चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में भारत हर दिन नए आयाम छू रहा है। त्वचा संबंधी रोगों का पहले ही पता लगाने वाली 3डी स्किन एसेसमेंट तकनीक अब देश में भी उपलब्ध होगी। यह एक ऐसी तकनीक है जिसकी मदद से त्वचा संबंधी समस्याओं का इलाज समय से पहले किया जा सकेगा।
नई 3डी स्किन एसेसमेंट तकनीक के जरिए त्वचा संबंधी रोगों की समय पूर्व पहचान के साथ ही त्वचा की बनावट और स्किन को सूर्य की यूवी किरणों से होने वाले नुकसान के बारे में भी पता चल सकेगा। इस तकनीक से स्किन संबंधी पूर्व विश्लेषण आसानी से किया जा सकेगा।
इसके साथ ही 3डी टेक्नीक से त्वचा में मौजूद मेलोनिन और हीमोग्लोबिन का स्तर भी आसानी से पता लगाया जा सकेगा। इसमें मौजूद 3डी इमेजिंग डाइग्नोसिस की मदद से स्किन में होने वाले बदलावों की जानकारी भी पहले ही मिल जाएगी।
अभी तक त्वचा में आने वाले बदलावों को आंखों के जरिए देखना जल्द संभव नहीं हो पाता था। अक्सर परेशानी होने पर ही त्वचा संबंधी बदलाव का पता चलता था। देश में करीब 10 प्रतिशत लोग त्वचा संबंधित परेशानी से ग्रसित है। स्किन संबंधी समस्या में सफेद धब्बे, एक्जिमा और मुंहासे आदि होना आम है।
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