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ओट्स या सूजी, वजन घटाने के लिए कौन सा बेहतर है? एक्सपर्ट से जानें और फिर करें इनका सेवन

Oats vs rava for weight loss: वजन घटाने के लिए आप ओट्स खाएं या फिर सूजी। इन दोनों में से कौन सा अनाज, सेहत के लिए फायदेमंद है। एक्सपर्ट से जानते हैं इस बारे में विस्तार से। 
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ओट्स या सूजी, वजन घटाने के लिए कौन सा बेहतर है? एक्सपर्ट से जानें और फिर करें इनका सेवन

Oats vs rava for weight loss: वजन घटाने के लिए लोग क्या नहीं करते। तरह-तरह की चीजों का सेवन करते हैं और वर्कआउट व फास्टिंग की मदद लेते हैं। जबकि, अगर आप डाइट में कुछ चीजों को शामिल कर लें तो वजन घटाने में आपको मदद मिल सकती है। जैसे कि कुछ लोग वजन घटाने के लिए ओट्स खाते हैं तो कुछ लोग नाश्ते में सूजी से बनी चीजों को खाते हैं। लेकिन, सवाल यह है कि वेट लॉस कर रहे हैं तो आपको अपनी डाइट में इन दोनों में से किसका सेवन करना चाहिए। आइए, जानते हैं इस बारे में Ms. Edwina Raj, Head of Services - Clinical Nutrition & Dietetics, Aster CMI Hospital, Bangalore से।

वजन घटाने के लिए ओट्स या सूजी में से कौन बेहतर है-Which is good for weight loss in Hindi?

वजन घटाने के लिए ओट्स बनाम सूजी की प्रभावशीलता पर विचार करते समय, उनके पोषण संबंधी प्रोफाइल की जांच करना और यह देखना आवश्यक है कि वे तृप्ति और चयापचय को कैसे प्रभावित करते हैं। ओट्स में निस्संदेह आहार फाइबर, विशेष रूप से बीटा-ग्लूकन भरपूर मात्रा में होता है, जो परिपूर्णता की भावना को बढ़ावा देने के लिए दिखाया गया है जो पेट को भरा रखता है। यह आपके पेट में स्वस्थ बैक्टीरिया के लिए भोजन प्रदान करता है और कुल कैलोरी सेवन को कम करता है।

यह फाइबर सामग्री न केवल पाचन में सहायता करती है बल्कि ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में भी मदद करती है, लेकिन इनमें फॉस्फोरस और प्यूरीन की मात्रा अधिक होती है और आप किस प्रकार का ओट्स चुनते हैं यह मायने रखता है क्योंकि प्रोसेस्ड ओट्स के सेवन से वजन घटाने में मदद नहीं मिलती। ओट्स जटिल कार्बोहाइड्रेट का भी एक अच्छा स्रोत हैं, जो निरंतर ऊर्जा प्रदान करते हैं और सिंपल शुगर से जुड़े स्पाइक्स को रोकने में मदद कर सकते हैं।

दूसरी ओर, ड्यूरम गेहूं से प्राप्त सूजी भी एक पौष्टिक विकल्प है, लेकिन इसकी संरचना अलग होती है। हालांकि, इसमें कुछ प्रोटीन और आवश्यक पोषक तत्व होते हैं, लेकिन ओट्स की तुलना में सूजी में फाइबर कम होता है। फाइबर की यह कम मात्रा पाचन को तेज़ कर सकती है और तृप्ति को कम कर सकती है, जिसके परिणामस्वरूप खाने के तुरंत बाद भूख बढ़ सकती है। ओट्स की तुलना में सूजी में ग्लाइसेमिक इंडेक्स अधिक होता है, जिससे ब्लड शुगर के स्तर में तेजी से वृद्धि हो सकती है। इसलिए, जबकि ओट्स और सूजी दोनों ही संतुलित आहार का हिस्सा हो सकते हैं, ओट्स या बिना पॉलिश किए हुए अनाज उन लोगों के लिए बेहतर विकल्प हो सकते हैं जो विशेष रूप से अपने उच्च फाइबर सामग्री और तृप्ति को बढ़ावा देने की बेहतर क्षमता के कारण वजन घटाने को लक्षित कर रहे हैं।

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सूजी जिसमें फाइबर कम है लेकिन प्रोटीन ज्यादा है जो आपको लंबे समय तक भरा हुआ महसूस करा सकते हैं। लेकिन, यह हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स के कारण ब्लड शुगर में उछाल पैदा कर सकता है, खासकर अगर बड़ी मात्रा में सेवन किया जाए। जबकि, ओट्स घुलनशील फाइबर से भरपूर, जो पाचन को धीमा करता है और तृप्ति को बढ़ावा देता है। यह ब्लड शुगर के स्तर को स्थिर करता है, जिससे क्रेविंग कम होती है और वजन घटाने में मदद मिलती है।

तो आपको कौन सा चुनना चाहिए?

अगर आप वजन घटा रहे हैं तो ओट्स का हाई फाइबर और प्रोटीन सामग्री बेहतर हैं। यह आपको लंबे समय तक भरा रखेंगे, क्रेविंग कम करते हैं तो वजन घटाने के लिए इसका सेवन करें। हालांकि, अगर आपके बजट में है, तो रवा संयम से काम कर सकता है, खासकर जब सब्जियों के साथ इसे खाना वजन घटाने में मददगार है।

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वेट लॉस के लिए कैसे करें ओट्स का सेवन-How to have oats for weight loss

वेट लॉस के लिए आप ओट्स का सेवन कई प्रकार से कर सकते हैं। लेकिन, सबसे कारगर तरीका यह है कि आप पहले ओट्स को रात में पानी मे भिगोकर रख दें। फिर सुबह ओट्स में फल और बाकी ड्राई फ्रूट्स मिलाकर खा लें। आप ठंडे दूध में भी ओट्स मिलाकर खा सकते हैं। इससे इसका फाइबर बढ़ जाता है, आंतों की गति तेज होती है, मेटाबॉलिज्म तेज होता है और फिर वेट लॉस में मदद मिलती है। इसके अलावा आप खिचड़ी की तरह खूब सारी सब्जियों के साथ ओट्स बनाकर खा सकते हैं। तो वजन घटाने के लिए आप इस प्रकार से ओट्स खा सकते हैं।

FAQ

  • क्या ओट्स रोज खाना अच्छा होता है?

    रोजाना ओट्स खाने से आपके शरीर को नुकसान नहीं होता इसलिए आप इसे रोज खा सकते हैं। नाश्ते में खाने से ये आपके पेट को किक स्टार्ट देता है और मेटाबॉलिज्म तेज करता है। इससे आपको क्रेविंग नहीं होती और आप अपने दिनभर की क्रेविंग से बचे रह सकते हैं। 
  • क्या डायबिटीज के मरीज ओट्स खा सकते हैं?

    डायबिटीज के मरीद भी ओट्स खा सकते हैं बस ध्यान रखें कि इसमें सब्जियों को शामिल करें और इसे नमकीन ओट्स के रूप में खाएं। कोशिश करें कि इसे दूध में मिलाकर न खाएं। साथ ही किसी भी प्रकार के ड्राई फ्रूट्स और फलों के साथ इसके सेवन से बचें।
  • एसिडिटी में सूजी खाना चाहिए या नहीं?

    एसिडिटी में सूजी खाने से बचना चाहिए क्योंकि सूजी को पचाना कई बार पेट के लिए आसान नहीं होता। यह पेट से जुड़ी समस्याओं को बढ़ा सकता है जिससे गैस व एसिडिटी की समस्या बढ़ सकती है। इसलिए आपको एसिडिटी में सूजी के सेवन से बचना चाहिए।

 

 

 

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