Is It Safe to Eat Mutton During Pregnancy : प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को कई तरह के शारीरिक और मानसिक बदलाव से गुजरना पड़ता है। इस दौरान महिलाओं के स्वाद में भी कई तरह के बदलाव आते हैं। कई बार कोई चीज इतनी अच्छी लगती है कि उसे बार-बार खाने का मन करता है। तो कई बार कुछ खाने का मन ही नहीं करता है। गर्भ में पलने वाले बच्चे का सही तरीके से विकास हो सके इसके लिए डॉक्टर और हेल्थ एक्सपर्ट हेल्दी और हाई प्रोटीन डाइट लेने की सलाह देते हैं। हाई प्रोटीन के जब ऑप्शन की बात आती है तो ज्यादातर मॉम्स के दिमाग में अंडा, चिकन और मटन का ही ख्याल आता है। अंडे और चिकन को डाइजेस्ट करना भी आसान होता है, लेकिन जब बात मटन की आती है तो इसको पचाना बहुत ही मुश्किल होता है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या प्रेगनेंसी के दौरान मटन खाना सुरक्षित है?
क्या प्रेगनेंसी के दौरान मटन खाना सुरक्षित है? - is it safe to eat mutton during pregnancy
नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इनफार्मेशन (एनसीबीआई) की रिपोर्ट के मुताबिक प्रेगनेंसी के दौरान मटन खाने से गर्भ में पलने वाले बच्चे और मां दोनों को नुकसान पहुंच सकता है। शोध के अनुसार प्रेगनेंसी के दौरान अगर कोई महिला मटन का सेवन करना चाहती है तो उसे फ्रेश कटा हुआ मीट ही इस्तेमाल करना चाहिए। इसके साथ ही मटन को अच्छी तरह से पका कर ही सेवन करना चाहिए।
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प्रेगनेंसी के दौरान मटन खाने के नुकसान - Side Effects of Mutton Eating During Pregnancy
डायबिटीज की समस्या
प्रेगनेंसी के दौरान अगर कोई महिला मटन या रेड मीट का सेवन करती है तो इससे डायबिटीज का खतरा कई गुणा बढ़ जाता है। एनसीबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक प्रेगनेंसी के दौरान अगर मटन का सेवन किया जाए तो ये शरीर में ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा सकती है, जिससे डायबिटीज का खतरा कई गुणा बढ़ सकता है।
गर्भपात के जोखिम का बनता है कारण
मटन को सही तरीके से क्लीन करके अगर न पकाया जाए तो इसमें साल्मोनेला नामक बैक्टीरिया पनप जाता है। साल्मोनेला एक ऐसा बैक्टीरिया है जो शरीर में जहर का कारण बनता है और गर्भवती महिलाओं के गर्भपात का कारण बन सकता है।
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टोक्सोप्लाज्मोसिस का जोखिम
टोक्सोप्लाज्मा गोंडी नामक परजीवी की वजह से होने वाला संक्रमण है। ये संक्रमण दूषित मांस और अधपके मांस की वजह से हो सकता है। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार प्रेगनेंसी के दौरान अगर कोई महिला दूषित या अधपके मांस का सेवन करती है तो इससे टोक्सोप्लाज्मोसिस संक्रमण का खतरा कई गुणा बढ़ सकता है। अध पका और दूषित मांस की वजह से गर्भ में पलने वाले बच्चे को भी नुकसान पहुंच सकता है।
लिस्टेरियोसिस का खतरा
लिस्टेरियोसिस एक प्रकार का संक्रमण है जो दूषित भोजन के माध्यम से मानव शरीर में पहुंचता है। ये संक्रमण कच्चे मांस और प्रोसेस्ड मीट में मौजूद होते हैं। ऐसे में अगर कोई गर्भवती महिला सही तरीके से मीट को पका कर नहीं खाती है तो उसके माध्यम से उसका बच्चा गर्भाशय में या फिर जन्म के समय संक्रमित हो सकता है।