क्या आपने नोटिस किया है कि बाजार में इन दिनों कुछ फूड आइटम्स ऐसे दिखने लगे हैं, जिनके पैकेट पर 'ग्लूटेन फ्री' (Gluten Free Foods) लिखा होता है? ग्लूटेन एक तरह का प्रोटीन (Protein) होता है, जो कुछ लोगों के लिए तो फायदेमंद होता है लेकिन कुछ लोगों के लिए नुकसानदायक भी होता है। अक्सर डायबिटीज के मरीजों, वजन घटाने की चाहत रखने वाले लोगों और जिन लोगों का पाचन कमजोर होता है, उन्हें ग्लूटेन फ्री डाइट लेने की सलाह दी जाती है। वहीं जिन लोगों को अपना वजन बढ़ाना होता है, उन्हें ग्लूटेन वाले फूड्स खाने को कहा जाता है। आजकल ग्लूटेन-फ्री डाइट (Gluten Free Diet) काफी चर्चा में है। इस आर्टिकल में हम न्यूट्रीशनिस्ट निशा खजूरिया से जानते हैं कि ग्लूटेन फ्री डाइट क्या है, इसके फायदे और नुकसान क्या हैं तथा इस डाइट में आप किन चीजों का सेवन कर सकते हैं।
ग्लूटेन क्या है? (What is Gluten)
जैसा कि ऊपर बताया जा चुका है कि ग्लूटेन एक तरह का प्रोटीन होता है। ये ग्लूटेन प्रोटीन कुछ खास अनाजों में पाया जाता है, जैसे- गेंहूं, जौ और राई आदि में होता है। इनमें से खाने में सबसे ज्यादा इस्तेमाल गेंहूं का किया जाता है, क्योंकि गेंहूं से ही मैदा, सूजी, आटा आदि बनता है। इसीलिए आटे और मैदे से बनी चीजों, जैसे- ब्रेड, पास्ता, बन, रस्क आदि में ग्लूटेन की मात्रा ज्यादा पाई जाती है।
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क्या है ग्लूटेन फ्री डाइट? (What is Gluten Free Diet)
ग्लूटेन फ्री डाइट का आसान का मतलब होता है, अपने खाने से उन सभी चीजों को हटा देना जिसमें ग्लूटेन पाया जाता है। ग्लूटेन में एक खास तत्व होता है, जिसे (Gliadin) ग्लियाडिन कहते हैं। यही वो हानिकारक तत्व है, जिसकी वजह से ग्लूटेन को कुछ लोगों की सेहत के लिए नुकसानदायक माना जाता है। इसके अलावा ग्लूटेन को वजन बढ़ाने से भी जोड़कर देखा जाता है, इसलिए इन दिनों ग्लूटेन फ्री डाइट काफी पॉपुलर हो चुकी है।
किन लोगों को लेनी चाहिए ग्लूटेन फ्री डाइट (Who Needs Gluten Free Diet)
जिन लोगों को सीलियक रोग होता है उन्हें ग्लूटेन वाली चीजों के सेवन से बचना चाहिए। सीलियक रोग एक तरह का ऑटोइम्यून डिसऑर्डर है, जिसमें व्यक्ति की छोटी आंत ग्लूटेन को नहीं पचा पाती है और रिएक्शन करने लगती है। इस कारण से सीलियक रोगी जब ग्लूटेन वाले आहार का सेवन करते हैं, तो उन्हें पेट में दर्द, डायरिया, एनीमिया जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। किसी व्यक्ति को ग्लूटेन से एलर्जी है, इसका पता छोटे इंटेस्टाइन की बायोप्सी टेस्ट से लगाया जा सकता है।
इसके अलावा डायबिटीज रोगियों को भी ग्लूटेन फ्री डाइट लेने की सलाह दी जाती है क्योंकि ग्लूटेन के कारण उनका ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है, जिससे उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
दैनिक इस्तेमाल की इन चीजों में होता है ग्लूटेन (Daily Foods Which Are Gluten Rich)
गेंहूं का आटा, व्हाइट ब्रेड, पास्ता, बिस्कुट, सोया सॉस, मिल्क पाउडर, क्रीम सॉसेस, मैरिनेड्स, सैलेड ड्रेसिंग्स, ग्रैवी मिक्सचर्स, केचअप, टोमैटो सॉस, केक, कुकीज, पेस्ट्रीज, डोनट्स, बर्गर, पिज्जा, मफिन्स, पैनकेक्स, नूडल्, डंप्लिंग्स, ग्रैनोला बार्स, चिप्स, एनर्जी बार्स, बीयर, पैकेटबंद चॉकलेट मिल्क, केन वाले सूप्स, कुछ विशेष आइसक्रीम्स, ब्रेकफास्ट सीरियल्स आदि।
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ग्लूटेन से होने वाली समस्याएं (Problems With Gluten)
ग्लूटेन से दो प्रकार की समस्याएं हो सकती हैं-
- 1. सीलिएक ग्लूटेन सेंस्टिविटी
- 2. नॉन-सीलिएक ग्लूटेन सेंस्टिविटी
सीलिएक ग्लूटेन सेंस्टिविटी क्या है और क्यों होता है
कुछ बच्चों को बचपन से ही ये समस्या होती है कि वो ग्लूटेन को नहीं पचा पाते हैं। इसे सीलिएक ग्लूटेन सेंस्टिविटी कहते हैं। इस समस्या से ग्रसित बच्चे या बड़े अगर ग्लूटेन वाला आहार लेते हैं, तो उनकी छोटी आंत की म्यूकोसा लेयर को नुकानदायक पहुंचता है। अक्सर ऐसे बच्चों की लंबाई कम होती है और वजन बढ़ने में भी परेशानी आती है। इसके अलावा ऐसे बच्चों को डायरिया और एनीमिया की शिकायत बनी रहती है।
नॉन-सीलिएक ग्लूटेन सेंस्टिविटी
नॉन-सीलिएक ग्लूटेन में सीलिएक जैसे ही लक्षण होते हैं, लेकिन ये उससे थोड़ा अलग है। ग्लूटेन के प्रति इस तरह के लोगों के शरीर में सेंस्टिविटी (संवेदनशीलता) जन्म से नहीं होती है, बल्कि बाद के समय में इम्यून सिस्टम की गड़बड़ी के कारण हो जाती है। कई बार अगर कुछ लोग लंबे समय तक एक ही अनाज, खासकर गेंहूं खाते रहते हैं, तो उन्हें भी ये समस्या हो सकती है।
ग्लूटेन फ्री डाइट में क्या खाएं (What to Eat in Gluten Free Diet)
जिन लोगों में ग्लूटेन के प्रति संवेदनशीलता होती है, उन्हें अपने खाने में गेंहूं और जौ से बनी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए, या कम करना चाहिए। इसकी जगह ऐसे लोग अपने खाने में बाजरा, क्विनोआ, ब्राउन राइस, ओट्स जैसे अनाज शामिल कर सकते हैं। इसके अलावा फलों और सब्जियों का सेवन भी किया जा सकता है। नट्स भी ग्लूटेन मुक्त डाइट में खाने के लिए बहुत अच्छा विकल्प हैं।
ग्लूटेन फ्री डाइट से क्या फायदे मिलते हैं (Benefits of Gluten Free Diet)
- पाचन संबंधी समस्या दूर रहती है।
- वजन कम रहने में मदद मिलती है
- शरीर को ऊर्जा मिलती है।
जिन लोगों को गेंहू खाने से एलर्जी होती है उनके लिए ग्लूटेन फ्री डाइट लेनाफायदेमंद होता है। इसके साथ ही ग्लूटेन फ्री डाइट मुंह के अल्सर, गले की खराश, माइग्रेन, गैस, डायरिया, कब्ज, एग्जीमा जैसा समस्या से भी बचाती है।
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