
Marburg Virus Outbreak: कोरोना वायरस के बाद अब मारबर्ग वायरस ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की चिंता बढ़ा दी है। अफ्रीकी देश इक्वेटोरियल गिनी में मारबर्ग वायरस तेजी से फैल रहा है। इस वायरस की चपेट में आने से अब तक 9 से लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई लोग मारबर्ग वायरस से संक्रमित बताए जा रहे हैं। इक्वेटोरियल गिनी में मारबर्ग वायरस के मामले बढ़ने के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 15 फरवरी को आपातकालीन बैठक बुलाई। बैठक के बाद डब्ल्यूएचओ की ओर से जारी किए गए आधिकारिक बयान में कहा गया, 'इस वक्त इस वायरस की वजह से 9 मौतें और 16 संदिग्ध मामले हैं, जिनमें बुखार, कमजोरी, दस्त और उल्टी जैसे लक्षण दिख रहे हैं। मारबर्ग एक अत्यधिक संक्रामक वायरस है। अफ्रीका के लिए WHO के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. मात्शिदिसो मोएती ने कहा, "आपातकालीन प्रतिक्रिया में तेजी लाई जा रही है, ताकि हम जान बचा सकें और वायरस को जल्द से जल्द रोक सकें।"
अफ्रीकी देश में मारबर्ग वायरस से हुई मौतों के बाद सवाल उठ रहे हैं कि क्या ये कोरोना की तरह पूरी दुनिया में तबाही मचाएगा और इस वायरस के लक्षण क्या हैं? आइए जानते हैं मारबर्ग वायरस के लक्षण और इससे बचाव के उपाय।
इसे भी पढ़ेंः घुटनों के दर्द में रामबाण हैं मेहंदी की पत्तियां, इस तरह करें इस्तेमाल
कैसे फैलता है मारबर्ग वायरस? - How does Marburg virus spread?
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के मुताबिक मारबर्ग वायरस चमगादड़ों के जरिए इंसानों में फैलता है। ये वायरस मुख्य रूप से चमगादड़ों के मनुष्य के संपर्क में आने से फैलता है। इसके अलावा मारबर्ग वायरस संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने, संक्रमित व्यक्ति द्वारा छुई गई किसी को छूने और कपड़ों के जरिए भी फैलता है।
मारबर्ग वायरस के लक्षण - Symptoms of Marburg Virus in Hindi
सीडीसी के मुताबिक मारबर्ग वायरस के लक्षण किसी व्यक्ति में 2 से 3 दिन के बाद गंभीर हो सकते हैं। अगर कोई व्यक्ति मारबर्ग वायरस से संक्रमित है तो उसमें निम्नलिखित लक्षण दिखाई देते हैं :
- अचानक से भयंकर सिर दर्द
- बहुत तेज बुखार होना
- मतली
- उल्टी
- सीने में दर्द
- गले में खराश
- पेट में दर्द और दस्त जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।
वहीं, अगर किसी व्यक्ति में मारबर्ग वायरस के लक्षण गंभीर होते हैं तो उनमें पीलिया, अग्न्याशय की सूजन, अचानक वजन घटना और बहुत से मरीजों में सात दिन के अंदर गंभीर रक्तस्त्राव के लक्षण देखने को मिलते हैं।
मारबर्ग वायरस का इलाज क्या है?
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक मारबर्ग वायरस से बचाव के लिए अभी तक कोई वैक्सीन उपलब्ध नहीं हैं। हालांकि रोजमर्रा में कुछ बातों को अपनाकर मारबर्ग वायरस से बचाव किया जा सकता है। मारबर्ग वायरस से बचाव के लिए घर से बाहर निकलते वक्त मास्क लगाएं, ग्लव्स पहनें। अगर आपके परिवार या आसपास में कोई व्यक्ति मारबर्ग वायरस से संक्रमित है तो उसे अलग कमरे में आइसोलेट करें। मरीज से मिलते वक्त मुंह पर मास्क लगाएं। मारबर्ग वायरस से संक्रमित व्यक्ति के कपड़े और उसके द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली चीजों को अलग से साफ करें।
Pic Credit: Freepik.com