Expert

मानसून में इस तरह ब्रोकली खाने से हो सकते हैं बीमार, जानें सेवन का सही तरीका

Is It Safe To Eat Broccoli During Monsoon In Hindi: मानसून में ब्रोकली का सेवन कर सकते हैं। लेकिन, इसे खाते वक्त कुछ बातों का ध्यान रखा जाना जरूरी है, जैसे-
  • SHARE
  • FOLLOW
मानसून में इस तरह ब्रोकली खाने से हो सकते हैं बीमार, जानें सेवन का सही तरीका


Broccoli During Monsoon In Hindi: मानसून के दिनों में आपने देखा होगा कि बहुत सारी सब्जियां नहीं खाने की सलाह दी जाती है। इसमें हरी पत्तेदार सब्जियां, बंद गोभी आदि शामिल हैं। माना जाता है कि बारिश के दिनों में इस तरह की सब्जियों का सेवन करने से सेहत को नुकसा हो सकता है। ऐसा इसलिए कहा जाता है, क्योंकि बारिश की वजह से सब्जियों में नमी बनी रहती है, जिससे उसमें आसानी से कीड़े लग जाते हैं। इसके अलावा, हरी पत्तेदार सब्जियां या बंद गोभी आदि बहुत आसानी से सड़-गल जाती हैं। इस तरह की सब्जियों को खाने से सेहत को नुकसान हो सकता है। ऐसे में यह सवाल उठना लाजिमी है कि क्या बारिश के दिनों में ब्रोकली का सेवन करना फायदेमंद होता है? कहीं आप इसका सेवन गलत तरीके से तो नहीं करते हैं। आइए, मानते हैं Divya Gandhi's Diet & Nutrition Clinic की डायटिशियन और न्यूट्रिशनिस्ट दिव्या गांधी की सलाह। (Monsoon Me Broccoli Khana Chahiye)

क्या मानसून में ब्रोकली खाना सेफ होता है?- Is It Safe To Eat Broccoli During Monsoon In Hindi

is it safe to eat broccoli during monsoon 01 (10)

यह सच है कि ब्रोकली एक हेल्दी और पोषक तत्वों से भरपूर सब्जी है। लेकिन, मानसून के दिनों में ब्रोकली का सेवन करते हुए सावधानी बरतनी चाहिए। ऐसा इसलिए कहा जाता है, क्योंकि मानसून में ब्रोकली में कीड़े लग सकते हैं, जिसका सेवन करने से पेट दर्द या पेट से जुड़ी दूसरी समस्या हो सकती है। कुल मिलाकर, आप कह सकते हैं कि मानसून में ब्रोकली खाना पूरी तरह सेफ होता है। लेकिन, इसे खाते हुए साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखा जाना चाहिए।

इसे भी पढ़ें: मानसून में भी हो सकती है शरीर में पानी की कमी, हाइड्रेट रहने के लिए डाइट में शामिल करें ये 4 चीजें

मानसून में कैसे खाएं ब्रोकोली- Best Way To Eat Broccoli In Monsoon In Hindi

जैसा कि कुछ देर पहले ही हमने बताया है कि मानसून में ब्रोकली का सेवन करने से पहले इसकी सफाई पर ध्यान दें और अच्छी तरह इसे पकाएं। विशेषज्ञों की मानें, तो मानसून में ब्रोकली का सेवन करने से इसकी कुकिंग प्रोसेस पर ध्यान देना जरूरी है। जैसे इन दिनों आप स्टीम या रोस्ट करके ब्रोकली खा सकते हैं। इसके अलावा, स्टीम करने के बाद आप इस पर नींबू का रस डालकर इसके स्वाद को बढ़ा सकते हैं। ब्रोकली का सूप भी इन दिनों काफी खाया जाता है। इससे सेहत को लाभ पहुंचता है और इम्यूनिटी में सुधार होता है

इसे भी पढ़ें: मानसून में हेल्दी रहने के लिए अपनाएं ये 6 टिप्स, मौसमी बीमारियों से होगा बचाव

मानूसन में ब्रोकली की सफाई क्यों जरूरी है

  1. मानसून में ब्रोकली में आसानी से बैक्टीरिया लग सकते हैं। अगर आप ब्रोकली की प्रॉपर सफाई नहीं करते हैं, तो इसकी वजह से ब्रोकली के जरिए बैक्टीरिया पेट में चले जाते हैं। ऐसे में पेट दर्द और पाचन संबंधी समस्या ट्रिगर हो सकती है।
  2. मानसून में साफ ब्रोकली का सेवन न किया जाए, तो इसकी वजह से इंफेक्शन हो सकता है। वैसे भी मानूसन में पाचन क्षमता कमजोर हो जाती है और इंफेक्शन का रिस्क बढ़ जाता है। ऐसा आपके साथ न हो, इसके लिए ब्रोकली की क्लीनिंग सही तरह से करें। साथ ही, अच्छी तरह से पाकने पर भी जोर दें।
  3. मानसून में ब्रोकली का सेवन सीमित मात्रा में ही किया जाना चाहिए। अगर आप अधिक मात्रा में ब्रोकली का सेवन करते हैं, तो इससे पेट दर्द हो सकता है। हमेशा मानसून के दिनों में अपनी डाइट में हेल्दी विकल्पों को चुनें। ब्रोकली को बैलेंस्ड डाइट का हिस्सा बनाएं।
All Image Credit: Freepik

FAQ

  • ब्रोकली का सेवन कब नहीं करना चाहिए?

    ब्रोकली का सेवन करने से पहले यह जांच लें कि कहीं वह सड़ तो नहीं गया है। अगर वह खराब हो गया है, तो उसका सेवन न करें। इसके अलावा, अगर आपको पेट से जुड़ी समस्या है, जैसे लंबे समय से पाचन क्षमता प्रभावित है। ऐसे में आपको भी ब्रोकली का सेवन करने से बचना चाहिए।
  • ब्रोकली किसे नहीं लेनी चाहिए?

    जिन लोगों को किसी तरह की हेल्थ इश्यूज हैं, उन्हें ब्रोकली का सेवन नहीं करना चाहिए। इसमें विशेषकर वो लोग हैं, जिन्हें किडनी की प्रॉब्लम है या ब्लड थिनिंग की दवा ले रहे हैं। 
  • ब्रोकली से गैस बनती है क्या?

    ब्रोकली में कार्बोहाइड्रेट होता है। अगर आप ज्यादा मात्रा में ब्रोकली का सेवन कर बैठते हैं, तो इससे पेट में गैस बन सकती है। साथ ही, यह पाचन प्रक्रिया पर भी असर डाल सकता है।

 

 

 

Read Next

बड़ी फायदेमंद है ये जापानी ग्रीन टी, पाचन क्रिया को तेज करने के साथ स्ट्रेस कम करने में है मददगार

Disclaimer

TAGS