हर रिश्ते में ऐसा समय आता है जब आप का पार्टनर कुछ ऐसी हरकतें करने लगता है कि वह आप को आपत्तिजनक या आप की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली होती हैं। ऐसे में आप का हर्ट होना लाजमी है। बहुत बार हो सकता है आप इन बातों को इग्नोर कर दें या आप पर इन बातों का कुछ फर्क ना पड़े। हो सकता है आप अंदर से बहुत मजबूत हों। यह कई बार मूड पर भी निर्भर करता है। जैसे यदि आप का मूड अच्छा है और आप के पार्टनर ने आप को कोई अपमान जनक बात बोल भी दी है तो आप उसे इग्नोर कर देंगे। परंतु जब आप का मूड ठीक नहीं होता तो ऐसा नहीं होता। परन्तु यदि यह समस्या बिना सुलझी रह जाती है तो आप के मन में आप के पार्टनर के लिए द्वेष बढ़ जाता है। आप के मन में उनके प्रति नकारत्मक विचार आने लगते हैं। जोकि किसी भी रिश्ते के लिए ठीक नहीं है। परन्तु ऐसा भी सम्भव है कि आप पहले ही अपने पार्टनर को बता दें कि यह सब असहनीय है। अच्छे रिश्तों में एक बात का हल निकाला जाता है न कि उसे दूसरी ओर घुमाया जाता है।
अपने पार्टनर को माफ कर दें (You can forgive your partner)
सबसे पहले यह पता लगाएं कि आप क्यों उदास हैं? आप को आप के पार्टनर की कौन सी बात अच्छी नहीं लगी? यदि एक बार आप अपनी उदासी का कारण पता लगा लेते हैं तो आप उसे अपने पार्टनर के साथ मिल कर सॉल्व भी कर सकते हैं। आपस में खुलकर बात करें। चीजों को अनसुलझा छोड़ना ठीक नहीं। जितना संभव हो सके रिश्तो में दूरी ना आने दें।
इगो को बीच में न लायें (Ego can kill your relationship)
अगर आप हमेशा सोचते हैं कि आप ही सही हैं और हमेशा यह उम्मीद करते हैं कि आपका पार्टनर आकर आपसे माफी मांगे तो यह बिल्कुल सही नहीं। अगर आपका पार्टनर भी इसी तरह सोचे तब हालात और खराब हो जाएंगे। ऐसे में कोई भी एक दूसरे से माफी नहीं मांगेंगा और दोनों ही जिद्द पर अड़े रहेंगे। अतः अपनी जिद छोड़कर आप खुद पहल करके तो देखिए। अपने पार्टनर को प्यार से बताएं कि उनकी गलती क्या है। न की उनके सॉरी बोलने का इंतजार करें।
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अपनी जिम्मेदारी लें (Accept your fault)
यदि आपको महसूस हो रहा है कि गलती आपकी तरफ से हुई है तो बिना देर किए उसे स्वीकार कीजिए।यकीन मानिए आप के इस व्यवहार पर आपका पार्टनर खुद को भी माफी मांगने से नहीं रोक पाएगा। माफी मांगना व सॉरी कहने में कुछ गलत नहीं खासकर जब इसकी आंच आपके रिश्ते पर पड़ रही हो। यकीन मानिए आप दोनों के रिश्ते को बचाने के लिए आपका व्यवहार सेतु का काम करेगा। लड़ाई कितनी भी बड़ी हो लेकिन पहल करने से झगड़ा जल्दी खत्म हो सकता है।
भावनात्मक सपोर्ट करें (Support your partner emotionally)
जब आपका पार्टनर आपसे नाराज हो, चाहे वह लड़की है या लड़का, लेकिन उस समय वह आप से इमोशनल सपोर्ट की उम्मीद रखता है। ऐसे में यदि आप खुद इमोशनली कमजोर बन कर दिखाते हैं या वह नहीं कर रहे है जो वह आप से उम्मीद कर रहा है, तो वह मन ही मन आप के लिए इज्जत खो सकता है। ज्यादातर रिश्तों मे महिलाओं का ऐसे अंदर से टूटना व उनके पार्टनर के लिए उनके मन से इज्जत खोना ही ब्रेक अप का सबसे बड़ा कारण होता है। तो एक दूसरे के लिए इमोशनल सपोर्ट भी काफी जरूरी है।
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तोड़ें खामोशी की दीवार (Break the silence)
पार्टनर्स के बीच में ख़ामोशी लड़ाई से भी ज्यादा नुक़सान करती है। यह खामोशी एक अभेद्य बर्फ की चट्टान का काम करती है। जिसको तोड़ना बहुत मुश्किल हो जाता है। ऐसी परिस्थिति में समझदारी से काम लेते हुए घर के बड़ों को बीच में लाएं। खामोशी को तोड़ें, आपस में बात करें। वरना बहुत बड़े फैसले लेने पड़ सकते हैं। इसलिए किसी भी हालात में दोनों चुप न रहें।
इसलिए गहराई से अपने रिश्ते के बारे में सोचें। इन छोटे-छोटे झगड़ों का कारण जानें। सच है कि जो आप से प्रेम करते हैं, वो आप से कुछ उम्मीद भी करते हैं। उनको आप की हर छोटी बात जोकि आप नकारत्मक रूप से कर रहे हैं, बुरी लगती है। इसलिए उनकी भावनाओ को ठेस न पहुंचने दें।
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