रिफाइंड ऑयल आजकल ज्यादातर लोगों की जिंदगी का हिस्सा बन चुका है। अब सरसो के तेल या घी के बजाय अधिकांश घरों में रिफाइंड ऑयल का इस्तेमाल किया जाने लगा है। यह ऑयल भले ही आपके खाने के स्वाद को बढ़ाता होगा, लेकिन इससे सेहत को कई गंभीर नुकसान हो सकते हैं। इससे मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर और अन्य गंभीर बीमारियां होने का खतरा बढ़ता है। आइये दिल्ली की एसेंट्रिक डाइट क्लीनिक की डायटीशियन शिवाली गुप्ता से जानते हैं रिफाइंड ऑयल खाने से सेहत को कौन से नुकसान होते हैं।
कैसे बनता है रिफाइंड ऑयल
रिफाइंड ऑयल को बनाने की प्रक्रिया भी काफी अलग होती है। दरअसल, इसे बनाने के लिए काफी ज्यादा हीट की जरूरत पड़ती है। इसके लिए नट्स और सीड्स को गर्म किया जाता है, जिसके चलते उसके पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं। यही नहीं इसमें से ऑयल को निकालने के लिए हैक्सेन नामक कैमिकल का इस्तेमाल किया जाता है, जो शरीर के लिए नुकसानदायक होता है। ज्यादा हीट करने से रिफाइंड का रंग थोड़ा काला पड़ जाता है, जिसे सुधारने के लिए इसमें ब्लीच का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे यह अपने सामान्य रंग में आ सके।
View this post on Instagram
रिफाइंड ऑयल खाने के नुकसान
- रिफाइंड ऑयल में ट्रांस फैट की मात्रा पाई जाती है, जो हार्ट से जुड़ी बीमारियों के खतरे को बढ़ाती है।
- इसे खाने से शरीर में फैट के साथ ही साथ एलडीएल कोलेस्ट्रॉल की भी मात्रा बढ़ती है।
- इसे बनाने की प्रक्रिया के दाैरान इस्तेमाल किए जाने वाले कैमिकल कैंसर का भी कारण बन सकते हैं।
- इसका इस्तेमाल करने से शरीर में हेल्दी फैटी एसिड्स की कमी हो सकती है।
- इसका ज्यादा इस्तेमाल करने से वजन बढ़ने के साथ ही साथ शरीर में सूजन भी हो सकती है।
रिफाइंड ऑयल की जगह क्या इस्तेमाल करें?
- हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक रिफाइंड ऑयल का इस्तेमाल करने के बजाय ऑलिव ऑयल या फिर सरसों के तेल का इस्तेमाल करना बेहतर विकल्प है।
- इसे इस्तेमाल करने की जगह आप कोल्ड प्रेस्ड मूंगफली का तेल या फिर एवोकाडो ऑयल का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- इसकी जगह आप सीसम या फिर अलसी के बीज का तेल भी इस्तेमाल कर सकते हैं।