
सोशल मीडिया आज के समय पर एक ऐसा प्लेटफॉर्म बन गया है जहां हर कोई आसानी से जानकारी प्राप्त करने के साथ समाज से जुड़ा रहता है। इस प्लेटफॉर्म बड़े ही नहीं बल्कि बच्चे भई खुद को विकसित करते हैं। लेकिन ये कई मायनों में आपके मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। सोशल मीडिया कई लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर भी बुरा असर करता है जिसमें आजकल के युवा ज्यादा शिकार हो रहे हैं। इसलिए हम आपको इस विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस (World Mental Health Day 2020) पर बताएंगे कि कैसे युवाओं के मानसिक स्वास्थ्य को सोशल मीडिया चोट पहुंचाता है।
सोशल मीडिया का प्रभाव क्या है, सोशल मीडिया के इस्तेमाल का लोगों के भावनात्मक और मानसिक स्वास्थ्य अच्छा और बुरा हो सकता है। आमतौर पर सोशल मीडिया के कारण तेजी से युवा वर्ग अपने मानसिक स्वास्थ्य को सुस्त महसूस कर रहा है और कई तरह के नुकसानों का सामना कर रहा है। ऐसे में जरूरी है कि युवाओं के अभिभावक और परिजनों को उनका ख्याल रखने, उन्हें समझाने और समझने की कोशिश करनी चाहिए। लेकिन इससे पहले हमारे लिए ये जानना बहुत जरूरी है कि सोशल मीडिया कैसे आपके मानसिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है।
मानसिक स्वास्थ्य और सोशल मीडिया में क्या है संबंध
साल 2017 में प्राइमैक एट अल (Primak Et Al) के एक अध्ययन में कई सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के इस्तेमाल के बीच एक संबंध मिला और 19 से 32 साल की उम्र के युवाओं में अवसाद और चिंता के लक्षणों में तेजी हुई है। हालांकि यही एक कारण इस बीच संबंध नहीं दिखाता। लेकिन कई अध्ययनों में ये बात सामने आई है कि युवा वर्ग तेजी से अपने मानसिक स्वास्थ्य को सोशल मीडिया के कारण बीमार कर रहा है, जो नुकसानदायक है।
सोशल मीडिया युवाओं को कैसे पहुंचाता है नुकसान
नींद पर असर
सोशल मीडिया का बहुत ज्यादा इस्तेमाल शारीरिक स्वास्थ्य पर तो नकारात्मक प्रभाव डालता ही है लेकिन ये आपके मानसिक स्वास्थ्य को भी नुकसान पहुंचात है। नींद पर बुरा असर होने के बाद आप तनावमुक्त नहीं हो पाते और न ही आप अगले दिन के लिए मानसिक रूप से तैयार रहते हैं। कई अध्ययनों ने नींद की समस्याओं को स्क्रीन टाइम से जोड़ा है।
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नकारात्मक प्रतिक्रिया का सामना
लोग सोशल मीडिया का इस्तेमाल उन पोस्ट करने के लिए करते हैं जिन्हें वे प्यार करते हैं, लेकिन वे इसका इस्तेमाल उन अनुभवों को साझा करने के लिए भी करते हैं जिन्हें वे पसंद भी नहीं करते। अगर किसी को आपके व्यवसाय के साथ एक खराब अनुभव था, तो यह उनके लिए अपने खराब अनुभव को दूसरों के साथ साझा करने का जरिया होता है। जिसके कारण आपको कई नकारात्मक प्रतिक्रियाओं का सामना करना पड़ता है। इस स्थिति के कारण आप गंभीर तनाव का शिकार हो सकते हैं।
नकारात्मक पोस्ट
सोशल मीडिया पर पोस्ट को वायरल करना आसान है। लोग सोशल मीडिया पर अच्छे और बुरे पर कड़ी नजर रखते हैं। अगर आप अपनी पोस्ट की गई चीजों के बारे में सावधान नहीं हैं, तो आप खुद को शर्मिंदा कर सकते हैं और एक अजीब स्थिति में फंस सकते हैं।
प्राइवेसी की समस्या
युवाओं में प्राइवेसी या गोपनीयता की समस्या ज्यादा होती है, ऐसे में अपने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म को साझा करना या किसी अनुचित चीज को ट्वीट करने या जनता के साथ बहुत ज्यादा साझा करने के कारण आपको परेशानी हो सकती है। कुछ लोग आपके द्वारा शेयर की गई चीजों का गलत इस्तेमाल करते हैं। जिसके कारण आप फंसने लगते हैं और आप कई दिनों तक इसके कारण तनाव में रह सकते हैं।
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भावनात्मक संबंध खो देना
सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते समय एक बात करने की गुणवत्ता बुरी हो सकती है, क्योंकि आप दूसरे व्यक्ति से भावना या रुचि को नहीं समझ सकते हैं। यह आपको आश्चर्यचकित करता है यदि उनका मतलब है कि वे क्या कहते हैं। इसके कारण आप इसी धारणा के साथ रहने लगते हैं, जो आपके मस्तिष्क में बैठ जाती है। युवा वर्ग इस धारण को जल्द खुद की आदतों में शामिल करने लगते हैं।
बचाव
- हर समय अपनी नोटिफिकेशन को ऑन रखने से बचें।
- खुद को बार-बार ऑनलाइन जाने न दें।
- सोशल मीडिया पर ज्यादा न रहें, बल्कि अपनी आदतों में नई चीजों को शामिल करें।
- ज्यादा से ज्यादा समय परिवार और दोस्तों के साथ बिताएं।
- किसी के नकारात्मक कमेंट को ज्यादा न सोचें।
- सोशल मीडिया पर अनजान लोगों से खुद को दूर रखें।
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