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डॉक्टर से जानें शरीर में मिनरल्स की कमी होने पर कौन-से लक्षण आते हैं नजर

बॉडी को पोषक-तत्वों की जरूरत होती है। इन्हीं में मिनरल्स भी शामिल हैं। आज हम आपको मिनरल्स की कमी के कारण दिखने वाले लक्षणों के बारे में बताएंगे।
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डॉक्टर से जानें शरीर में मिनरल्स की कमी होने पर कौन-से लक्षण आते हैं नजर


शरीर को सुचारू रूप से चलाने के लिए पोषक-तत्वों का सही मात्रा में मौजूद होना जरूरी है। इन्हीं पोषक-तत्वों में मिनरल्स भी शामिल होते हैं। ये शरीर को कई तरह की छोटी-बड़ी समस्याओं से बचाते हैं। मिनरल्स से हड्डियों, दांतों, बालों और मसल्स को मजबूती मिलती है, साथ ही इम्यूनिटी को बूस्ट किया जा सकता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि शरीर में हो रही मिनरल्स की कमी का पता किस तरह लगाया जा सकता है? मिनरल्स की कमी को पहचानने में मदद करने के लिए होम्योपैथी फिजिशियन और न्यूट्रिशनिस्ट डॉक्टर स्मिता भोईर पाटिल ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट किया है। इस वीडियो में उन्होंने मिनरल्स की कमी के कारण दिखने वाले लक्षणों के बारे में बताया है।

शरीर में मिनरल्स की कमी होने पर कई लक्षण नजर आ सकते हैं

आयरन की कमी

आयरन शरीर के लिए बहुत जरूरी होता है। यह मिनरल ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करता है और थायराइड ग्लैंड की फंक्शनिंग के लिए अच्छा होता है। इस मिनरल की कमी होने पर आप बहुत ज्यादा थकान, छाती में दर्द, सांस लेने में परेशानी, हाथ-पैरों का ठंडा होना जैसी समस्याओं का सामना कर सकते हैं।

सेलेनियम की कमी

सेलेनियम इम्यूनिटी बूस्ट करने के साथ थायराइड की समस्या से बचाव करता है। अगर शरीर में इस मिनरल की कमी होती है, तो व्यक्ति को बाल झड़ने, कमजोर इम्यूनिटी, धीमा मेटाबॉलिज्म (चयापचय), थायराइड और चोट के भरने में ज्यादा समय लगने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

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पोटैशियम की कमी

पोटैशियम शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स को बैलेंस करने का काम करता है। इस मिनरल की कमी होने पर दिल की धड़कनें बढ़ना, चक्कर आना, पेट फूलना और मांसपेशियों में ऐंठन जैसी समस्याएं होने लगती हैं।

फास्फोरस की कमी

फास्फोरस हड्डियों को मजबूती देता है और एनर्जी को बूस्ट करने में मदद करता है। शरीर में इस मिनरल की कमी होने पर भूख कम लगती है, हड्डियों में दर्द होता है, खून की कमी होती है और कोई भी इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है।

कॉपर की कमी

कॉपर शरीर में कोलेजन बनाने का काम करता है। इस मिनरल की कमी होने पर शरीर में खून की कमी, व्हाइट ब्लड सेल्स की कमी, बालों का उम्र से पहले सफेद होना, ऑस्टियोपोरोसिस (हड्डियों से जुड़ी समस्या) और दिल की धड़कनों में अनियमितता जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

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मैग्नीशियम की कमी

मैग्नीशियम हार्ट हेल्थ और मांसपेशियों की फंक्शनिंग में मदद करता है। शरीर में इस मिनरल की कमी होने पर अनिद्रा, मांसपेशियों में ऐंठन, चिंता और डिप्रेशन, एनर्जी में कमी और लगातार बने रहने वाले सिरदर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

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जिंक की कमी

जिंक इम्यून सिस्टम को मजबूती देने का काम करता है। इस मिनरल की कमी होने पर बाल बहुत ज्यादा पतले और कमजोर हो जाते हैं। साथ ही, हार्मोनल असंतुलन, कमजोर इम्यूनिटी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। ध्यान रखें कि जिंक सेक्सुअल हेल्थ के लिए भी फायदेमंद होता है। यही वजह है कि जिंक की कमी के कारण पुरुषों में सेक्सुअल हार्मोन टेस्टोस्टेरोन की कमी होने लगती है।

अगर आपको शरीर में ऊपर बताए कोई भी लक्षण नजर आ रहे हैं, तो यह मिनरल्स की कमी के कारण हो सकते हैं। इस स्थिति में आप अपनी डाइट में मिनरल युक्त चीजों को शामिल कर सकते हैं। इसके अलावा, आपकी बॉडी को कौन-से मिनरल की किस मात्रा में जरूरत है, यह जानने के लिए डॉक्टर या न्यूट्रिशनिस्ट से सलाह ले सकते हैं। मिनरल्स की मात्रा बढ़ाने के लिए आपको सप्लीमेंट्स की जगह फलों, सब्जियों और अन्य नेचुरल चीजों का सेवन करना चाहिए।

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