
गर्भावस्था के दौरान अगर कोई महिला पूरी तरह शाकाहारी रहना चाहती है, तो क्या ये उसकी या उसके होने वाले बच्चे की सेहत के लिए सही है?
गर्भवती होने के बाद महिलाओं में क्रेविंग बढ़ जाती है। ऐसी अवस्था में शाकाहारी महिलाओं के पास जंक फूड्स और स्ट्रीट फूड्स खाने के अलावा आसानी से उपलब्ध विकल्प बहुत कम होते हैं। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि प्रेग्नेंसी के दौरान ऐसी चीजें खाने की इच्छा होना स्वाभाविक और प्राकृतिक है। लेकिन क्या सिर्फ यही वेजिटेरियन महिलाओं की समस्या है या अन्य कोई बात भी है?
दरअसल गर्भावस्था एक ऐसी स्थिति है, जिसमें महिला अपने अंदर ही एक नए जीव को जीवन दे रही होती है। इसलिए ऐसे समय में महिलाओं के शरीर में पौष्टिक तत्वों की जरूरत काफी ज्यादा बढ़ जाती है। इन्ही पोषक तत्वों की मदद से होने वाले शिशु का निर्माण होता है और वो अस्तित्व पाता है। जन्म के बाद शिशु स्वस्थ हो, इसके लिए जरूरी है कि मां के शरीर में किसी भी पोषक तत्व की कमी न होने पाए। मगर शाकाहारी आहारों में वो सभी पोषक तत्व मौजूद नहीं होते हैं, जिनकी जरूरत महिला को प्रेग्नेंसी के दौरान होती है।
प्रेग्नेंसी के दौरान प्रतिदिन जरूरी पोषक तत्वों की मात्रा
कैल्शियम- 1,000 मिलीग्राम
- फॉलेट- 600 माइक्रोग्राम (400 माइक्रोग्राम फॉलिक एसिड सप्लीमेंट+200 माइक्रोग्राम फॉलेट वाले आहार)
- आयरन- 27 मिलीग्राम
- मैग्नीशियम- 350 मिलीग्राम
- फॉस्फोरस- 700 मिलीग्राम
- प्रोटीन- 60 ग्राम
- सेलेनियम- 60 माइक्रोग्राम
- विटामिन ए- 770 माइक्रोग्राम
- विटामिन बी6- 1.9 मिलीग्राम
- विटामिन बी12- 2.6 माइक्रोग्राम
- विटामिन सी- 85 मिलीग्राम
- विटामिन डी- 5 माइक्रोग्राम
- विटामिन के- 90 माइक्रोग्राम
- जिंक- 11 मिलीग्राम
शाकाहारी आहार और जानवरों से प्राप्त आहार
अगर कोई महिला प्रेग्नेंसी के दौरान पूरी तरह शाकाहार अपनाती है, तो उसके शरीर में कुछ पोषक तत्वों की कमी होने की संभावना काफी ज्यादा होती है। इन पोषक तत्वों में जो सबसे महत्वपूर्ण हैं, वो 2 हैं- विटामिन बी12 और आयरन। आयरन की कमी तो फिर भी कई शाकाहारी आहारों के द्वारा पूरी की जा सकती है, मगर विटामिन बी12 मुख्य रूप से जानवरों से प्राप्त भोजन में ही मिलता है। जिन शाकाहारी आहारों में विटामिन बी12 की मात्रा पाई जाती है, वो बहुत कम होती है। इसलिए अक्सर शाकाहारियों में इस विटामिन की कमी देखी जाती है।
इसे भी पढें: इन 3 कारणों से गर्भावस्था में ज्यादा चीनी का सेवन है खतरनाक, बच्चे पर पड़ता है बुरा असर
आयरन के लिए क्या खाएं?
हालांकि एक्सपर्ट्स मानते हैं कि अगर प्रेग्नेंसी की प्लानिंग ठीक तरह से की जाए और शुरुआत से ही डॉक्टर की मदद ली जाए, तो इन पोषक तत्वों की आपूर्ति शाकाहारी आहार अपनाते हुए भी की जा सकती है। आयरन की कमी पूरी करने के लिए आप आयरन से भरपूर अनाज, दालें, नट्स, बीज आदि खा सकती हैं। इसके अलावा कुछ सब्जियों में भी आयरन अच्छी मात्रा में होता है जैसे- पालक, चुकंदर, हरी सब्जियां आदि।
इसे भी पढें: वेजाइनल यीस्ट इंफेक्शन से निजात दिलाएंगे ये 8 आसान घरेलू उपाय
विटामिन बी12 के लिए क्या खाएं?
इसके अलावा विटामिन बी12 की जरूरत नर्वस सिस्टम के विकास के लिए जरूरी है। अगर आप पूरी तरह वेजिटेरियन हैं, तो आप विटामिन बी12 की कमी पूरी करने के लिए मशरूम, सॉय मिल्क, सोयाबीन, फोर्टिफाइड अनाज आदि ले सकती हैं। इसके अलावा आप अपने डॉक्टर से सलाह लेकर विटामिन बी12 या आयरन सप्लीमेंट्स भी ले सकती हैं। लेकिन इन सबसे बेहतर यह है कि अगर महिला को कोई समस्या न हो, तो प्रेग्नेंसी पीरियड तक एनिमल फूड्स का सेवन कर सकती है और बच्चे के जन्म के बाद अपने शाकाहारी डाइट को वापस शुरू कर सकती है।
Read More Article on Women's Health In Hindi
इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमायहेल्थ डॉट कॉम की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।