ब्रेन ट्यूमर बच्चों में पाये जाने वाला आम कैंसर है। अमेरिका में हर साल दो हजार से ज्यादा बच्चे और किशोर ब्रेन ट्यूमर से पीडि़त होते हैं। ब्रेन ट्यूमर के कई दूरगामी प्रभाव भी होते हैं। इस लेख के जरिये जानिए बच्चों में ब्रेन ट्यूमर के दूरगामी प्रभावों के बारे में।
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प्राथमिक ब्रेन ट्यूमर दिमाग में शुरु होता है और आमतौर पर यह मस्तिष्क के ऊतकों से बाहर नहीं फैलता। केंद्रीय तंत्रिका तंत्र के ज्यादातर कैंसर ब्रेन ट्यूमर होते हैं। घातक हो या सामान्य ब्रेन ट्यूमर दोनों ही मस्तिष्क की कोशिकाओं में शुरू होते हैं। कुछ मामलों में ट्यूमर ऊतकों की असामान्य वृद्धि के कारण भी होता है। बचपन में हुआ ब्रेन ट्यूमर बच्चे पर लंबे समय के लिये छाप छोड़ सकता है। ट्यूमर के स्थायी प्रभाव के बारे में अध्ययन के अनुसार पीड़ित बच्चों पर ब्रेन ट्यूमर का संज्ञानात्मक प्रभाव रहता है। अमेरिकन साइकोलॉजिकल एसोसिएशन द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार सामान्य बच्चों मुकाबले ब्रेन कैंसर से ग्रस्त रह चुके बच्चों का शिक्षा, रोजगार और आय का स्तर भविष्य में कम हो सकता है।
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ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित बच्चे के भविष्य पर प्रभाव डालने वाले कारक:
ब्रेन ट्यूमर से ग्रस्त किसी बच्चे को खो चुके मानसिक कौशल और मांसपेशियों की ताकत को फिर से प्राप्त करने के लिये थोड़े ज्यादा समय की जरूरत हो सकती है। रोगी को मानसिक कौशल और मांसपेशियों की ताकत को प्राप्त करने के लिये स्पीच चिकित्सक के साथ ही शारीरिक और व्यावसायिक चिकित्सक की भी आवश्यकता पड़ सकती है। हालांकि ब्रेन कैंसर के दुष्प्रभाव को कम करने और उपचार के लिए सुधार की आवश्यकता है। इलाज को बेहतर बनाने और इसके साइड इफेक्ट को कम करने के लिए लगातार नई खोज हो रही हैं।
ब्रेन ट्यूमर के साइड इफेक्ट्स-
ब्रेन ट्यूमर के इलाज के खत्म होने के बाद कुछ हफ्तों या महीनों के बाद निम्नलिखित साइट इफेक्ट शुरू हो सकते हैं।
- भूख कम लगना
- आलस आना
- ऊर्जा की कमी
- पुराने लक्षणों का बिगड़ना
इस प्रकार की समस्याएं विकिरण से नसों के फैटी कवर क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण होती हैं। इनकी मरम्मत के लिए कुछ हफ्ते या महीने का समय लग सकता है। विकिरण ट्यूमर कोशिकाओं को मारता है, लेकिन साथ ही यह मस्तिष्क की कुछ स्वस्थ कोशिकाओं को भी नुकसान पहुंचाता है। मृत कोशिकाओं को निकाल दिया जाना चाहिए। केंद्रीय तंत्रिका तंत्र शरीर से मृत ऊतकों को ठीक से साफ नहीं कर पाता।
बच्चों में देर से होने वाले प्रभाव-
ब्रेन ट्यूमर से ग्रस्त रह चुके बच्चों में इसके दीर्घकालिक दुष्प्रभाव आम हैं। यह परेशानी इसलिए होती है क्योंकि इलाज के दौरान बच्चों का तंत्रिका -तंत्र बचपन में विकासशील अवस्था में होता है। विकासशील अवस्था में तंत्रिका तंत्र के विकिरण से क्षतिग्रस्त होने की आशंका रहती है। ब्रेन कैंसर से पीड़ित बच्चों में जल्दी या देर से यौवन और प्रजनन समस्याएं, विकास का अभाव तथा शिक्षा सम्बन्धी समस्याएं हो सकती हैं। भविष्य में हो सकने वाली कोई भी समस्या इस बात पर निर्भर करती है कि कैंसर कहां था और उसके उपचार में कोई जटिलता तो नहीं आई।
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