कई लोगों को किडनी में सिस्ट या गांठ की समस्या होती है। किडनी में सिस्ट होने पर थिन वॉल में तरल पदार्थ भर जाता है। गांठ के साइज की बात करें तो उसका साइज मटर के दाने से लेकर फल से साइज जितना हो सकता है। किडनी में गांठ की समस्या 50 साल या उससे ऊपर की उम्र वाले लोगों को हो सकती है। बहुत कम मामलों में किडनी सिस्ट की समस्या गंभीर होती है पर इसके हल्के में भी लिया नहीं जा सकता है इसलिए लक्षण नजर आने पर तुरंत इलाज करवाएं। इस लेख में हम किडनी में सिस्ट की समस्या पर बात करेंगे। आगे हम किडनी में सिस्ट के लक्षण, बचाव के उपाय, इलाज आदि पर बात करेंगे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ में डॉ राम मनोहर लोहिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के असिसटेंट प्रोफेसर और यूरोलॉजिस्ट डॉ संजीत कुमार सिंह से बात की।
किडनी में सिस्ट या गांठ क्या होता है? (What is kidney cyct)
किडनी में अनियमित परत में तरल पदार्थ भर जाता है जिसे हम सिस्ट के नाम से जानते हैं। सिस्ट को सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड की मदद से पता लगाया जा सकता है। किडनी एरिया में दर्द होना सिस्ट यानी गांठ के कारण हो सकता है। किडनी में गांठ होने पर अगर आपको लक्षणों की पहचान हो जाती है तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
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किडनी सिस्ट के प्रकार (Types of kidney cyct)
- किडनी में सिस्ट होने पर साधारण परत होती है, जिसमें तरल भरा होता है। किडनी में सिस्ट होना अनुवांशिक कारण के चलते होता है।
- किडनी में अनियमित परत, कॉम्पलैक्स सिस्ट के नाम से जानी जाती है।
- पॉलीसिस्टिक किडनी रोग में होने वाली सिस्ट भी एक प्रकार की किडनी सिस्ट है।
किडनी में सिस्ट के लक्षण (Symptoms of kidney cyct)
- किडनी में सिस्ट होने पर पेशाब में खून आ सकता है।
- किडनी में सिस्ट होने पर पेट में सूजन की समस्या हो सकती है।
- अगर पेट में सूजन की समस्या है तो किडनी में सिस्ट हो सकती है।
- किडनी में सिस्ट होने पर किडनी में दर्द की समस्या हो सकती है।
- पीठ के दोनों तरफ दर्द होने पर किडनी में सिस्ट की समस्या हो सकती है।
किडनी में सिस्ट का इलाज (Kidney cyct treatment)
किडनी में होने वाली सिस्ट का इलाज मूत्ररोग विशेषज्ञ और किडनी विशेषज्ञ से करवा सकते हैं। किडनी में सिस्ट का इलाज करने के लिए आप अल्ट्रासाउंड, एमआरआई, सीटी स्कैन, इमेजिंंग टेस्ट आदि करवा सकते हैं। स्क्लेरोथैरेपी एक प्रक्रिया है जिससे किडनी में गांठ का इलाज किया जाता है। इस इलाज में किडनी के सिस्ट के अंदर का तरल पदार्थ बाहर निकाला जाता है। इस प्रक्रिया के जरिए किडनी में गांठ का इलाज किया जाता है। किडनी में गांठ के अगर कोई लक्षण आपको परेशान नहीं कर रहे हैं तो हो सकता है कि आपको सर्जरी की जरूरत न पड़े। इसके बजाय डॉक्टर आपको कुछ टेस्ट करवाने की सलाह दे सकते हैं। कई बार किडनी में सिस्ट अपने आप ठीक हो जाती है।
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किडनी में गांठ की समस्या से कैसे बचें? (Kidney cyct prevention tips)
- किडनी में गांठ की समस्या से बचने के लिए आपको धूम्रपान का सेवन अवॉइड करना चाहिए।
- अगर आपकी किडनी को हेल्दी रखना है तो वेट मेनटेन करें, आपको हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो करना चाहिए।
- अगर आप लंबे समय तक दवाओं का सेवन करते हैं तो भी किडनी में गांठ की समस्या हो सकती है इसलिए डॉक्टर से सलाह लेकर दवाओं का सेवन करें।
किडनी में गांठ होने पर उसमें दोबारा फ्लूड भर सकता है। अगर डॉक्टर सलाह देते हैं तो आपको सर्जिकल प्रोसिजर करवाना पड़ सकता है। अगर आपको भी किडनी में गांठ या सिस्ट के लक्षण नजर आते हैं तो आपको डॉक्टर से संपर्क करके इलाज करवाना चाहिए।