सेहत का स्वस्थ होना हर किसी के लिए काफी महत्ववपूर्ण होता है। आयुर्वेद में स्वास्थ्य प्रणाली के लिए सबसे सस्ता और आसान रास्ता औषधीय पौधे हैं। एलोवेरा एक ऐसा पौधा है जो अधिकतर हर घर में मिल जाता है। आयुर्वेद में एलोवेरा का काफी महत्व है। इसे सारे औषधियों का राजा कहा जाता है। ये कई गुणों से भरपूर होता है। बता दें कि स्किन से लेकर पाचन, ब्लड शुगर व डायबिटीज जैसी बीमारियों से लड़ने में भी सहायक होता है। एलोवेरा देखने में तो समान्य होता है, लेकिन गुणों में इसका कोई जवाब नहीं है। इसे आयुर्वेद की भाषा में घृतकुमारी कहा जाता है। इसमें विटमिंस, मिनरल्स और एंटिऑक्सिडेंट्स का भंडार है। एलोवेरा कई रोगो के लिए फायदेमंद है। इस लेक के माध्यम से जानते हैं कि ऐलोवेरा किस तरह से हमारी सेहत को लाभ पहुंचा सकता है।
एलोवेरा के फायदे-
- एलोवेरा हमारे शरीर को डायबिटीज के खतरे को दूर रखता है।
- लिवर डिसॉर्डर, एनीमिया, पीलिया जैसे रोगों के इलाज में एलोवेरा का जूस फायदेमंद है।
- भूख बढ़ाने में भी एलोवेरा मददगार है। इसमें शरीर के विषैले तत्वों को बाहर करने का गुण भी पाया जाता है।
- इसके सेवन से पेट एक दम साफ रहता है।
- एलोवेरा हमारे शरीर की बेहतर सेहत के लिए आवश्यक विटामिंस, मिनरल्स और एंटी ऑक्सिडेंट्स का भरपूर भंडार होता है। एलोवेरा जूस का नियमित सेवन करने से पाचन संबंधी समस्याओं से लड़ने में मदद मिलती है।
- दमकती त्वचा के लिए एलोवेरा एक वरदान की तरह होता है। त्वचा को माइश्चराइज करने के साथ- साथ यह त्वचा से जुड़ी कई बीमारियों को भी दूर रखता है।
- एलोवेरा जूस को आप बालों की खूबसूरती बढ़ाने के लिए भी उपयोग में ला सकते हैं। इसके उपयोग से बाल घने, काले और मजबूत बनते हैं। साथ ही सिर में डेंड्रफ और किसी तरह के अन्य स्किन इंफेक्शन की समस्या नहीं होती है।
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एलोवेरा का नुकसान
इसके अंदर लैक्सेटिव पाया जाता है जो एलोवेरा कि पत्ती के अदंर की लेयर में पाया जाता है। इसके कारण निम्न परेशानी हो सकती है-
स्किन एलर्जी
एलोवेरा जेल के ज़्यादा इस्तेमाल से स्किन पर रैशेज, खुजली और रेडनेस हो सकती है।
डिहाइड्रेशन
कई लोग सुबह-सुबह कुछ घूंट एलोवेरा जेल पीते हैं, ये सोचकर कि इससे उनका वजन कम होगा और शरीर स्वस्थ्य बनेगा।
कमजोरी
इस जूस का लगातार सेवन शरीर में पोटेशयम कि मात्रा कर कर सकता है, जिस वजह से अनियमित दिल की धड़कन और कमजोरी आ सकती है। जिन लोगों को पहले से दिल संबंधी कोई शिकायत हो वो इस जूस को अवॉइड ही करें।
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IBS
अगर आपको अनियमित मलत्याग की दिक्कत या पाचन को लेकर कोई शिकायत हो तो एलोवेरा जूस को अवॉइड करें. क्योंकि इस जूस में मौजूद लैक्सेटिव आपकी IBS कि शिकायत को और बढ़ा सकता है। इसके अलावा यह पेट दर्द, डायरिया और लूज मोशन की परेशानी भी बढ़ा सकता है. आपको बता दें इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम (आईबीएस) का मतलब है अनियमित मलत्याग. यह एक बीमारी नहीं बल्कि एक साथ होने वाले कई लक्षणों का समूह है।
ब्लड शुगर
एलोवेरा का लगातार सेवन ब्लड प्रेशर को लो कर सकता है। ये बेशक हाई बीपी से परेशान लोगों के लिए अच्छा हो, लेकिन लो ब्लड प्रेशर के परेशान लोगों के लिए यह परेशानी की वजह बन सकता है।
मसल्स को करे कमजोर
इस जूस में मौजूद लैटेक्स मांस-पेशियों को कमजोर कर सकता है। इसीलिए डॉक्टर कि सलाह से ही इसका सेवन करें।
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प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए हानिकारक
एलोवेरा में मौजूद लैक्टेटिंग प्रोपर्टी गर्भवती महिलाओं के लिए हानिकारक हो सकती हैं. इसके सेवन से उनका गर्भाशय संकुचित हो सकता है, जिसका नतीजा होता बच्चे के जन्म में दिक्कत या फिर गर्भपात।
ये लेख महर्षि आयुर्वेद के अध्यक्ष आनंद श्रीवास्तव से बातचीत पर आधारित है।
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