क्या रिफाइंड ऑयल सेहत के लिए नुकसानदायक होता है? जानें एक्सपर्ट की राय

आजकल लोग पारंपरिक सरसों के तेल नहीं बल्कि रिफाइंड ऑयल में खाना बनाते हैं।  
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क्या रिफाइंड ऑयल सेहत के लिए नुकसानदायक होता है? जानें एक्सपर्ट की राय


Refined oil: सरसों के तेल नहीं बल्कि रिफाइंड ऑयल में बना खाना खाइए और सेहत को मजबूत बनाइए। ऐसी कई सारे बातें आप सभी ने टीवी के विज्ञापनों में देखी और सुनी होगी। लेकिन क्या वाकई रिफाइंड ऑयल सेहत के लिए अच्छा होता है? क्या रिफाइंड ऑयल में सरसों के तेल के मुकाबले ज्यादा पोषक तत्व पाए जाते हैं? इन सभी सवालों का जवाब जानने के लिए हमने दिल्ली के गर्ग क्लीनिक के डॉक्टर नीतीन गर्ग से बातचीत कीय़ डॉक्टर ने कहा कि आज मूंगफली, सूरजमुखी, सोयाबीन और कई तरह के रिफाइंड ऑयल बाजार में उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि रिफाइनिंग प्रक्रिया के कारण तेल में से बहुत सारे पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं। अगर आप अधिक मात्रा में रिफाइंड ऑयल का इस्तेमाल करते हैं तो ये आपकी सेहत के लिए हानिकारक साबित होता है। आइए जानते हैं रिफाइंड ऑयल का खाने में इस्तेमाल करने से शरीर को होने वाली समस्याओं के बारे में।

रिफाइंड ऑयल से शरीर को होने वाले नुकसान - Side Effect of refined oil

फैटी एसिड नहीं मिलता 

हमारा शरीर सही तरीके से काम कर सके इसके लिए फैटी एसिड जरूरी माना जाता है। एक्सपर्ट का कहना है कि अगर आप नियमित तौर पर रिफाइंड ऑयल का इस्तेमाल करते हैं तो छोटी उम्र में जोड़ों, कमर में दर्द की समस्या हो सकती है। अधिक मात्रा में रिफाइंड ऑयल का सेवन करने से आंख, दिल और दिमाग से संबंधित बीमारियों का खतरा भी कई गुना बढ़ जाता है। 

प्रोटीन पावर होती है जीरो

रिफाइंड ऑयल को बनाने की प्रक्रिया के दौरान इसमें से बास को पूरी तरह के निकाल दिया जाता है। जिसकी वजह से इसमें प्रोटीन की मात्रा शून्य रह जाती है। नियमित तौर पर सब्जी, परांठे और खाने में रिफाइंड ऑयल का इस्तेमाल करने से शरीर में प्रोटीन की कमी हो सकती है। 

Is refined oil harmful for health in hindi

रिफाइंड तेल में नहीं होता प्रोटीन

जब भी बात प्रोटीन की होती है तो दूसरे तेलों में रिफाइंड के मुकाबले अधिक मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है। वहीं रिफाइंड ऑयल को बनाते वक्त उससे बास निकाल लिया जाता है अब क्योंकि किसी भी तेल से बास निकालने से उसको प्रोटीन पूरी तरह से समाप्त हो जाता है इसलिए रिफाइंड ऑयल पूरी तरह से प्रोटीन रहित होता है जिससे शरीर को सही मात्रा में प्रोटीन नहीं मिल पाता है। लगातार रिफाइऩ्ड का सेवन करने से शरीर में प्रोटीन की कमी हो जाती है।

स्किन के लिए नुकसानदायक

रिफाइंड ऑयल का जब प्रोसेस किया जाता है, तब उसके अंदर से नैचुरल चिकनाई को पूरी तरह के खत्म कर दिया जाता है। चिकनाई रहित तेल का इस्तेमाल करने से स्किन पर झुर्रियां, ड्राईनेस और पिंपल्स जैसी समस्या हो सकती है। डॉक्टर का कहना है कि अगर आप अपने खाने में 100 प्रतिशत सिर्फ रिफाइंड ऑयल का इस्तेमाल करते हैं तो कम उम्र में ही स्किन पर बुढ़ापे के लक्षण देखने को मिलते हैं।

दिल की बीमारियों का कारण

रेगुलर बेसिस पर रिफाइंड ऑयल के इस्तेमाल से एचडीएल यानी के हाई डेंसिटी लिपोप्रोटीन (High-density lipoprotein ) नहीं प्राप्त हो पाता है। इसकी वजह से हार्ट संबंधित बीमारियों का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।

 

 

 

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