
Is Glaucoma Reversible in Hindi:ग्लूकोमा आंखों की स्थिति से जुड़ी एक समस्या है, जिसमें ऑप्टिक नर्व को नुकसान पहुंचता है। इसकी वजह से व्यक्ति को दृष्टि हानि या अंधापन हो सकता है। आपको बता दें कि ऑप्टिक नर्व आंखों से दिमाग में दृश्य जानकारी भेजती है यानी यह नर्व अच्छी दृष्टि के लिए बहुत जरूरी होती है। जब ऑप्टिक नर्व को नुकसान पहुंचता है, तो आंखों में दबाव बढ़ता है। यह स्थिति ग्लूकोमा की हो सकती है। दुनियाभर में 50-60 मिलियन लोग ग्लूकोमा से जूझ रहे हैं। वहीं, अगर भारत की बात की जाए, तो 12 मिलियन लोग ग्लूकोमा से पीड़ित हैं। लेकिन आज भी लोग ग्लूकोमा को लेकर इतने जागरूक नहीं है, ऐसे में ग्लूकोमा के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए विश्व ग्लूकोमा दिवस (World Glaucoma Week)मनाया जाता है। इस साल विश्व ग्लूकोमा दिवस 12-18 मार्च तक मनाया जाएगा। इस मौके पर जानते हैं क्या ग्लूकोमा ठीक हो सकता है (Kya Glaucoma Thik ho Sakta Hai)? तो चलिए, नई दिल्ली में एएसजी नारंग आई सेंटर में ग्लूकोमा के वरिष्ठ सलाहकार डॉ. देवेन तुली से जानते हैं इस बारे में-
क्या ग्लूकोमा ठीक हो सकता है?- Is Glaucoma Reversible in Hindi
डॉक्टर देवेन तुली बताते हैं कि ग्लूकोमा पूरी तरह से ठीक नहीं हो सकता है। ग्लूकोमा का इलाज करने से इसकी हानि को रोकने में मदद मिल सकती है। यानी अगर आपको ग्लूकोमा डिटेक्ट हो जाता है, तो आप नियमित उपचार और जांच से दृष्टि हानि को रोकने में मदद मिल सकती है। खासकर, अगर व्यक्ति में शुरुआती स्टेज में ही ग्लूकोमा निकल आता है, तो इसकी गंभीरता को रोका जा सकता है। ग्लूकोमा का इलाज करने से इंट्राओकुलर दबाव को कम करने में मदद मिल सकती है। लेकिन ग्लूकोमा ठीक नहीं हो सकता है, जांच और दवाइयों की मदद से ग्लूकोमा से होने वाले नुकसान से बचा जा सकता है। यानी ग्लूकोमा रिवर्स नहीं हो सकता है।
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ग्लूकोमा का इलाज- Glaucoma Treatment in Hindi
डॉ. देवेन तुली बताते हैं कि ग्लूकोमा का इलाज संभव है, लेकिन यह पूरी तरह से रिवर्स नहीं हो सकता है। ग्लूकोमा के इलाज से सिर्फ इसके हानि को कम होने से रोका जा सकता है। ग्लूकोमा का इलाज इस प्रकार है-
1. आई ड्रॉप
डॉक्टर देवेन तुली बताते हैं कि आई ड्रॉप ग्लूकोमा का सबसे पहला इलाज होता है। जब किसी व्यक्ति में ग्लूकोमा डिटेक्ट होता है, तो आई ड्रॉप डाली जाती है। ग्लूकोमा का इलाज करने के लिए कई तरह के आई ड्रॉप मौजूद हैं, डॉक्टर आंखों की जांच करके ही आई ड्रॉप डालते हैं।
2. लेजर
ग्लूकोमा डिटेक्ट होने के बाद लेजर ट्रीटमेंट दिया जाता है। लेजर भी ग्लूकोमा का पूरा इलाज नहीं होता है, इसके बाद भी ग्लूकोमा रोगियों को दवाई खाने की जरूरत होती है। कई लोगों को लगता है कि लेजर से ग्लूकोमा पूरी तरह से ठीक हो जाता है, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है।
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3. सर्जरी
ग्लूकोमा का इलाज करने के लिए सर्जरी भी की जाती है। लेकिन सर्जरी भी ग्लूकोमा को पूरी तरह से ठीक नहीं कर सकता है। सर्जरी के बाद भी व्यक्ति को नियमित जांच की जरूरत होती है। साथ ही मेडिकेशन भी लेना जरूरी होता है।
अगर आपको भी ग्लूकोमा की शिकायत है, तो इसे बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें। क्योंकि ग्लूकोमा धीरे-धीरे अंधेपन का कारण बन सकता है। अगर आपको ग्लूकोमा डिटेक्ट होता है, तो डॉक्टर से रेगुलर फॉलोअप करें। अपने आंखों की नियमित जांच करवाते रहें, साथ ही दवाइयों और आई ड्रॉप की भी मदद लें। अगर आपको डॉक्टर लेजर और सर्जरी की सलाह देते हैं, तो इसका भी सहारा लिया जा सकता है।