देश में कोविड केस भले ही कम हो रहे हैं। लेकिन अभी भी कई ऐसे देश हैं, जहां कोविड के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। चीन के कुछ शहरों में सरकार ने लॉकडाउन की घोषणा की है। ऐसे में हमारे लिए भी अभी कोविड का खतरा टला नहीं है। शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता और मेडिकल कंडीशन के आधार पर कोविड के परिणाम हर व्यक्ति के लिए अलग हो सकते हैं। कोविड से बचाव के लिए कोविड डोज और बूस्टर शॉट लेने पर जोर है। लेकिन क्या गर्भवती महिलाओं को कोविड 19 का बूस्टर डोज लेना चाहिए? क्या ये डोज उनके लिए जरूरी है? इस लेख में हम इन सवालों के जवाब जानेंगे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
गर्भवती महिलाओं के लिए बूस्टर डोज जरूरी है?
सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन की मानें, तो जो महिलाएं प्रेगनेंसी की प्लानिंग कर रही हैं उन्हें कोविड की बूस्टर डोज लेनी चाहिए। इसके साथ ही प्रेगनेंट महिलाओं को भी कोविड की दोनों डोज और बूस्टर डोज जल्द से जल्द ले लेना चाहिए। कुछ कपल्स बूस्टर डोज लगवाने के लिए प्रेगनेंसी की पहली तिमाही के खत्म होने का इंतजार करते हैं। लेकिन ऐसा करने से बचें। प्रेगनेंसी में डोज लेने के लिए आप जितना देरी करेंगी, उतना कोविड का रिस्क बढ़ेगा।
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ब्रेस्टफीडिंग मदर के लिए जरूरी है बूस्टर डोज?
हां, जो मदर्स शिशु को स्तनपान करवाती हैं, उन्हें भी कोविड की बूस्टर डोज लेना चाहिए। बूस्टर डोज से एंटीबॉडीज, ब्रेस्टमिल्क के जरिए नवजात शिशु में ट्रांसफर होती हैं। इसके साथ ही जिन बच्चों की उम्र 6 साल या उससे ज्यादा है, उन्हें भी कोविड वैक्सीन लगवाएं। अगर बूस्टर डोज लेने जा रही हैं, तो बता दें कि डोज लेने के बाद हल्के लक्षण जैसे थकान, बुखार, सिर में दर्द आदि महसूस हो सकते हैं। इन लक्षणों के बारे में अपने डॉक्टर से सलाह लें। बूस्टर शॉट लेने के बाद और पहले हेल्दी डाइट लें और पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करें।
बूस्टर डोज को न करें नजरअंदाज
दुनिया भर में कोविड 19 के नए वैरिएंट्स आ रहे हैं, ऐसे में गर्भवती महिलाओं को बूस्टर डोज को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। छोटे जिले और गांवों की बात करें, तो वहां जानकारी के अभाव में महिलाएं वैक्सीन नहीं लगवा पाती हैं। ऐसे में कोविड होने का खतरा बढ़ जाता है। शहरों की बात करें, तो जानकारी होते हुए भी बूस्टर शॉट लेने वाली की संख्या काफी कम है। डॉक्टरों के मुताबिक, जो महिलाएं हॉस्पिटल के ओपीडी में चेकअप करवाने आती हैं पर उनमें से ज्यादातर ने बूस्टर डोज नहीं ली होती है। इसके पीछे लापरवाही या बूस्टर डोज के प्रति जानकारी की कमी जैसे कारण हो सकते हैं।
अगर आप प्रेगनेंट हैं या ब्रेस्टफीडिंग मदर हैं, तो खुद के लिए और बच्चे की सुरक्षा के लिए कोविड 19 की वैक्सीन और बूस्टर डोज ले सकती हैं। बच्चे को कोविड 19 के खतरे से बचाने के लिए मां के लिए बूस्टर डोज लेना फायदेमंद है। डॉक्टरों के मानें, तो वैक्सीन ले चुकी मां के शरीर से एंटीबॉडीज, गर्भस्थ शिशु में भी जाती हैं। इसके साथ-साथ एंटीबॉडीज ब्रेस्टमिल्क तक भी पहुंचती हैं।
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