अगर आप उन लोगो में से है जो की ब्रेड को उसकी पपडी निकालने के बाद खाते है तो अपनी इस आदत को तुरंत बदल लीजिए ।आपको शायद यह पता नहीं होगा की ब्रेड की पपडी निकालने के साथ साथ उसमे से रेशे और एंटीओक्सिडेंट भी निकल जाते हैं जिनकी ज़रूरत आपके शरीर को होती है ।ये पोषक तत्व कैंसर से लड़ने के लिए जरूरी होते है ।एंटीओक्सिडेंट फ्री रेडिकल के हानिकारक प्रभावों को निष्क्रीय करते है जो की शर्रेर में लाल रुधिर कोशिकाओं को नुक्सान पहुंचा देते हैं जिसकी वजह से कैंसर हो सकता है ।आहारीय रेशे आपके कोलन को स्वास्थ्य रखते हैं और पाचन में मदद करते है ।
वैज्ञानिकों ने यह जानने की कोशिश की है की किस तरीके से ब्रेड की पपडी एक व्यक्ति में अच्छा स्वास्थ्य रखने में मदद करती है ।शोधक जो की जर्मन रिसर्च सेंटर आफ फ़ूड केमिस्ट्री में कार्यरत है जो की गार्चिंग में स्थित है उन्होंने ब्रेड के खट्टे गुँधे हुए आते पर शोध किये हैं ।यह देखा गया की एंटीओक्सिडेंट प्रोनाय्ल लायसें ब्रेड की पपडी में ब्रेड के अन्य हिस्सों की अपेक्षा आठ गुना ज्यादा था ।यह एंटीओक्सिडेंट आते में नहीं था ।यह शोध बताता है की ब्रेड की पपडी में क्या होता है लेकिन अन्य ने यह बताया की किस तरह से अच्छे स्वास्थ्य को पाने में मदद कर सकता है ।
इंस्टिटयूट आफ ह्यूमन न्युत्रिष्ण एंड फ़ूड साइंसिस जो की जर्मनी की कील शहर में स्थित है वहाँ के शोधक ने इंसान की आँत की कोशिकाओं पर शोध किया है।आंत में जो प्रोनिल लायसें पाया गया उस पर अध्ययन किया गया और यह पाया गया की इसकी वजह से फेस २ के एंजायम बढे हुए थे ।पुराने अध्ययनों के हिसाब से यह एंजायम कैंसर से बचने में मदद करते है ।शोध ने यह भी बताया है की ब्रेड की पपडी में एंटीओक्सिडेंट बनाने के लिए आपको ब्रेड को सेकना पडेगा ।
जब भी ब्रेड का कोई टुकड़ा सेका जता है तो जो उसमे स्थित कार्बोहाइड्रेट का कार्बन है वो प्रोटीन के अमीनो एसिड से प्रतिक्रया करता है ।इस प्रतिक्रया की वजह से ही ब्रेड की सतह भूरी हो जाती है ।हाल ही में हुए शोध ने इस प्रक्रिया को मिलार्ड प्रतिक्रया का नाम दिया है जिसमे की ब्रेड की पपडी में एंटीओक्सिडेंट बन जाते है ।एंटीओक्सिडेंट प्रोंय्ल लाय्सीन ब्रेड के छोटे टुकडो में ज्यादा होता है क्योंकि उनके हर टुकड़े में पपडी का हिस्सा ज्यादा होता है ।
दोनों ही ईस्ट पर आधारित और ईस्ट मुक्त ब्रेड में प्रोनाय्ल लाय्सीन होता है लेकिन गहरे रंग की ब्रेड जैसे की वीत पम्परनिकल ज्यादा बढ़िया होती है । हल्के रंग की ब्रेड जैसे की वाईट ब्रेड की अपेक्षा इन ब्रेडो में ज्यादा एंटीओक्सिडेंट और आहारीय रेशे होते हैं ।जब भी आप अपनी रेड को सेक रहे होते है या टोस्ट कर रहे होते है तो इस बात का ध्यान रखे की आप उसे ज्यादा न करे ।क्योंकि इससे एंटीओक्सिडेंट का स्तर कम हो सकता है ।ब्रेड को ज्यादा जलाने से कैंसर होने की संभावना कम होने के बजाय बढ़ सकती है ।
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