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क्या नवजात शिशुओं में हैवी ब्रीदिंग होना नॉर्मल है? एक्सपर्ट से जानें

Is Rapid Breathing Normal In Infants In Hindi: नवजात शिशुओं में हैवी ब्रीदिंग नॉर्मल होती है। वे एक मिनट में वयस्कों से ज्यादा सांस लेते हैं।
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क्या नवजात शिशुओं में हैवी ब्रीदिंग होना नॉर्मल है? एक्सपर्ट से जानें


Is Rapid Breathing Normal In Infants In Hindi: कई बार पेरेंट्स यह देखकर घबरा जाते हैं कि उनका नवजात शिशु तेजी से सांस ले रहा है। उन्हें लगता है कि यह कोई गंभीर समस्या है। ऐसा होने पर पेरेंट्स बिना देरी किए डॉक्टर के पास अपने शिशु को लेकर जाते हैं और उसका ट्रीटमेंट करवाते हैं। इसके बावजूद, अगर बच्चे की सांस लेने की गति सामान्य न हो, तो पेरेंट्स का डर बढ़ जाता है। यह सच है कि नवजात शिशु बहुत कमजोर होते हैं। बदलते मौसम का बुरा असर सबसे पहले उन्हीं पर पड़ता है। इसके अलावा, संक्रमण जैसी समस्याएं भी नवजात शिशुओं को बहुत आसानी से हो सकती हैं। लेकिन, आपको बता दें कि नवजात शिशुओं में हैवी ब्रीदिंग कोई गंभीर समस्या नहीं है। यहां हम आपको बता रहे हैं कि उनकी हैवी ब्रीदिंग की समस्या कब गंभीर हो जाती है और आपको कब इस बारे में चिंता करनी चाहिए। इस संबंध में हमने दिल्ली स्थित करुणा हॉस्पिटल (Karuna Hospital) की Pulmonologist डॉ. कुट्टी शारदा विनोद से बात की।

क्या नवजात शिशु में हैवी ब्रीदिंग नॉर्मल है- Is Rapid Breathing Normal In Infants In Hindi

Is Rapid Breathing Normal In Infants In Hindi

नवजात शिशु वयस्कों की तुलना में ज्यादा तेजी से सांस लेते हैं। यह बिल्कुल सामान्य है और इस पर चिंता करने की कोई विशेष जरूरत नहीं होती है। medicalnewstoday में प्रकाशित आलेख से यह पुष्टि होती है कि एक शिशु की सांस लेने की नियमित दर यानी ब्रीदिंग रेट एक वयस्क की दर से लगभग तीन गुना ज्यादा होती है। हालांकि, वयस्कों को बच्चे की सांस लेने की दर ज्यादा लग सकती है। लेकिन, ऐसा नहीं है। बच्चे की सांस लेने की दर तब तेज होती है, जब वह प्रति मिनट 60 से अधिक बार सांस लेता है। कभी-कभी नवजात शिशु कुछ क्षणों के लिए सांस लेना बंद कर सकता है या फिर उसकी सांस लेने की दर सामान्य से अधिक हो सकती है। अगर कुछ ही देर में बच्चा अपने सामान्य सांस लेने की गति में लौट आता है, तो यह चिंता का विषय नहीं है। हालांकि, पेरेंट्स को यह ध्यान रखना होता है कि कहीं उनके नवजात शिश को सांस लेने से जुड़ी समस्याओं के अन्य लक्षण तो नजर नहीं आ रहे हैं। अगर ऐसा हो, तो उन्हें बिना देर किए डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

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नवजात शिशुओं के उम्र के आधार पर सांस लेने की दर कितनी होती है- What Is Normal Respiratory Rate In Infants

What Is Normal Respiratory Rate In Infants

यूं तो नवजात शिशुओं की सांस लेने की दर अलग-अलग हो सकती है। लेकिन, सामान्य रेट जो हर शिशु में नोटिस की जा सकती है, वह है कि एक मिनट में 30 से 60 बार सांस लेना। वहीं, अगर शिशु सो रहा है, तो वह 30 से 40 बार प्रति मिनट सांस ले सकता है। जैसे-जैसे शिशु की उम्र बढ़ती जाती है, उसकी सांस लेने की गति कम होती जाती है। आपको बताते चलें कि 1-3 साल तक के बच्चे एक मिनट में 20 से 40 बार सांस लेते हैं।

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सांस लेने की दर कब बढ़ जाती है- When Breathing Rate Increases In Newborn In Hindi

  • अगर किसी बच्चे को लंग्स से जुड़ी समस्या है, तो वह हैवी ब्रीदिंग कर सकता है।
  • अगर सांस लेते हुए बच्चे की छाती से आवाज आ रही है, तो इसे हल्के में न लें।
  • अगर बच्चे को खांसी या सर्दी-जुकाम हो, तो उसकी सांस लेने की समस्या बढ़ सकती है।

कब जाएं डॉक्टर के पास- When Should You Worry About A Newborn Breathing In Hindi

  • अगर बच्चा दूध पीते समय सांस न ले सके।
  • अगर हर बार सांस लेते वक्त उसके सीने से आवाज आ रही है।
  • अगर वह लगातार रो रहा है, नाक बह रही है और उसे बुखार है।

All Image Credit: Freepik

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