राखी का त्यौहार दस्तक देने वाला है। इस दौरान कई तरह के पकवान तैयार किए जाते हैं जिनमें से एक है घेवर। घेवर एक तरह की राजस्थानी मिठाई है जिसे पूरे देश में लोग बड़े चाव से खाते और खिलाते हैं। बाजार में मिलने वाले घेवर में ढेर सारी कैलोरीज हो सकती हैं लेकिन इस पकवान को घर पर तैयार करेंगे, तो ये आपके लिए सेहतमंद साबित होगा। मॉनसून के दौरान इसका सेवन कैसे फायदेमंद है ये हम आगे जानेंगे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने Holi Family Hospital, Delhi की डायटीशियन Sanah Gill से बात की।
मॉनसून में क्यों बनाया जाता है घेवर?
मॉनसून के दौरान वातावरण में नमी ज्यादा होती है। हवा की इसी नमी की मदद से घेवर (ghewar) को तैयार किया जाता है इसलिए ये मिठाई इस मौसम में बनती है। कई प्रकार के घेवर घरों में बनाए जाते हैं जैसे मलाई घेवर, रबड़ी घेवर, चॉकलेट घेवर और ड्राईफ्रूट्स वाला घेवर, पनीर घेवर आदि।
टॉप स्टोरीज़
घेवर में मौजूद पोषक तत्व
घेवर में मखाने का पाउडर डालने से उसमें प्रोटीन, कॉर्ब्स, फॉस्फोरस जैसे गुण जुड़ जाते हैं। बैटर को दूध से तैयार किया जाता है। दूध में कैल्शियम, विटामिन ए, विटामिन डी, मैग्नीशियम पाया जाता है। घेवर में मौजूद तीसरी सामग्री है घी जिसमें ओमेगा 3, विटामिन के, ई पाया जाता है। घेवर में गुड़ की चाशनी मिलाई जाती है जिससे उसमें कॉपर, विटामिन बी, आयरन आदि पोषक तत्व पाए जाते हैं।
इसे भी पढ़ें- मॉनसून डाइट में शामिल करें ये 5 सुपरफूड्स, बचाएंगे मौसमी बीमारियों से
मॉनसून में घेवर खाने के फायदे
मॉनसून में पेट से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इस दौरान आपको दही, दूध और पाचन तंत्र को मजबूत रखने वाले आहार खाने चाहिए। जानते हैं मॉनसून में घेवर खाने के फायदे-
एसिडिटी दूर होती है
सावन के दौरान शरीर में सूखापन और एसिडिटी (acidity) की समस्या होती है। इसके कारण लोगों को बेचैनी महसूस होती है। इस समस्या को दूर करने के लिए आप घेवर का सेवन कर सकते हैं।
इम्यूनिटी बढ़ती है
घेवर में घी मौजूद होता है। घी का सेवन मॉनसून में फायदेमंद माना जाता है। घी खाने से इम्यूनिटी (immunity) बढ़ती है। इसे चीनी या गुड़ और घी के मिश्रण से बताया जाता है। आयुर्वेद के मुताबिक, इससे वात और पित्त को शांत करने में मदद मिलती है।
प्रेगनेंसी में घेवर का सेवन
घेवर का सेवन करने से मुंह का स्वाद बदलता है। प्रेगनेंसी (pregnancy) में मावा, दूध, मलाई और पनीर आदि का सेवन करने की सलाह दी जाती है और घेवर इन सभी का मिश्रण है। लेकिन इसकी सीमित मात्रा खाएं और रेसिपी में हेल्दी सामग्री का इस्तेमाल करें। प्रेगनेंसी के दौरान घेवर का एक छोटा टुकड़ा ही दिनभर में खाएं। घेवर में चीनी न मिलाएं और इसे रात में खाने के बजाय दिन या सुबह के वक्त खा सकती हैं।
घेवर कैसे बनता है?- Ghewar Recipe In Hindi
सामग्री: घेवर बनाने के लिए आपको मखाना, दूध, पानी, घी, गुड़ और मेवे आदि की जरूरत होगी।
विधि:
- घेवर बनाने के लिए एक कप मखाने का पाउडर लें।
- उसमें एक कप पानी और दूध डालकर बैटर तैयार करें।
- घेवर बनाने के लिए ठंडे दूध का इस्तेमाल करें।
- बैटर हल्का पतला रहना चाहिए।
- फिर एक बर्तन में घी लगाकर उसमें बैटर डाल दें।
- जब घेवर पक जाए, तो उसे ठंडा होने के लिए रख दें।
- एक पैन में गुड़ की चाश्नी तैयार करें।
- चाशनी बनाने के लिए ¾ कप पानी के साथ 1 कप गुड़ का चुरा मिलाएं।
- जब तक गुड़ पिघल न जाए, उसे पकाते रहें।
- घेवर को चाश्नी में डाल दें।
- जब घेवर ठंडा हो जाए, तो ऊपर से मेवे डालें।
- मलाई घेवर बनाने के लिए ऊपर से मलाई की परत भी डाल सकते हैं।
- ताजा घेवर खाएं और सभी को खिलाएं।
- आप घेवर को फ्रिज में 2 हफ्ते तक स्टोर कर सकते हैं।
घेवर में मावा, चीनी या मैदा डालने से बचें। इससे कैलोरीज बढ़ जाती हैं। आप भी इस सावन में घर पर हेल्दी घेवर बनाएं। सही सामग्री और सीमित मात्रा का सेवन करेंगे, तो घेवर खाने से नुकसान नहीं होगा।