
आमतौर पर देखने में आता है कि महिलाएं पीरियड्स के दौरान सेक्स करना पसंद नहीं करती हैं। इसकी कई वजहें हैं, जैसे पीरियड्सस के दौरान महिला का असहज होना, पेट में दर्द होना, मूड स्विंग होना आदि। मगर कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो पीरियड्स के दौरान सेक्स करने को इंज्वॉय करते हैं। अब ऐसे में यह सवाल उठना लाजिमी है कि पीरियड्स के दौरान सेक्स किया जाना चाहिए या नहीं? इसको लेकर अक्सर तरह-तरह की बातें होती रहती हैं और यह कितना सुरक्षित है भी या नहीं? ज्यादातर महिलाएं इसी भ्रम में हैं कि पीरियड्स के दौरान सेक्स किया जाना असुरक्षित है। जबकि एक्सपर्ट्स की इसको लेकर विशेष राय है। इस लेख में हम यही जानेंगे कि पीरियड्स के दौरान सेक्स किया जाना कितना सुरक्षित होता है और महिलाओं को इस दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। मौजूद है इस संबंध में मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पीटल, शालीमार बाग की एसोसिएट डायरेक्टर, स्त्री रोग विशेष डॉ. अंकिता चंदना के सुझाव।
क्या पीरियड्स के दौरान सेक्स कर सकते हैं
ज्यादातर लोगों के मन में सवाल कौंधता है कि पीरियड्स के दौरान सेक्स कर सकते हैं या नहीं? तो इसका जवाब है, हां। पीरियड्स के दौरान सेक्स करने से कोई परेशानी नहीं होती है। इसे लेकर कई शोध भी किए गए हैं, जो बताते हैं कि मेंस्ट्रुअल ब्लड से सेक्सुअल इंटरकोर्स में कोई परेशानी नहीं होती है बल्कि इससे वैजाइनल लुब्रिकेशन बना रहता है। हालांकि, सेक्स के दौरान आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि आपको कोई तकलीफ तो नहीं हो रही है या कहीं हैवी ब्लीडिंग तो नहीं हो रही है। कई बार ऐसा होता है कि पीरियड्स के दौरान इंटरकोर्स ज्यादा दर्द भरा हो सकता है। इसलिए कई लोगों को हैवी ब्लीडिंग होने की वजह से ज्यादा साफ-सफाई का ध्यान भी रखना पड़ता है। लेकिन इसका मतलब ये बिल्कुल नहीं है कि पीरियड्स के दौरान सेक्स करना खराब है। आपको सिर्फ इतनी कोशिश करनी है कि साफ-सफाई रखें और थोड़ा सा सावधान रहें।
इसे भी पढ़ें : अनियमित पीरियड्स (Irregular Periods) की समस्या दूर करने के लिए अपनाएं ये 5 अच्छी आदतें
सुरक्षित सेक्स है जरूरी
पीरियड्स के दौरान सेफ्टी का ध्यान रखा जाना बहुत जरूरी है। असुरक्षित संबंध बनाने से संक्रमण जैसे एसटीडी, एसटीआई, एचआईवी का खतरा बढ़ सकता है। ये वायरस पीरियड्स के दौरान ब्लड के माध्यम से तेजी से फैल सकते हैं। इसलिए इस समयावधि में संबंध बनाने के लिए डॉक्टर सुरक्षा का उपयोग करने की सलाह देते हैं। इसके साथ ही इस दौरान सेक्स करने से प्रेगनेंसी की संभावना भी अधिक हो जाती है। ज्यादातर महिलाएं पीरियड्स से पहले वैजाइनल इंफेक्शन या इचिंग फील करती हैं। जो उनके पीरियड्स से लगभग एक हफ्ते में होने लगता है। ऐसे में अगर महिलाएं पीरियड के दौरान सेक्स करती हैं, तो संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। जिससे उनका ब्लड फ्लो भी प्रभावित हो सकता है। इससे योनि में जलन और खुजली हो सकती है।
पीरियड्स के दौरान सेक्स करने के लाभ
- मासिक धर्म की ऐंठन से राहत मिलती है। दरअसल पीरियड्स में सेक्स करने से एंडोर्फिन नाम का हार्मोन रिलीज होता है, जो मासिक धर्म के दर्द से राहत देता है।
- सेक्स के दौरान ल्यूब्रिकेंट की जरूरत महसूस नहीं होती है क्योंकि रक्त इसका काम करता है।
संभावित परिणाम
- सेक्स करने की वजह से योनि में गंदगी फैल सकती है, इसलिए सेक्स के बाद अपनी क्लीनिंग का ध्यान रखना चाहिए।
- सीडीसी (सेंटर ऑफ डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन) के अनुसार एसटीआई और एचआईवी का खतरा बढ़ जाता है। मासिक धर्म के रक्त में एचआईवी वायरस मौजूद हो सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ जोखिम कम करने के लिए कंडोम के इस्तेमाल को प्रोत्साहित करते हैं।
- मासिक धर्म के रक्त में दुर्गंध हो सकती है।
- पीरियड्स की अवधि कम होने पर गर्भवती होने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए गर्भनिरोधक का इस्तेमाल करना चाहिए। शुक्राणु महिलाओं के शरीर के साथ कुछ दिनों तक जीवित रह सकते हैं और समय से पहले ओव्यूलेशन के कारण निषेचन हो सकता है।
कब न करें सेक्स
- जिन महिलाओं को गर्भवती होने की इच्छा नहीं है, उन्हें पीरियड्स के दौरान सेफ सेक्स करना चाहिए या फिर सेक्स नहीं करना चाहिए।
- यदि यौन संचारित रोग/एचआईवी का जोखिम हो, तो इस अवधि में सेक्स करने से बचना चाहिए।
- योनि/गर्भाशय संक्रमण से बचने के लिए सेफ सेक्स करना चाहिए या फिर सेक्स नहीं करना चाहिए क्योंकि असुरक्षित सेक्स करने की वजह से संक्रमण बढ़ सकता है।
- शोध से यह भी पता चला है कि एंडोमेट्रियोसिस का खतरा बढ़ जाता है इसलिए अगर लंबे समय से पेल्विक पेन है, तो सेक्स करने से बचें।