गर्भवती महिलाओं को पेनकिलर लेने चाहिए की नहीं ?

सामान्य स्थिति में तो हर कोई पेनकिलर ले लेता है। लेकिन गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को पेनकिलर का सेवन करना चाहिए की नहीं...? ये कभी नहीं सोचते।
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गर्भवती महिलाओं को पेनकिलर लेने चाहिए की नहीं ?


गर्भावस्था एक ऐसा समय है जब हर छोटी सी छोटी बातों का ख्याल रखा जाता है। कुछ भी खाने से पहले पूरी तरह से सावधानी बरती जाती है। हर चीज को खाने से पहले दस बार मां-दादी विशेष सलाह देती हैं। ऐसे में जब आप हर छोटी-छोटी बातों का ख्याल रख रही हैं तो फिर पेनकिलर ऐसे ही क्यों ले ले रही हैं...?


आज इस लेख में हम इस बारे पर विचार-विमर्श करने वाले हैं कि क्या गर्भावस्था के दौरान पेनकिलर का सेवन करना चाहिए? 

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कब लेते हैं पेनकिलर   

  • बुखार में
  • कमर दर्द में
  • पेट दर्द में


ऊपर दी गई तीनों स्थितियों में लोग बिना किसी चिकित्सक परामर्श के पेनकिलर ले लेते हैं। इस कारण कई लोग घर पर पेनकिलर रखते भी हैं कि जरूरत पड़ने पर मार्केट ना जाना पड़े। जबकि इन पेनकिलर के कुछ साइडइफेक्ट्स भी होते हैं। जो बहुत समय तक लगातार लेने पर नजर आते हैं।


लेकिन गर्भवति महिलाओं के साथ ऐसा नहीं होता।


उनपर इन पेनकिलर्स के साइडइफेक्ट तुरंत होते हैं जिस कारण उन्हें पेनकिलर नहीं लेना चाहिए। वैसे भी गर्भवस्था में तो कुछ भी खाने से पहले घर पर मौजूद बड़ों की विशेष सलाह ली जाती है। ऐसे में पेनकिलर लेने से पहले तो विशेष तौर पर सलाह लेनी चाहिए।

 

बढ़ जाएगा सात गुना खतरा

गर्भावस्‍था के दौरान कई बार महिलाएं कुछ असामान्य समस्या होने पर दर्दनिवारक दवाईयों का सेवन कर लेती हैं। सामान्य दर्द को दूर करने के लिए आप जिस पेनकिलर का सेवन करती हैं वो आपके शरीर में असामान्य स्थिति पैदा कर देती है। इस बात की पुष्टि इस रिसर्च में की गई है जिसको डेनमार्क, फिनलैंड और फ्रांस के शोधकर्ताओं ने मिलकर तैयार की है। यह रिसर्च 2,000 गर्भवति महिलाओं और उनके बच्चों पर हुआ है।
इस रिसर्च के परिणाम में ये बात नकल कर आई है कि जिन महिलाओं ने गर्भावस्था के दौरान पेनकिलर लिया था उनमें प्रसव के दौरान खतरा सात गुना बढ़ गया था। जो महिलाएं पेनकिलर का सेवन नहीं करती हैं उनमें ऐसे खतरे की संभावना न के बराबर होती है।

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बनता है जन्म विकार का भी कारण

इसके अलावा दूसरे सर्वे में पाया गया है कि ये दर्द निवारक गोलियां बच्चों में जन्‍म विकार का कारण भी बन जाती हैं। इस सर्वे में देखा गया है कि जिन महिलाओं ने गर्भावस्‍था के दौरान दर्दनिवारक गोलियां ली थीं उनमें प्रसव के दौरान जन्‍म विकार की संभावना 6 प्रतिशत बढ़ गई। साथ ही इसका असर बच्चे के मस्तिष्क पर भी पड़ता है।


इसलिए हर महिला को गर्भावस्था के दौरान किसी भी प्रकार की दवा का सेवन से पहले चिकित्सक से परामर्श जरूर लेना चाहिए।

 

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