ट्राइग्लिसराइड्स कम करने के लिए रोज खाएं कच्चा प्याज, जानें दिल की सेहत के लिए क्यों है प्याज फायदेमंद

Triglycerides in Hindi Onion Benefits: प्याज में कुछ पॉलीफेनोल होते हैं जो कि बढ़े हुए ट्राइग्लिसराइड को कम करने में मदद करते हैं। 
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ट्राइग्लिसराइड्स कम करने के लिए रोज खाएं कच्चा प्याज, जानें दिल की सेहत के लिए क्यों है प्याज फायदेमंद


खराब लाइफस्टाइल और एक तनाव पूर्ण जीवन के कारण लोगों में दिल की बीमारियां तेजी से बढ़ रही है। हालांकि, जब भी दिल की बीमारियों के कारणों की बात की जाती है तो, दो नाम सामने आते हैं पहला बढ़ा हुआ कोलेस्ट्ऱॉल और दूसरा ट्राइग्लिसराइड। पर आपको समझना होगा कि इन दोनों में अंतर है पर दोनों ही हमारी रक्त वहिकाओं को प्रभावित करने का काम करती है। बात अगर सिर्फ ट्राइग्लिसराइड्स (Triglycerides in Hindi) की करें तो ये शरीर में ज्यादा फैट जमा होने से ये बढ़ता है। इसके अलावा कई बार हाई कैलोरी वाले फूड्स खाने से भी शरीर में ट्राइग्लिसराइड्स की मात्रा बढ़ सकती है। इससे धमनियों सख्त हो जाती है और ये हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक, लिवर और किडनी की बीमारियों का कारण बन सकता है। ऐसे में जरूरी ये है कि ट्राइग्लिसराइड्स को कम किया जाए, जिसमें कि कुछ फूड्स आपकी मदद कर सकते हैं और इन्हीं फूड्स में आता है प्याज। दरअसल, प्याज ट्राइग्लिसराइड के देसी इलाज (Triglycerides Ka Desi Ilaj pyaj khane ke fayde) के रूप में काम करता है। 

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क्या ट्राइग्लिसराइड कम कर सकता है प्याज-Is onion good for triglycerides in hindi?

जी हां, ट्राइग्लिसराइड्स को कम करने वाले फूड्स की बात करें तो इसमें प्याज का भी नाम आता है। दरअसल, प्याज खून में जमा इस लिपिड पदार्थ यानी कि ट्राइग्लिसराइड्स को कम करने में मदद करती है। Pubmed में छपी एक रिसर्च पेपर इस बारे में बताती है।   हालांकि, ट्राइग्लिसराइड्स कम करने में प्याज की भूमिका को लेकर ये स्टडी सुअरों पर की गई है, पर इस मॉडल से देखा गया कि कैसे प्याज खून में ट्राइग्लिसराइड लेवल को कम कर सकता है। तो, आइए विस्तार से जानते हैं ट्राइग्लिसराइड्स कम करने में प्याज के फायदे के बारे में। 

ट्राइग्लिसराइड कम करने के लिए प्याज के फायदे-Triglycerides in Hindi Onion Benefits

1. प्याज में होते हैं खास पॉलीफेनोल

प्याज में कुछ खास फ्लेवोनोइड्स नामक पॉलीफेनोल होते हैं जो कि ट्राइग्लिसराइड को कम करने में मदद करते हैं। इनकी खास बात ये होती है कि ये हृदय रोग के जोखिम वाले मोटापे से ग्रस्त लोगों में कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन यानी कि खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करते हैं। ये सब प्याज में मिलने वाले  पॉलीफेनोल क्वेरसेटिन के कारण होता है, जो कि एक प्रकार का एंटीऑक्सिडेंट है। यही खून में लिपीड को कम करता है और ट्राइग्लिसराइड को बढ़ने से रोकता है।

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2. एंटी इंफ्लेमेटरी है प्याज

प्याज एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर है जो कि सूजनरोधी का काम करता है और ब्लड वेसेल्स को अंदर से हेल्दी रखता है। इससे ब्लड प्रेशर सही रहता है और आपके दिल पर कोई अतिरिक्त दबाव नहीं पड़ता है। दरअसल, जब दिल हेल्दी तरीके से अंदर से काम करता है तो हमारा ब्लड सर्कुलेशन और ब्लड प्रेशर सही रहता है और इससे शरीर को अन्य बीमारियां नहीं होती हैं।

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3. एंथोसायनिन (anthocyanins) से भरपूर 

प्याज में एंथोसायनिन (anthocyanins) होता है जो कि जो हृदय रोग और डायबिटीज से बचा सकते हैं। दरअसल,  एंथोसायनिन एक प्रकार का एंटीऑक्सीडेंट है जो कि ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करता है और सेल्यूलर डैमेज को कम करता है। इससे दिल से जुड़ी बीमारियां बढ़ती हैं।

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4. कोलेस्ट्रॉल कम करता है

प्याज में क्वेरसेटिन (Quercetin) होता है, जो कि एक फ्लेवोनोइड एंटीऑक्सीडेंट है ये कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने में मददगार है। जो कि ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में मददगार है और दिल को कई बीमारियों से बचाव में मदद करते हैं। 

इन सबके अलावा आप प्याज खा कर अपने ब्लड शुगर लेवल को भी कंट्रोल कर सकते हैं। दरअसल, प्याज में एंटीडायबिटीक इफेक्ट्स होते हैं जो कि ब्लड शुगर कंट्रोल करने में मदद करते हैं। ये आंत, पेनक्रियाज, फैट टिशूज और लिवर के काम काज बेहतर बनाने में मदद करते हैं। इन तमाम फायदे को पाने के लिए आपको प्याज को कच्चा खाने की कोशिश करनी चाहिए। चाहे आप उसे सलाद में खाएं, खाने के साथ खाएं या फिर सब्जियों में ऊपर से डाल कर खाएं। इससे आपका ट्राइग्लिसराइड कंट्रोल रहेगा और आपका दिल भी सेहतमंद रहेगा। तो, ट्राइग्लिसराइड के देसी उपचार के रूप में प्याज जरूर खाएं।

all images credit: freepik

 

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