Gond Katira For Urine Infection In Hindi: अनहेल्दी लाइफस्टाइल के कारण बहुत से लोग यूरिन इंफेक्शन की समस्या से परेशान रहते हैं। जिसके कारण लोगों को प्राइवेट पार्ट में खुजली होने, जलन होने, कई बार-बार पेशाब आने और इस दौरान दर्द होने की समस्या होती है। ऐसे में अक्सर लोगों को हेल्दी डाइट लेने की सलाह दी जाती है। ऐसे में इसके लिए गोंद कतीरे फायदेमंद हो सकता है। गोंद कतीरा एक तरह की नेचुरल गोंद है, जिससे शरीर को डिटॉक्स करने और इंफेक्शन से बचाव करने में मदद मिल सकती है। ऐसे में आइए जयपुर के डॉ. मेधावी न्यूट्रीफिट की निदेशक एवं वरिष्ठ सलाहकार, डायटिशियन एवं न्यूट्रिशियनिस्ट डॉ. मेधावी गौतम (Dr. Medhavi Gautam, Director and Senior Consultant, Dietitian and Nutritionist, Dr. Medhavi Nutrifit, Jaipur) से जानें क्या गोंद कतीरा यूरिन इंफेक्शन में फायदेमंद है?
गोंद कतीरा में मौजूद पोषक तत्व - Nutrients In Gond Katira In Hindi
गोंद कतीरा में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-ऑक्सीडेंट्स के गुण पाए जाते हैं, साथ ही, इसमें भरपूर मात्रा में कैल्शियम, मैग्नीशियम, फाइबर और विटामिन्स जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसका सेवन करने से स्वास्थ्य को कई लाभ मिलते हैं।
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क्या यूरिन इंफेक्शन में गोंद कतीरा फायदेमंद है? - Is Gond Katira Beneficial In Urine Infection?
डायटिशियन एवं न्यूट्रिशियनिस्ट डॉ. मेधावी गौतम के अनुसार, यूरिन इंफेक्शन की समस्या में गोंद कतरी का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है। गोंद कतीरा की तासीर ठंडी होती है, साथ ही, इसमें मूत्रवर्धक गुण पाए जाते हैं। जिससे शरीर के टॉक्सिन्स को बाहर निकालने और इंफेक्शन से बचाव करने में मदद मिल सकती है।
यूरिनरी ट्रैक्ट की जलन कम करे
गोंद कतीरे की तासीर ठंडी होती है। ऐसे में इसका सेवन करने से शरीर को ठंडक देने, यूरिनरी ट्रैक्ट की जलन को शांत करने और यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (यूटीआई) से बचाव करने और शरीर की गर्मी से बचाव करने में मदद मिलती है।
सूजन करे कम
गोंद कतीरा में भरपूर मात्रा में एंटी-इंफ्लेमेटरी के गुण पाए जाते हैं। ऐसे में इसका सेवन करने से यूरिनरी ट्रैक्ट की सूजन को कम करने में मदद मिलती है, साथ ही, त्वचा को ठंडक देकर, खुजली और जलन की समस्या से राहत देने में मदद मिलती है।
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इम्यूनिटी बूस्ट करने में सहायक
गोंद कतीरा में भरपूर मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी के गुण होते हैं। इसका सेवन करने से शरीर की इम्यूनिटी को बूस्ट करने में मदद मिलती है, जिससे इंफेक्शन से लड़ने में मदद मिलती है, जिससे यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (यूटीआई) जैसे इंफेक्शन से बचाव करने में मदद मिलती है।
शरीर को डिटॉक्स करे
गोंद कतीरे को भिगोकर लेने से इसमें भरपूर मात्रा में पानी होता है, साथ ही, इसमें कूलिंग इफेक्ट और मूत्रवर्धक गुण पाए जाते है। ऐसे में इसका सेवन करने से शरीर को हाइड्रेट करने और शरीर को डिटॉक्स करने में मदद मिलती है। गोंद कतीरे का सेवन करने से शरीर में जमा टॉक्सिन्स को यूरिन के जरिए बाहर निकालने में मदद मिलती है, जिससे यूरिन इंफेक्शन से बचाव करने में मदद मिलती है। इससे यूरिन इंफेक्शन के खतरे को कम करने में भी मदद मिलती है।
कैसे करें गोंद कतीरे का सेवन? - How To Consume Gond Katira?
यूरिन इंफेक्शन से बचने के लिए गोंद कतीरेका सेवन करना फायदेमंद है। इसके लिए गोंद कतीरे को रातभर के लिए भिगो दें। अब सुबह खाली पेट इसको दही में मिलाकर और दूध में डालकर लिया जा सकता है। इसके अलावा, गोंद कतीरे को शरबत में डालकर भी इसका सेवन किया जा सकता है, जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।
निष्कर्ष
गोंद कतीरे में कूलिंग इफेक्ट होते हैं, साथ ही, इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी के गुण पाए जाते हैं। इसका सेवन करने से यूरिनरी इंफेक्शन से बचाव करने, यूरिनरी ट्रैक्स और प्राइवेट पार्ट सूजन के साथ-साथ जलन को कम करने में मदद मिलती है। इसके अलावा, इससे किसी भी तरह के इंफेक्शन से बचाव करने में मदद मिलती है।
ध्यान रहे, यूरिन इंफेक्शन या अन्य समस्या महसूस होने या प्राइवेट पार्ट जलन होने की समस्या होने पर डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
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FAQ
गोंद कतीरा का पानी कब पीना चाहिए?
गर्मियों में गोंद कतीरा के पानी का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माना जाता है। इसके पानी का सेवन सुबह के समय खाली पेट या दोपहर के समय में किया जा सकता है। गर्मियों में इसका सेवन करने से शरीर को ठंडक बनी रहती है और शरीर हाइड्रेट रहता है।पेशाब में इंफेक्शन होने पर क्या नहीं खाना चाहिए?
यूरिन इंफेक्शन की समस्या से पीड़ित लोगों को कॉफी, सोडा, मसालेदार खाने, सिट्रस फ्रूट्स, जूस, प्रोसेस्ड फूड और अधिक मीठा खाने से बचें। इसके कारण यूरिन इंफेक्शन से जुड़ी समस्याएं बढ़ सकती है।यूरिन इन्फेक्शन होने पर क्या-क्या प्रॉब्लम होती है?
यूरिन इंफेक्शन होने पर लोगों को बार-बार पेशाब आने, पेट के निचले हिस्से में दर्द होना, पेशाब का रंग गहरा होने, पेशाब करते समय जलन या दर्द महसूस होने, बुखार आने और ठंड लगने जैसे समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।