Migraine Medication And Pregnancy: माइग्रेन होने पर सिर में तेज दर्द होता है। माइग्रेन एक तरह की न्यूरोलॉजिकल समस्या है। माइग्रेन होने पर दिमाग में रक्त संचार बढ़ जाता है जिसके कारण तेज दर्द महसूस होता है। जिन महिलाओं को माइग्रेन की समस्या है, उनकी तकलीफ प्रेग्नेंसी के दौरान दोगुनी हो सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि प्रेग्नेंसी में हार्मोनल असंतुलन रहता है। इस वजह से माइग्रेन का दर्द बढ़ सकता है। नींद में बदलाव, तनाव लेना, खानपान में बदलाव और दवाओं के सेवन के कारण माइग्रेन की तकलीफ बढ़ सकती है। ऐसी स्थिति में महिलाएं माइग्रेन की दवाओं का सेवन कर लेती हैं। लेकिन क्या यह दवाएं होने वाले शिशु की सेहत को प्रभावित करती हैं? इस सवाल का जवाब हम आगे इस लेख से जानेंगे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के झलकारीबाई अस्पताल की गाइनोकॉलोजिस्ट डॉ दीपा शर्मा से बात की।
क्या प्रेग्नेंसी में माइग्रेन की दवाएं लेना सुरक्षित है?- Migraine Medication Are Safe or Not in Pregnancy
प्रेग्नेंसी में माइग्रेन के दर्द को कम करने के लिए आप कौन सी दवा खा रही हैं, इस आधार पर यह तय किया जाएगा कि गर्भस्थ शिशु के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए प्रेग्नेंसी में माइग्रेन की दवाएं सुरक्षित हैं या नहीं। सिर दर्द को दूर करने वाले पेनकिलर्स जैसे एस्पिरिन और आईब्रूफेन का सेवन गर्भवती महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं माना जाता। हालांकि दर्द कम करने के लिए कई बार पैरासिटामॉल दे दी जाती है। लेकिन उसे भी डॉक्टर की सलाह पर ही खा सकते हैं। माइग्रेन का दर्द दूर करने के लिए कुछ दवाओं में कैफीन मिलाया जाता है जो कि डॉक्टर प्रेग्नेंसी में खाना अच्छा नहीं समझते। इसलिए माइग्रेन के दर्द से बचने के उपाय ही उसका सही उपचार कहलाएगा। कई थेरेपी, ऑयल और तकनीक हैं जिनकी मदद से आप माइग्रेन का दर्द दूर कर सकती हैं और दवाओं के सेवन से बच सकती हैं। ऐसे उपायों को जरूर अपनाएं।
प्रेग्नेंसी में माइग्रेन के दर्द को कैसे पहचानें?- How to Identify Migraine Pain in Pregnancy
प्रेग्नेंसी में कई तरह के सिर दर्द महसूस हो सकते हैं। ऐसे में आपके लिए यह पहचान पाना मुश्किल हो सकता है कि दर्द तनाव के कारण या माइग्रेन के कारण। माइग्रेन होने पर सिर के एक तरफ दर्द या दोनों तरफ दर्द रुक-रुककर होता है। माइग्रेन का दर्द कई घंटों तक बना रह सकता है। दर्द की प्रबलता तेज होती है और शारीरिक गतिविधियां जैसे सीढ़ियां चढ़ने और वॉक करने पर दर्द बढ़ सकता है। माइग्रेन होने पर सिर धड़कता हुआ महसूस होता है। वहीं अगर दर्द तनाव के कारण होगा, तो वह कुछ समय में ठीक हो जाएगा। इस दर्द में शारीरिक गतिविधियों के दौरान तकलीफ बढ़ती नहीं है।
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प्रेग्नेंसी में माइग्रेन का दर्द कैसे कम करें?- Migraine Pain Treatment in Pregnancy
- जब आपको माइग्रेन का दर्द हो, तो आराम करें। अधिक थकान और स्ट्रेस प्रेग्नेंसी के दौरान माइग्रेन को बढ़ा सकते हैं।
- पानी की कमी से माइग्रेन का दर्द बढ़ जाता है इसलिए पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करें।
- माइग्रेन का दर्द कम करने के लिए सिर पर ठंडी पट्टी रखें।
- माइग्रेन का दर्द होने पर हेल्दी डाइट लें। वो भोजन बंद करें जो माइग्रेन को बढ़ा सकता है, जैसे कि कैफीन, चॉकलेट और मैदा।
- ध्यान और योग का अभ्यास करने से स्ट्रेस कम हो सकता है, जिससे माइग्रेन के दर्द को कम किया जा सकता है।
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