Low-Alcohol drinks: एक्सपर्ट से जानें 5 ड्रिंक्स जिसे पीने से शरीर को नुकसान नहीं पहुंचाएगी अल्कोहल

अल्कोहल का सेवन क‍िसी भी सूरत में अच्‍छा नहीं होता पर कुछ खास ड्र‍िंक्‍स हैं ज‍िन्‍हें पीने से आपके शरीर में कम नुकसान होगा। 
  • SHARE
  • FOLLOW
Low-Alcohol drinks: एक्सपर्ट से जानें 5 ड्रिंक्स जिसे पीने से शरीर को नुकसान नहीं पहुंचाएगी अल्कोहल

अल्‍कोहल पीना सेहत के ल‍िये हान‍िकारक होता है। आप चाहें हेल्‍दी अल्‍कोहल की ज‍ितनी भी वकालत करें पर वो आपकी सेहत के ल‍िये अच्‍छा नहीं माना जाता। ज्‍यादा अल्‍कोहल शरीर को कई तरह से नुकसान पहुंचाता है। इस लेख में डायटीश‍ियन स्‍वात‍ि बाथवाल आपको बतायेंगी क‍ि वाइन, स्‍प‍िर‍िट्स ऑन रॉक्‍स, लो कॉर्ब ड्रिंक्‍स, रोज़ वाइन, स्‍पार्कल‍िंग वाइन जैसी ड्रिंक्‍स में क‍ितना प्रत‍िशत अल्‍कोहल होता है और वो आपकी सेहत को कम से कम नुकसान पहुंचाने की सूची में क्‍यों शाम‍िल हैं। अल्‍कोहल पीने से पहले उसके नुकसान के बारे में आपको पता होना चाह‍िये। 

you should consume less alcohol or avoid it

अल्‍कोहल पीने पर शरीर पर क्‍या असर पड़ता है? (What Happens When You Drink Alcohol)

जब हम अल्‍कोहल पीते हैं तो अल्‍कोहल ड‍िहाईड्रोज‍िनेस alcohol dehydrogenase नाम का इंजाइम लीवर में बनता है। हमारा लीवर अल्‍कोहल की थोड़ी मात्रा को ही एक बार में बर्दाश कर सकता है। हमारा लीवर 90 प्रत‍िशत अल्‍कोहल को प्रोसेस कर देता है जबक‍ि बाक‍ि बचा हुा यूरीन, पसीना या सांस में रह जाता है। क‍िसी भी आदमी या औरत के ल‍िये क‍ितना अल्‍कोहल ठीक है ये आपके वजन और हाईट पर न‍िर्भर करता है। मह‍िलाओं के शरीर में अल्‍कोहल ज्‍यादा एबसॉर्ब होता है इसल‍िये उन्‍हें लीवर डैमेज का खतरा ज्‍यादा होता है। रोज़ 2 से 3 ग‍िलास अल्‍कोहल ड्र‍िंक पीने से लीवर खराब होने लगता है। अगर आप डायब‍िटीज की गोली या इंसुलीन ले रहे हैं तो अल्‍कोहल हाइपोग्‍लाइकेमिया का खतरा बढ़ा देता है। ज्‍यादा अल्‍कोहल लेने से फैटी लीवर, जौंड‍िस, हाई ब्‍लक प्रेशर, स्‍ट्रोक या लीवर फेल हो सकता है। ज्‍यादा अल्‍कोहल लेने से वजन भी बढ़ता है। अल्‍कोहल पीने से हमें भूख भी ज्‍यादा लगती है। अल्‍कोहल के हर 1 ग्राम में 7 कैलोरी होती है जो क‍ि 9 ग्राम फैट के बराबर है। आपको इस बात का ध्‍यान रखना है क‍ि अल्‍कोहल के साथ आप कुछ फ्राइड या ज्‍यादा तला हुआ खाना न खा रहे हों। 

इसे भी पढ़ें- इन 8 कारणों से हो सकता है आपका लिवर कमजोर, एक्सपर्ट से जानें इसके लक्षण और लिवर मजबूत बनाने के तरीके

लो-अल्‍कोहोल‍िक ड्र‍िंक्‍स (Low-Alcohol drinks)

red wine is made up of grapes

स्‍वात‍ि ने बताया क‍ि इस लेख के जरिये हम क‍िसी भी तरह अल्‍कोहल का सेवन करने को सही नहीं ठहराते हैं पर कुछ ऐसी ड्र‍िंक्‍स की जानकारी पाठकों को दी जा रही है ज‍िससे उनके शरीर में अल्‍कोहल की कम से कम मात्रा पहुंचे ज‍िससे शरीर को ज्‍यादा नुकसान न हो। 

1.रेड या वाइट वाइन ( Red and white wine)

हमेशा बॉटल की जगह ग‍िलास में वाइन ऑर्डर करें। बड़े वाइन ग‍िलास से बचें। सोडा के साथ वाइन पियें इससे अल्‍कोहल की मात्रा कम हो जायेगी। लाल अंगूर से रेड वाइन बनाई जाती है। रेड वाइन में एंटी-ऑक्‍सीडेंट और कई जरूरी तत्‍व होते हैं जो हमारी सेहत के लिये अच्‍छे माने जाते हैं पर इसके बावजूद भी 1 द‍िन में 200 ml से ज्‍यादा वाइन नहीं पीना चाह‍िये। जहां एक तरफ रेड वाइन में अंगूर की स्‍क‍िन को शाम‍िल किया जाता है वहीं वाइट वाइन में इसे अलग कर द‍िया जाता है। अंगूर हमारी त्‍वचा और स्‍वास्‍थ्‍य के ल‍िये अच्‍छे माने जाते हैं। 

2.स्‍प‍िर‍िट्स ऑन रॉक्‍स (Spirits on the rocks)

स्‍प‍िर‍िट्स को हेल्‍दी ड्र‍िंक नहीं माना जाता है क्‍योंक‍ि उसमें लगभग 38 प्रतिशत अल्‍कोहल होता है। इसल‍िये 30 ml को स्‍टैंडर्ड ड्र‍िंक माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि ज‍िन और टॉन‍िक को सही मात्रा में ल‍िया जाये तो ये सेहतमंद होते हैं। इसे पीने के ल‍िये प्‍लेन, म‍िनरल या सोडा वॉटर यूज़ करें। आप 1 द‍िन में 60 ml से ज्‍यादा न पीयें और हफ्ते में 2 से 3 द‍िन अल्‍कोहल से दूर रहें। 

3. रोज़ वाइन (Rose wine)

रोज़ वाइन में अंगूर जैसा रंग जरूर होता है पर वो रेड वाइन से अलग होती है। रोज़ वाइन के 175 ml ग‍िलास में 12 प्रतिशत अल्‍कोहल होती है। रोज़ वाइन को आप एक दिन में 200 ml और हफ्ते में 2 से 3 बार से ज्‍यादा कंज्‍यूम नहीं कर सकते। 

4.स्पार्कलिंग वाइन (Sparkling wine)

स्‍पार्कल‍िंग वाइन का स्‍टैंडर्ड ग‍िलास 90 ml का होता है। स्‍पार्कल‍िंग वाइन का 170 ml ग‍िलास 1.5 स्‍टैंडर्ड ड्र‍िंक के बराबर होता है। अगर आप स्‍पार्कल‍िंग वाइन का आनंद उठाना चाहते हैं तो  170 ml का 1 ग‍िलास पी सकते हैं। 

5. लो-कॉर्ब बीयर (Low carb beer)

आप रेगुलर बीयर की जगह लो कॉर्ब बीयर को चुन सकते हैं क्‍योंक‍ि इसमें कम अल्‍कोहल होता है। इस बात का ध्‍यान रखें क‍ि लो कॉर्ब कहकर आपको रेगुलर बीयर न सर्व की जाये। 285 ml रेगुलर बीयर में  4.9 प्रत‍िशत अल्‍कोहल होता है जबक‍ि 375 ml बीयर में 2.7 प्रत‍िशत अल्‍कोहल होता है। 

इसे भी पढ़ें- सर्दियों में शरीर को गर्म रखने और इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए पिएं ये खास काढ़ा, वायरल बीमारियां रहेंगी दूर

शराब का कितना सेवन कम हान‍िकारक है? (How Much Alcohol Is Ok To Consume)

क‍िसी भी सूरत में 10 ग्राम से ज्‍यादा अल्‍का अल्‍कोहल नहीं पीना चाह‍िये जो क‍ि 2 स्‍टैंडर्ड ड्र‍िंक के बराबर होता है।  एक स्‍टैंडर्ड ड्रिंक में 375 ml हल्‍की बीयर, 30 ml स्‍कॉच, व‍िस्‍की, ग‍िन, वोडका या 100 ml रेड या वाइट वाइन आती है। आपको कॉकटेल, मॉकटेल, सॉफ्ट ड्रिंक्‍स या एनर्जी ड्र‍िंक में म‍िलाया गया अल्‍कोहल नहीं पीना चाह‍िये।

अल्‍कोहल इंटेक को कम करने के ट‍िप्‍स  (Tips to lower alcohol intake)

  • आपको अल्‍कोहल की जगह सोडा या म‍िनरल वॉटर से अपनी प्‍यास बुझानी चाह‍िये। 
  • भोजन के तुरंत बाद अल्‍कोहल का सेवन न करें या भोजन के साथ पी रहे हों तो घूंट भरकर पियें। 
  • अल्‍कोहल लेने के बाद ड्राइव न करें। 
  • अल्‍कोहल ड्रिंक्‍स के बजाय नॉन-अल्‍कोहल ड्र‍िंक्‍स को चुनना बेहतर है। 

ये केवल अल्‍कोहल इंटेक पर दी गई गाइडलाइन है। अगर आप क‍िसी मेड‍िकल कंडीशन का शिकार हैं, प्रेगनेंट या ब्रेस्‍टफीड करवाती हैं तो अल्‍कोहल न लें। क‍िसी भी परेशानी में डॉक्‍टर से सलाह लें।

Read more on Miscellaneous in Hindi

Read Next

घर में इंफेक्शन और बीमारियों का कारण आपका हैंडबैग तो नहीं? जानें इंफेक्शन को रोकने के 10 उपाय

Disclaimer