माइग्रेन या सिरदर्द युवाओं में बढ़ती समस्या

माइग्रेन आज युवाओं में बढ़ती एक आम समस्या है। सरदर्द उतना आसान नहीं होता जब हम माइग्रेन की बात करते हैं। माइग्रेन सर के एक तरफ होने वाला दर्द है और कभी कभी तो अटैक के समय दर्द की जगह भी बदल जाती है।
  • SHARE
  • FOLLOW
माइग्रेन या सिरदर्द युवाओं में बढ़ती समस्या


माइग्रेन आज युवाओं में बढ़ती एक आम समस्या है। भारत में माइग्रेन ने लगभग तीन चौथाई लोगों को जकड़ रखा है और सबसे अधिक प्रभावित है युवा वर्ग। नार्मल सरदर्द जो कि बुखार या किसी और कारण से होता है वो इतना दर्दनाक नहीं होता है, लेकिन माइग्रेन से होने वाला सरदर्द असहनीय होता है। असहनीय सरदर्द का कारण सिर्फ माइग्रेन ही नहीं बल्कि ट्यूमर ,हिमोरेग ,मेनिनजाइटिस जैसी बीमारियां भी हो सकती हैं। सरदर्द की चिकित्सा से जुड़ी फिज़िशियन की पहली चिन्ता भी इन बीमारियों का पता लगाना ही होती है। न्यूरोलोजिकल इवैल्युएशन, फिज़िकल एक्जा़म और बहुत से टेस्ट करके सर दर्द के कारणों को जाना जा सकता है। यह पता लगाना बहुत ज़रूरी होता है कि कहीं सरदर्द का कारण हाइपर्टेंशन, इन्फेक्शन या बुखार तो नहीं।

 

 

Migraine in Hindi

 

 

  • लम्बे समय तक रहने वाले सरदर्द साइनस ,आंखों में परेशानी, दांतों में परेशानी, इन्फेक्शन या एलर्जी से होते हैं।
  • युवाओं में बढ़ते सरदर्द के बहुत से कारणों में से एक कारण है हमारे देश की आर्थिक स्थिति।
  • माइग्रेन का एक कारण बढ़ता डिप्रेशन भी हो सकता है। युवाओं में नौकरी को लेकर तनाव बढ़ता जा रहा है, बढ़ती बेरोज़गारी की वजह से हर कोई तनाव में है।
  • शोधो के अनुसार ऐसा पाया गया है कि माइग्रेन युवावस्था में शुरू होता है और मेनोपाज़ के समय खत्म होता है। तनाव के कारण सरदर्द जीवन में कभी भी हो सकता है।
  • माइग्रेन या विभिन्न प्रकार के सरदर्द को पहचानने के लिए कोई क्लिनिकल टेस्ट नहीं होता और ना ही इनसे बचने के लिए कोई एक रेमेडी काम करती है। ऐसी स्थिति में पेनकिलर ना खाकर प्राकृतिक उपचार जैसे योगा और मेडिटेशन की मदद से फिट रहने का प्रयास करना चाहिए।

 

सरदर्द से बचने के लिए कुछ टिप्स

 

  •     नार्मल सरदर्द से बचने के लिए आपको तनाव से बचना चाहिए।
  •     कम्प्यूटर से दूर रहने की कोशिश करनी चाहिए।
  •     सरदर्द को मामूली दर्द समझ कर लापरवाही नहीं करनी चाहिए।
  •     सरदर्द के कारणों को जानने की कोशिश करें।

 

 

Migraine in Hindi

 

 

माइग्रेन से होने वाला सरदर्द

  • माइग्रेन सर के एक तरफ होने वाला दर्द है और कभी कभी तो अटैक के समय दर्द की जगह भी बदल जाती है। कुछ लोगों को यह दर्द सर के बीचोबीच में होता है और कुछ लोगों को सर के दोनों तरफ।
  • माइग्रेन से होने वाला दर्द कभी भी हो सकता है और अलग अलग लोगों में इसका प्रकार अलग अलग होता है।
  • माइग्रेन से होने वाले सरदर्द में अकसर भूख नहीं लगती और उल्टियां होती हैं।
  • माइग्रेन से पीड़ित लोगों के नेसल पैसेज अकसर लाल हो जाते हैं, उन्हें अचानक ही बहुत तेज़ सरदर्द होता है और उनकी आंखें भी लाल हो जाती हैं।
  • माइग्रेन के असर से अकसर आंखों में भी परेशानी हो जाती है।

 

माइग्रेन से बचने के कुछ सरल तरीके

  • हर रोज़ 14 से 16 गिलास पानी पीयें।
  • सलाद और फल खूब खायें, खासकर गाज़र खूब खायें।
  • हर रोज़ ठण्डे पानी से सर ज़रूर धोयें।
  • सोने से पहले हर रात को नाक में बादाम का तेल डालें।

 

 

Read More Articles on Migraine problems in Hindi.

Read Next

माइग्रेन होने पर क्या करें

Disclaimer