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लिक्विड बायोप्सी टेस्ट से चल सकता है कैंसर का पता, जानें इस नए ब्लड टेस्ट के बारे में जरूरी बातें

कैंसर की बीमारी में जांच के लिए सर्जरी की जगह अब ब्लड टेस्ट से भी इसका पता लगाया जा सकता है, इस जांच को लिक्विड बायोप्सी टेस्ट कहा जाता है।
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लिक्विड बायोप्सी टेस्ट से चल सकता है कैंसर का पता, जानें इस नए ब्लड टेस्ट के बारे में जरूरी बातें


कैंसर की बीमारी आज के समय में एक बड़ी चुनौती बनकर सामने आई है। खानपान, लाइफस्टाइल और शारीरिक स्वास्थ्य से जुड़ी स्थितियां इसके लिए जिम्मेदार मानी जाती हैं। कैंसर की बीमारी में शुरूआती समय में ही लक्षणों की पहचान कर जांच करान बहुत जरूरी होता है। सही समय पर कैंसर की जांच कर इसकी पहचान करने से आप गंभीर स्थितियों का शिकार होने से बच सकते हैं। कैंसर के इलाज में सबसे जरूरी जांच बायोप्सी होती है जिसकी सहायता से कैंसर सेल्स की जांच की जाती है। चूंकि बायोप्सी की जांच में आपको सर्जरी करानी पड़ती है इसलिए इस प्रक्रिया को थोड़ा जटिल माना जाता है। ऐसे में घबराने की जरूरत नहीं है। अब आप कैंसर की जांच ब्लड टेस्ट के जरिए भी कर सकते हैं। लिक्विड बायोप्सी टेस्ट (Liquid Biopsy Test in Hindi) के माध्यम से भी कैंसर की जांच की जा सकती है। इस जांच में ब्लड के सैंपल की जांच की जाती है और शुरूआती समय में ही कैंसर की कोशिकाओं की जांच की जाती है। आइये विस्तार से जानते हैं इसके बारे में।

क्या होता है लिक्विड बायोप्सी टेस्ट? (What is Liquid Biopsy Test?)

कैंसर के शुरूआती स्टेज में जांच के लिए आप लिक्विड बायोप्सी टेस्ट से इसका पता लगा सकते हैं। दिल्ली के मशहूर मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ आर के गुप्ता लिक्विड बायोप्सी टेस्ट में बिना सर्जरी किये हुए ब्लड टेस्ट के माध्यम से कैंसर के कोशिकाओं की जांच की जाती है। लिक्विड बायोप्सी में आपके शरीर से एक डिस्पोजल इंजेक्शन के सहारे खून निकाला जाता है। यह प्रक्रिया सामान्य सीबीसी टेस्ट की तरह से ही होती है। इस तकनीक में डीएनए को कैप्चर करके ट्यूमर जीनोमिक प्रोफाइल को तैयार किया जाता है और फिर कैंसर कोशिकाओं की जांच की जाती है। लिक्विड बायोप्सी टेस्ट में एक ही ब्लड टेस्ट के माध्यम से कैंसर का पता लगाया जा सकता है।

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लिक्विड बायोप्सी टेस्ट किन लोगों के लिए उपयोगी है? (Why Do You Need Liquid Biopsy Test?)

लिक्विड बायोप्सी टेस्ट की सहायता से आप आसानी से कैंसर की जांच कर सकते हैं। दरअसल कैंसर की जांच में की जाने वाली बायोप्सी जांच में आपको सर्जरी की जरूरत होती है। लेकिन इस प्रक्रिया में आपको किसी भी तरह की सर्जरी या कट की जरूरत नहीं होती है। इस टेस्ट में आपके शरीर से सामान्य ब्लड टेस्ट की तरह से ही खून निकाला जाता है और इसके बाद लैब में इसकी जांच कर कैंसर का पता लगाया जाता है। लिक्विड बायोप्सी टेस्ट कैंसर या ट्यूमर की मौजूदगी का पता लगाने के लिए किया जाता है। लिक्विड बायोप्सी टेस्ट एक तरह का कॉम्प्लिमेंटरी टेस्ट है जिसका इस्तेमाल कैंसर या ट्यूमर की जांच करने के लिए कई बार किया जा सकता है। वहीं सामान्य बायोप्सी या अन्य जांच बार-बार करने से मरीज को अन्य समस्याएं होने का जोखिम बना रहता है। लिक्विड बायोप्सी टेस्ट की उपयोगिता कुछ इस प्रकार से है। 

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  • इमरजेंसी जैसी स्थिति में आप कैंसर की जांच के लिए लिक्विड बायोप्सी का सहारा ले सकते हैं।
  • बिना सर्जरी के कैंसर की कोशिकाओं का पता लगाने के लिए बेहतर माना जाता है लिक्विड बायोप्सी टेस्ट।
  • इस जांच में आपको लंबे समय तक रिपोर्ट के लिए इन्तजार नहीं करना पड़ता है।
  • इस जांच की प्रक्रिया बेहद सरल होती है।

किसी तरह के कैंसर की जांच लिक्विड बायोप्सी से हो सकती है? (What Cancers Can Liquid Biopsy Detect?)

लिक्विड बायोप्सी टेस्ट की सहायता से आप कई तरह के कैंसर का पता लगा सकते हैं। लिक्विड बायोप्सी की मदद से कैंसर की शुरूआती स्टेज में इसका पता लगाकर सर्जरी की जा सकती है। शरीर में पहले से मौजूद कैंसर की स्थिति में भी लिक्विड बायोप्सी का सहारा लिया जा सकता है। लिक्विड बायोप्सी के माध्यम से आप कई तरह के कैंसर का पता लगा सकते हैं लेकिन इसका सबसे ज्यादा इस्तेमाल लंग कैंसर की जांच में किया जाता है। इसके अलावा ब्रेस्ट कैंसर और कोलन कैंसर की समस्या में भी लिक्विड बायोप्सी का इस्तेमाल बहुत उपयोगी होता है। हालांकि इस जांच की सहायता से ब्रेन कैंसर जैसी समस्या का पूरा पता लगाना मुश्किल है और इसको लेकर शोध अभी भी जारी है। आप अपने डॉक्टर की सलाह के आधार पर लिक्विड बायोप्सी टेस्ट से कैंसर की जांच करवा सकते हैं।

(All Image Source - Freepik.com)

 

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