चुंबकीय ऊर्जा से मस्तिष्क पर तेज प्रहार अत्यधिक अवसाद (डिप्रेशन) से ग्रस्त रोगी के इलाज के लिये एक सुरक्षित और कारगर तरीका हो सकता है। एक अध्ययन के इस नतीजे ने उन 20 से 40 प्रतिशत मरीजों के लिए आशा की किरण दिखाई है जिन पर मनोवैज्ञानिक थेरेपी अथवा दवाइयां बेअसर हो चुकी हैं अथवा जो दवाओं से इलाज नहीं चाहते।
बायलाजिकल सायकेट्री के द्वारा यह रिपोर्ट जारी की गयी और इसके संपादक जान क्रिस्टल के अनुसार यह अध्ययन अवसाद के इलाज के लिए टीएमएस (ट्रांसक्रानियल मैग्नेटिक स्टिमुलेशन) को कारगर बनाने के लिए एक नया आधार सुलभ कराता है। उनके अनुसार, नया अध्ययन उन मरीजों के लिए खासतौर पर मददगार साबित होगा जो अवसाद से मुक्ति के लिए बनी दवा को सहन नहीं कर सकते। उनके लिए जो किसी भी अन्य वैकल्पिक इलाज से लाभान्वित नहीं हो पाए हैं।
नए अध्ययन में इलाज का जो तरीका है उसमें सिर पर एक कायल फिट की जाती है जो तेजी से मस्तिष्क पर चुंबकीय ऊर्जा के झटके देने में सहायक होती है। इससे मस्तिष्क के एक छोटे से भाग में न्यूरोन्स सक्रिय हो उठते हैं। यह साथ ही मस्तिष्क के भीतर तक ऐसे संकेत भेजती है जहां से भूख नियंत्रित होती है और जो अवसाद से संबद्ध है।
छाया: onlymyhealth