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क्या (गठिया) गाउट की समस्या में प्रेग्नेंसी पर प्रभाव पड़ता है? जानें डॉक्टर से

Can Gout Problem Affect Pregnancy in Hindi: कई बार प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को गाउट की समस्या रहती है। ऐसे में थोड़ी सावधानी बरतने की जरूरत है। हालांकि, यह कोई सामान्य स्थिति नहीं है।
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क्या (गठिया) गाउट की समस्या में प्रेग्नेंसी पर प्रभाव पड़ता है? जानें डॉक्टर से


Can Gout Problem Affect Pregnancy in Hindi: गठिया (गाउट) हड्डियों से जुड़ी एक समस्या है, जिसमें जोड़ों में दर्द और सूजन होती है। आम भाषा में इसे गाउट के नाम से भी जाना जाता है। आमतौर पर यह शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने के कारण होता है। रूमेटॉइड अर्थराइटिस और ऑस्टियोअर्थराइटिस को भी इसका एक प्रकार माना जाता है। गठिया यानि गाउट होने पर कई बार हड्डियो में जकड़न होने लगती है, जिसके चलते हाथ-पैर हिलाने और कई बार शारीरिक गतिविधियां करने में भी कठिनाई का सामना करना पड़ता है।

कई बार प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को गाउट की समस्या रहती है। ऐसे में थोड़ी सावधानी बरतने की जरूरत है। हालांकि, यह कोई सामान्य स्थिति नहीं है। गाउट के मरीजों में प्रेग्नेंसी पर कई तरीकों से प्रभाव पड़ सकता है। गाउट की समस्या से जूझ रही महिलाओं में कई बार प्रेग्नेंसी के दौरान डिलीवरी को लेकर भी कठिनाई हो सकती है। आइए वृंदावन और नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता से जानते हैं गाउट होने पर प्रेग्नेंसी पर क्या प्रभाव पड़ता है। (Can Gout Problem Affect Pregnancy in Hindi) - 

गाउट होने पर प्रेग्नेंसी पर क्या प्रभाव पड़ता है?

  1. गाउट होने पर प्रेग्नेंसी पर कई तरीकों से प्रभाव पड़ सकता है।
  2. अगर आप प्रेग्नेंट हैं और गाउट की समस्या से जूझ रहे हैं तो ऐसे में कई बार आपको सी-सेक्शन यानि सिजेरियन डिलीवरी करानी पड़ सकती है।
  3. गाउट होने पर कई बार भ्रूण या नवजात शिशु पर भी असर पड़ सकता है। ऐसे में शिशु का वजन कम होने के साथ ही उसकी ग्रोथ पर भी प्रभाव पड़ सकता है।
  4. गाउट (गठिया) होने पर कई बार आपकी रक्त वाहिकाओं के फंक्शन्स में भी बाधा आ सकती है, जिससे धमनियां सुचारू रूप से काम नहीं करती हैं।
  5. ऐसी स्थिति में मां को किडनी से जुड़ी समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है।
  6. गाउट से जूझ रही कुछ महिलाएं कई बार शरीर में खून की कमी (एनीमिया) का भी सामना करने की शिकायत करती हैं। 
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प्रेग्नेंसी में गाउट को मैनेज करने के लिए क्या करें?

  1. प्रेग्नेंसी के दौरान गाउट को मैनेज करने के लिए आपको अपने लाइफस्टाइल को मैनेज करने की जरूरत है।
  2. ऐसे में आपको अपने वजन को नियंत्रित रखने के साथ-साथ यूरिक एसिड को कंट्रोल रखने पर ध्यान देना चाहिए।
  3. प्रेग्नेंसी के दौरान गाउट से बचने या मैनेज करने के लिए आपको नियमित तौर पर एक्सरसाइज करनी चाहिए।
  4. गाउट को मैनेज करने के लिए आप दवाओं का भी सहारा ले सकते हैं ताकि आपको गाउट अटैक न आए। 

प्रेग्नेंसी में गाउट होने पर कौन से लक्षण दिखते हैं?

  1. प्रेग्नेंसी के दौरान गाउट होने पर आपको कई लक्षण दिखाई दे सकते हैं।
  2. ऐसे में आपके जोड़ों में दर्द और सूजन महसूस हो सकती है।
  3. इस स्थिति में जोड़ों में सूजन के साथ-साथ लालिमा भी आ सकती है।
  4. ऐसे में जोड़ों के उपर की त्वचा का रंग भी सामान्य से अलग हो सकता है।
  5. यही नहीं, इसके साथ ही आपको नींद नहीं आने की समस्या का भी सामना करना पड़ सकता है।

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