आज कैंसर देश ही नहीं पूरी दुनिया के लिए एक बड़ी समस्या बन चुका है। इसके कई कारण हो सकते हैं, जैसे जीवनशैली में असामान्य बदलाव, अनुवांशिक कारण, अनियमित खान-पान व बढ़ता प्रदूषण आदि। कैंसर का सबसे अच्छा उपचार है समय से इसकी पहचान व बचाव। हालांकि कई प्रकार के कैंसर में लक्षण स्पष्ट नहीं होते लेकिन कुछ लक्षण ऐसे होते हैं जिन्हें समय से पहचान कर इस गंभीर समस्या से बचा जा सकता है।
दरअसल शरीर के किसी भाग में ऊतकों में असमान्य रूप से गठान व उभार आना कैंसर हो सकता है। इसके विभिन्न प्रकार होने के कारण इस बीमारी को अलग-अलग श्रेणी में रखा जाता है। ये श्रेणियां शरीर के भाग के अनुसार निर्धारित की गयी हैं।
कैंसर के कुछ ऐसे सामान्य लक्षण होते हैं जिन्हें लोग अक्सर सामान्य समझ अनदेखा कर देते हैं। लेकिन इन लक्षणों को अनदेखा करना कई बार भरी पड़ सकता है, इसलिए निम्न में से कोई भी लक्षण निरंतर तौर पर दिखाई देने पर सचेत हो जाएं और जांच अवश्य करवाएं। ऐसा कोई लक्षण कैंसर का इशारा भी हो सकता है।
यदि कैंसर के लक्षणों पर हुए शोधों पर नज़र डालें तो कैंसर के कुछ ऐसे लक्षण होते हैं जिनको कैंसर विशेषज्ञ सीधे कैंसर के साथ जोड़ कर देखते हैं। हालांकि इनकी सटीकता पर व्याख्या व पुष्टी अब तक ठीक प्रकार से नहीं हो पाई है। दूसरे शब्दों में कहें तो इन लक्षणों के सही और गलत होने पर अलग-अलग विशेषज्ञों के भिन्न विचार व मत हैं।
कैंसर के खास लक्षणों में पेशाब में आने वाले खून और खून की कमी की बीमारी अनीमिया भी प्रमुख होते हैं। कैंसर के अन्य लक्षणों में निम्न शामिल हैं।
तेजी से वजन कम होना
अक्सर डाइटिंग या रेगुलर वॉक से भी वजन कम नहीं होता, यह किसी मोटे इंसान के लिए चिंता की बात है। लेकिन अधिक चिंता की बात तो तब है जबकि जीवन शैली संबंधी आदतों में बिना किसी विशेष बदलाव के आपका वजन तेजी से घट रहा हो। यह कई मायनों में कैंसर से जुड़ा हो सकता है। जिनमें पैंक्रियास या पेट का कैंसर शामिल हो सकते हैं।
शरीर में किसी प्रकार की गांठ
यदि त्वचा में मांस की गांठें बन गयी हैं तो नजरअंदाज किये बिना तत्काल डर्मैटोलॉजिस्टस से तत्काल संपर्क करें। यदि ये गांठें आपके वक्ष, अंडकोष या लिम्फ नोड्स के आसपास हैं तो विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है। यदि गांठें बांहों, टांगों या शरीर के अन्य हिस्सों में दिखें तो हर बार जरूरी नहीं कि ये कैंसर ही हो। अक्सर ये नुक्सानरहित सिबेशियस सिस्ट्स होती हैं। महिलाओं के स्तन में किसी प्रकार की गांठ स्तन कैंसर हो सकती है, इसलिए उन्हें अपने स्तनों का नियमित परिक्षण कराना चाहिए और कोई गांठ दिखाई देने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क कर इस गांठ का परिक्षण करना चाहिए।
लगातार दर्द रहना
यूं तो दर्द के कई कारण हो सकते हैं, लेकिन लगातार बना रहने वाला सिरदर्द दिमाग के कैंसर का प्रारंभिक संकेत हो सकता है। इसके अलावा लगातार रहने वाला कमर दर्द, रैक्टल या ओवेरियन कैंसर का संकेत हो सकता है। यदि आपको लगातार दर्द रहता हो तो अपने डॉक्टर से परामर्श अवश्य करें।
असामान्य रक्तस्राव
असामान्य रक्तस्राव कैंसर का एक प्रमुख लक्षण होता है, यह कई प्रकार के कैंसर का संकेत हो सकता है। खांसते समय खून आना फेफड़ों का कैंसर, मल में खून आना कोलन या रैक्टर कैंसर, पेशाब में खून आना ब्लैडर कैंसर तथा योनि में से लगातार रक्तस्राव का संबंध सर्वाइकल कैंसर से हो सकता है। यदि निप्पल से खून निकलता हो तो यह छाती का कैंसर हो सकता है।
खांसी व बुखार
यदि लगातार खांसी रहती हो जो लम्बे समय तक या उपचार के बाद भी ठीक न हो रही हो तो यह फेफड़ों के या श्वास नली के कैंसर का संकेत हो सकती है। हालांकि यह मौसम से संबंधित एलर्जी भी हो सकती है लेकिन फिर भी किसी संभावित जोखिम को मद्देजर रखते हुए इसकी जांच जरूरी होती है। इसके अलावा लगातार बना रहने वाला बुखार लिम्फोमा या ल्यूकीमिया, जैसे ब्लड कैंसर का प्रारंभिक संकेत हो सकता है।
इसके अलावा लगातार रहने वाली थकान जो आराम से भी न जाती हो, वह भी कैंसर का एक संकेत हो सकती है। हालांकि कैंसर के कई और लक्षण भी हो सकते हैं लेकिन कम से कम उरोक्त में से कोई भी लक्षण नजर आने में बिना लापरवाही दिखाए डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और सभी आवश्यक जांच समय से करानी चाहिए। आपके द्वारा दिखाई गए थोड़ी समझदारी और तत्परता आपको और आपके प्रीयजनों को कैंसर जैसे गंभीर रोग से बचा सकती है।
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