ऑयल में मोनोअनसैचुरेटेड फैट्स होते हैं, जो लिवर को हेल्दी रखने, लिवर के फैट्स को कम करने और लिवर को एंटी-ऑक्सीडेंट्स देने में मददगार हैं।
- सरसों के तेल में अच्छी मात्रा में विटामिन-ई, ओमेगा-3 फैटी एसिड और एंटी-इंफ्लेमेटरी के गुण पाए जाते हैं, जो अच्छे स्वास्थ्य के लिए एक अच्छा ऑप्शन है।
- कोल्ड-प्रेस्ड नारियल तेल को सीमित मात्रा में लेना ही लिवर की हेल्थ के लिए अच्छा है, खासकर व्यक्ति के मेटाबॉलिज्म के स्लो होने की स्थिति में।
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ध्यान रहे, लिवर की समस्या में रिफाइंड ऑयल्स का सेवन करने से बचना चाहिए, क्योंकि इनको अधिक प्रोसेसिंग से तैयार किया जाता है और इनमें कई केमिकल होते हैं, जो लिवर पर अधिक प्रेशर डालते हैं। इसके अलावा, लिवर की समस्या में डीप फ्राई समोसे, पकोड़े जैसे फूड्स को खाने से बचना चाहिए। इसके कारण लोगों के लिवर पर फैट जमा होने और NAFLD (Non-Alcoholic Fatty Liver Disease) जैसी समस्याओं को बढ़ावा मिल सकता है।
लिवर के लिए घी या तेल किससे बना खाना सही? - Which Food Is Better For The Liver To Eat - Ghee Or Oil?
डॉ. हर्ष कपूर के अनुसार, लिवर के लिए घी सही है या तेल यह कहना सही नहीं है। लिवर के लिए घी सही है या तेल, यह लाइफस्टाइल, स्वास्थ्य स्थिति, उम्र, लिवर की स्थिति और वजन पर निर्भर करता है। लिवर की समस्या में घी और तेल दोनों दोनों का इस्तेमाल सीमित मात्रा में और डॉक्टर की सलाह पर किया जा सकता है। इसकी क्वालिटी और क्वांटिटी का ध्यान जरूर रखें। बता दें, व्यक्ति को प्रतिदिन की कुल कैलोरीज का 20 से 30 प्रतिशत ही फैट का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा, हेल्दी लिवर के लिए एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल, सरसों तेल, और देसी गाय का शुद्ध घी तीनों को ही बदल-बदल कर इस्तेमाल करना सुरक्षित है। फैटी लिवर की समस्या से पीड़ित लोगों को फ्राइड फूड, प्रोसेस्ड फूड और प्रोसेस्ड तेलों का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए।
निष्कर्ष
लिवर के लिए घी यही है या तेल यह कहना सही नहीं है, क्योंकि अगर आपका वजन नियंत्रित है, आप नियमित एक्सरसाइज करते हैं और आपका लिवर स्वस्थ है तो ऐसे में हेल्दी तेलों या घी का सेवन सीमित मात्रा में किया जा सकता है। लेकिन अगर आपको फैटी लिवर, एलिवेटेड लिवर एंजाइम्स जैसी लिवर से जुड़ी बीमारियां हैं, तो डॉक्टर की सलाह पर ही फैट्स को चुनें। ध्यान रहे, लिवर के स्वास्थ्य के लिए असल परेशानी फैट नहीं, उनकी मात्रा और क्वालिटी है।
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FAQ
फैटी लिवर में क्या-क्या दिक्कत होती है?
फैटी लिवर की समस्या होने पर लोगों को पेट में दर्द होने, बेचैनी होने, जी मिचलाने, भूख कम लगन, थकान और कमजोरी होने, आंखों और त्वचा के पीला पड़ने, यूरिन का रंग गहरा पीला होने और कई बार उल्टी आने जैसा महसूस होने की समस्या होती है। ऐसे में इन लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।फैटी लिवर में क्या खाना चाहिए?
फैटी लिवर की समस्या होने पर व्यक्ति को हरी सब्जियां, नाशपाती, जामुन, सेब, चना, दाल, एवोकाडो, हल्दी, ग्रीन टी, नारियल पानी, कॉफी, लहसुन, ऑलिव ऑयल, सीड्स और नट्स को डाइट में शामिल करें। इनसे स्वास्थ्य के साथ-साथ लिवर को भी हेल्दी रखने में मदद मिलती है।फैटी लिवर में क्या परहेज करना चाहिए?
फैटी लिवर की समस्या होने पर लोगों को प्रोसेस्ड फूड, तला-भूना खाना, अनहेल्दी फैट्स, अधिक मात्र में रेड मीट, अल्कोहल और अधिक मात्रा में मीठा खाने से बचना चाहिए। इनका अधिक सेवन करने से लोगों में फैटी लिवर की समस्या बढ़ सकती है।