मुलेठी (mulethi benefits in hindi) एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जो कि कई प्रकार से शरीर के लिए फायदेमंद है। मुलेठी में कई ऐसे गुण है जो कि सर्दी-जुकाम से लेकर पेट तक की परेशानियों को दूर करता है। इसका इस्तेमाल कर पुराने जमाने में कई प्रकार के रोगों को ठीक किया जाता था। इसे लोग जहां त्वचा की सुंदरता बढ़ाने के लिए इस्तेमाल करते थे, तो कुछ लोग इसके इस्तेमाल से शरीर की सूजन दूर करते थे। तो, बदलते मौसम में ये अस्थमा और सांस से जुड़ी बीमारियों को दूर करने में भी मददगार है। पर आज हम बात कब्ज में मुलेठी के इस्तेमाल की करेंगे। दरअसल, पुराने कब्ज से पीड़ित लोगों के लिए मुलेठी एक रामबाण इलाज (home remedies for constipation) है। तो, आइए जानते हैं कब्ज में मुलेठी इस्तेमाल करने का तरीका और फायदे।
कब्ज में कैसे फायदेमंद है मुलेठी-Mulethi for Constipation
1. मुलेठी वाली चाय
अगर आपको बार-बार हर कुछ दिनों के बाद कब्ज की समस्या रहती है तो आपको हर सुबह मुलेठी वाली चाय पीनी चाहिए। दरअसल, मुलेठी वाली चाय को पीसे से आपका मेटाबोलिज्म अच्छा रहेगा और आप जो खाएंगे अच्छे से पच जाएगा। इसके अलावा ये पेट के साथ आंतों की भी सफाई करता है और स्टूल तो मुलायम बना कर कब्ज से राहत दिलाता है। इसके अलावा जिन लोगों को गैस की समस्या रहती है उनके लिए ये बेहद ही फायदेमंद है। ये आंत में बढ़ने से भी रोकते हैं। फूड पॉइजनिंग, पेट के अल्सर या अपच से बचाव में भी मदद करता है।
2. बोवेल मूवमेंट को सही करता है मुलेठी पाउडर
मुलेठी पाउडर बोवेल मूवमेंट को ठीक करने में मददगार है। जब आपको कब्ज हो तो इस आप रात में गर्म पानी के साथ ले सकते हैं। इसके लिए आप मुलेठी की जड़ को पीस कर और उसका पाउडर बना कर इस्तेमाल कर सकते हैं। दरअसल, कब्ज की समस्या उन लोगों को ज्यादा होती है जिनके शरीर में फाइबर की कमी होती है या फिर वो पानी कम पीते हैं। ऐसे में मुलेठी पाउडर आपके स्टूल में थोक जोड़ता है और इसे मुलायम बनाता है। इस तरह ये बोवेल मूवमेंट को सही करता है और कब्ज की समस्या से दूर करते हैं।
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3. मुलेठी और गुड़ लें
मुलेठी की जड़ों को कूट लें और इसमें गुड़ मिला कर गुनगुने पानी के साथ लें। ये पाचन क्रिया और आंतों के काम काज में तेजी लाता है ये पेट की परत को शांत करता है और संतुलन को बहाल करता है। एक प्राकृतिक एंटासिड होने के कारण, यह पेट में हाइड्रोक्लोरिक एसिड के स्राव को कम करता है जो बदले में सीने में जलन और पेप्टिक म्यूकोसा के कारण गैस्ट्राइटिस को कम करता है।
4. सुबह खाली पेट गर्म पानी के साथ लें मुलेठी
सुबह खाली पेट गर्म पानी के साथ मुलेठी लेने के फायदे कई हैं। ये पाचन को बढ़ाता है और कब्ज से राहत दिलाता है। मुलेठी में सक्रिय यौगिक ग्लाइसीराइज़िन और कार्बेनॉक्सोलोन होते हैं जो कब्ज, पेट की परेशानी, अपच, एसिडिटी और पेट की अन्य समस्याओं को दूर करने के लिए जाने जाते हैं। यह एक हल्के लैक्सेटिव के रूप में भी काम करता है, मल त्याग को उत्तेजित करने में प्रभावी भूमिका निभाता है।
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5. छाछ में मिला कर लें मुलेठी
पेट की बीमारियां जैसे सूजन, अपच, एसिडिटी, ब्लॉटिंग और कब्ज, सभी में छाछ का सेवन फायदेमंद है। मुलेठी के जड़ में मौजूद कार्बेनोक्सोलोन और ग्लाइसीर्रिज़िन पेट की इन समस्याओं में तुरंत राहत मिलती है। साथ ही इसका एंटी इंफ्लेमेटरी गुण शरीर में सूजन की समस्या को दूर करता है। इस तरह ये पेट के सूजन को कम करने में मददगार है। इसके अलावा इसका एंटी-ऑक्सीडेंट गुण शरीर में दर्द और सूजन पैदा करने वाले फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को भी कम करते हैं।
मुलेठी की एक खास बात ये भी है कि इसका फाइटोएस्ट्रोजेनिक यौगिक शरीर में हार्मोनल असंतुलन को ठीक करने में मदद करते हैं जिससे मेनोपॉज के लक्षणों कमी आती है। इसके अलावा ये इम्यूनिटी बढ़ाने में भी मददगार है।
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