OMH के माध्यम से हमने अपनी नई सीरीज की शुरूआत की है जिसका उद्देश्य है आप तक कोविड से जुड़ी सही और स्पष्ट जानकारी पहुंचाना। सीरीज का नाम है ''कोविड 19 आपके सवालों के स्पष्ट जवाब''। इस सीरीज पर हमारे संपादकीय सहयोगी हैं NewsWorthy, हमारा मानना है कि कोविड 19 की इस जंग में हमारा सबसे बड़ा हथियार है जानकारी। इस समय लोगों के पास कई जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से आ रही है या वायरल हो रही है, इंटरनेट पर जानकारी की भरमार है लेकिन आप ये भी जानते हैं कि ये सब जानकारी सही हो ऐसा जरूरी नहीं है। आपके लिए ये जानना बहुत जरूरी है कि डॉक्टर और साइंटिस्ट इन जानकारियों पर क्या राय रखते हैं क्योंकि कोविड 19 एक नया वायरस है और इस पर शोध आज भी जारी है। इस सीरीज पर OMH और NewsWorthy की यही कोशिश रहेगी कि कोविड से जुड़े आपके कोई भी सवाल हों जैसे आपका स्वास्थ्य या परिवार का स्वास्थ्य, टीकाकरण, वैक्सीन का असर, मास्क आदि पर सीधे, सच्चे और सटीक जवाब हम आप तक ला सकें। इस समय सबके मन में एक सवाल है कि क्या कोविड वैक्सीन सेफ है? बहुत से लोगों ने हमें ब्लड क्लॉट, टीकाकरण से जुड़े सवाल पूछें हैं और ये भी जानने की इच्छा जताई है कि क्या वैक्सीन के कोई साइड इफेक्ट्स हैं। चलिए जानते हैं कोविड वैक्सीन से जुड़ी जरूरी बातें।
1. कितनी सेफ है कोविड वैक्सीन? (Covid vaccine is safe or not)
भारत और विदेशों में टीकाकरण के लिए जिन वैक्सीन्स का इस्तेमाल किया जा रहा वो बिल्कुल सेफ हैं। क्लीनिकल ट्रायल्स में वैक्सीन को कोविड 19 वायरस के खिलाफ प्रभावी पाया गया है। इसका मतलब ये है कि इन वैक्सीन को आप तक पहुंचाने से पहले हजारों लोगों पर टेस्ट किया जा चुका है और इसके बाद सारे डेटा को इकट्ठा कर अलग-अलग देशों ने इन वैक्सीन्स को मंजूरी दी।
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2. क्या वैक्सीन के कोई साइड इफेक्ट्स हैं (Side effects of vaccine, if any)
वैसे तो किसी भी वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स होते हैं और ये बहुत मामूली हो सकते हैं जैसे सिर में दर्द, बदन दर्द, डायरिया या जहां इंजेक्शन लगा हो उस जगह दर्द होना और ये साइड इफेक्ट्स कुछ दिनों में चले भी जाते हैं। ऐसा भी हो सकता है कि आपको इनमें से कोई भी साइड इफेक्ट न हो लेकिन बुखार, थकान जैसे आम साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं और इनसे घबराना नहीं चाहिए।
3. कोई भी वैक्सीन जिंदा वायरस का इस्तेमाल नहीं करती (Active virus is not used in any covid vaccine)
आपके लिए ये जानना आपके लिए बहुत जरूरी है कि वैक्सीन किस तरह आपकी बॉडी में काम करती है ताकि आप वैक्सीन लेने से हिचकिचाएं नहीं। भारत में फिलहाल दो वैक्सीन लगाई जा रही है कोविशील्ड और कोवाक्सीन और इन दोनों में ही इनएक्टिव या निष्क्रिय कोरोना वायरस है। जब आप वैक्सीन लेते हैं तो ये इनएक्टिवेट वायरस बॉडी में डाला जाता है और ये हमारे इम्यून सिस्टम को सिखाता है कि अगली बार जब एक्टिव या लाइव वायरस आए तो कैसे लड़ना है। वैक्सीन के बाद जो साइड इफेक्ट्स होते हैं जैसे बुखार या बदन दर्द ये एक तरह का संकेत है कि आपका शरीर ये सीख रहा है कि कोरोना वायरस से कैसे लड़ना है।
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4. वैक्सीन लगवाने से पॉजिटिव नहीं आएगा आरटी-पीसीआर टेस्ट (Vaccination will not make you corona positive)
बहुत से लोग ये जानना चाहते हैं कि क्या कोविड वैक्सीन का टीका लगाने की वजह से क्या कोविड टेस्ट पॉजिटिव आ सकता है। तो इसका जवाब है नहीं। कोई भी वैक्सीन जिंदा या एक्टिव वायरस का इस्तेमाल नहीं कर रही है। कोविशील्ड और कोवाक्सीन दोनों में ही निष्क्रिय वायरस का इस्तेमाल होता है। इसी तरह मॉडर्ना और फाइजर वैक्सीन में भी लाइव वायरस का इस्तेमाल नहीं किया जाता, इसमें एमआरएनए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल होता है। इसलिए कोविड वैक्सीन लगवाने की वजह से आप आरटी-पीसीआर में पॉजिटिव नहीं होंगे। लेकिन ये बात सच है कि वैक्सीन लगवाने के बाद भी आपको कोरोना इंफेक्शन हो सकता है और तब आप कोविड पॉजिटिव हो सकते हैं।
5. वैक्सीन लगवाने के बाद भी आपको कोरोना इंफेक्शन हो सकता है (Infection after corona vaccination)
आपने ऐसी खबरें पढ़ीं होंगी जिनमें ये बताया गया है कि कोविड वैक्सीन लगवाने के बाद गंभीर साइड इफेक्ट्स हुए हैं और कुछ लोगों की मौत भी हुई है। सारे देश और डबल्यूएचओ ऐसे मामलों को मॉनिटर कर रहे हैं। कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद बेहद गंभीर साइड इफेक्ट्स या तेज बुखार वाले मामले बहुत कम हैं। वैक्सीन को लेकर डॉक्टर और वैज्ञानिकों का स्पष्ट जवाब है कि वैक्सीन पूरी तरह से सेफ हैं।
6. ब्लड क्लॉटिंग के केस एक प्रतिशत से भी कम हैं (Blood clotting is rare in vaccination)
कई लोगों ने वैक्सीन लगवाने के चलते खून के थक्के या ब्लड क्लॉटिंग के बारे में भी पूछा है। हम आपको बता दें कि पूरे विश्व में ऐसे केस 1 प्रतिशत से भी कम हैं। कुछ लोगों में तबीयत बिगड़ने के मामले सामने आए हैं और कुछ केस में मरीज की मौत भी हुई है लेकिन ऐसे केसे बहुत कम हैं। करोड़ों लोग जिन्हें वैक्सीन लगी है उनमें से एक प्रतिशत लोगों में ऐसे केस सामने आए हैं। किसी भी देश के एक्सपर्ट्स या वैज्ञानिकों ने ऐसे केसेज को टीकाकारण से नहीं जोड़ा है। ये कहना बेहद मुश्किल है ये मामले टीकाकरण के कारण सामने आए हैं। अमरीका, ब्रिटेन, यूरोप ने एक से ज्यादा बार अपने टीकाकरण को रोका है लेकिन दोबारा उसे शुरू किया गया।
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7. वैक्सीन लगवाने के फायदे (Benefits of corona vaccination)
कोरोना वैक्सीन लगवाने के फायदे इसके साइड इफेक्ट्स से कई ज्यादा हैं। महामारी की दूसरी लहर में गंभीर साइड इफेक्ट्स होने के रिस्क से कई ज्यादा रिस्क है आपको कोरोना इंफेक्शन होने का तो जब भी आपको मौका मिलता है आप वैक्सीन जरूर लगवाई, ये पूरी तरह से सेफ है।
वैक्सीन से जुड़ी इस जरूरी जानकारी को आप ज्यादा से ज्यादा शेयर करें ताकि लोगों तक कोई भी भ्रमित करने वाली अफवाह न पहुंचे। अगर वैक्सीन से जुड़े आपके कोई सवाल हैं तो आप हमारे सोशल मीडिया हैंडल पर जाकर अपने सवाल छोड़ सकते हैं और उनके जवाब हम जल्द से जल्द आप तक पहुंचाने की कोशिश करेंगे।
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